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डायबिटिक्स के लिए कार्निवोर डायट (Carnivore diet benefits for diabetics)

कार्निवोर डायट (Carnivore diet) में एनिमल फूड्स को शामिल किया जाता है। कार्निवोर डायट में रेड मीट (Red meat), पोल्ट्री ( Poultry), ऑर्गन मीट (organ meats), प्रोसेस्ड मीट (processed meats) जैसे बेकन ( bacon), सॉसेज, हॉट डॉग ( Hot dogs), मछली और अंडे (eggs) आदि शामिल किए जाते हैं। कुछ लोग खाने में डेयरी प्रोडक्ट जैसे कि चीज को भी शामिल करते हैं। डायबिटिक्स के लिए कार्निवोर डायट (Carnivore diet benefits for diabetics) फायदेमंद होती है या नहीं, इसको लेकर कुछ स्टडीज की गई। कार्निवोर डायट (Carnivore diet) को अपनाने वाले लोगों को मानना था कि इस डायट को अपनाने के बाद उनके ब्लड में शुगर का लेवल मेंटेन रहना लगा और साथ ही वजन में भी कमी हुई। अगर बायोकैमेस्ट्री स्टैंडपॉइंट से देखा जाए तो मीट की मात्रा अधिक लेने से ग्लूकोज कम मात्रा में ही शरीर में पहुंचता है, जिसके कारण ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ नहीं पाता है। जो लोग केवल मांस या मीट खाते हैं, तो उनकी डायट में बहुत सारे पोषक तत्वों, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों की कमी हो सकती है। और आप बहुत बड़ी मात्रा में संतृप्त वसा यानी सैचुरेटेड फैट प्राप्त कर रहे होते हैं।
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डायबिटिक्स के लिए कार्निवोर डायट: सैचुरेटेड फैट से बढ़ जाता है हार्ट डिजीज का खतरा
अगर आप अधिक मात्रा में मीट का सेवन कर रहे हैं, तो आपकी डायट में अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट भी शामिल हो रहा है। जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, उन लोगों को हार्ट डिजीज (Heart disease) का भी खतरा रहता है। डायबिटीज पेशेंट अधिक मात्रा में मीट या कार्निवोर डायट (Carnivore diet) का सेवन करते हैं, तो यह आपके हार्ट के लिए बुरी खबर हो सकती है। हार्वर्ड के शोधकर्ताओं ने हाल ही में 115,000 से अधिक लोगों के दो दशकों से अधिक के डेटा की समीक्षा की, उन्होंने पाया कि सैचुरेटेड फैट का अधिक सेवन हार्ट डिजीज के लिए 18 प्रतिशत तक जोखिम को बढ़ा देता है। जबकि हैरानी में डालने वाली बात ये है कि फैट के करीब एक प्रतिशत हिस्से में पॉलीअनसेचुरेटेड फैट, साबुत अनाज या पौधों के प्रोटीन से प्राप्त समान संख्या की कैलोरी का सेवन करने से रिस्क 6 से 8 प्रतिशत तक कम हो जाता है।