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डायबिटीज में चने का आटा है फायदेमंद, जानिए इसके अन्य फायदों के बारे में

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


Niharika Jaiswal द्वारा लिखित · अपडेटेड 11/11/2021

    डायबिटीज में चने का आटा है फायदेमंद, जानिए इसके अन्य फायदों के बारे में

    डायबिटीज (Diabetes) के मरीज क्या खाते हैं और क्या नहीं, यह दोनों ही बाते बहुत महत्वूपर्ण हैं। उनकी डायट में हल्की सी गड़बड़ी का सीधा  प्रभाव उनके ग्लूकोज लेवल (Glucose level) पर देखने को मिलता है। जोकि उनके हार्ट हेल्थ के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है। शरीर में जब इंसुलिन हाॅर्मोन (Insulin hormone) का स्राव कम होता है, तब इस स्थिति को टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) कहते हैं। वैसे तो, डायबिटीज एक लाइफस्टाइल डिजीज (Lifestyle disease) है, लेकिन इसके होने के कई कारण हो सकते हैं। इसके सबसे बड़े कारण में शामिल है, गलत खानपान। डायबिटीज के मरीजों को ऐसे खाद्य पदार्थों चुनाव करना चाहिए, तो उनकी डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार हो, जिसमें से एक चना भी है। डायाबिटीज में चने का आटा (Gram flour in diabetes) खाना फायदेमंद होता है। तो आइए जानते हैं, डायबिटीज में चने के आटा (Gram flour in diabetes) क्यों फायदेमंद है।

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    डायबिटीज में चने का आटा (Gram flour in diabetes)

    डायबिटीज में चने का आटा (Gram flour in diabetes) काफी फायदेमंद माना जाता है। चने के आटे को बेसन के नाम से भी जाना जाता है। बेसन के आटे को शुगर के मरीजों के लिए वरदान कह सकते हैं। डायबिटीज के रोगियों का शरीर काफी कमजोर हो चुका होता है। इससे और भी कई बीमारियों को खतरा बढ़ जाता है। तो ऐसे बेसन के सेवन के कई बेनिफिट्स देखे गए हैं। इसमें प्रोटीन (Protein) की भी उच्च मात्रा पायी जाती है। यह डायबिटीज के अलावा हार्ट की प्रॉब्ल्म (Heart Problem),  एनीमिया (Anemia) और ब्लड प्रेशर  (Blood Pressure) जैसे कई रोगों को दूर करती है।

    बेसन एक हाय प्रोटीन डायट है, जो शुगर के मरीजों में प्रोटीन की कमी को भी दूर करती है। इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low glycemic index) होता है, जिसके भी कई बेनेफिट्स होते हैं। इसीलिए जो डायबिटीज पेशेंट वेट लॉस (Weight Loss) पर भी  ध्यान दे रहे हैं, उनके लिए यह फायदेमंद साबित हो सकता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण यह देर से ब्लड में पहुंचती है और शुगर का स्तर को तेजी से बढ़ने से रोकती है। इसके अलावा, चने के आटे में घुलनशील फाइबर होते हैं, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मददगार है। इसके साथ ही चने का आटा शुगर के अवशोषण को धीमा करता है, जो ब्लड शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ने से रोकने में साहयक है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर गेहूं के बजाए, बेसन के आटे की सलाह देते हैं।

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    डायबिटीज में चने के आटा: जानिए इसके फायदे (Benefits of Gram flour in diabetes)

    डायबिटीज में चने के आटे के फायदों के बारे में बात करें, तो यह डायबिटीज को कंट्रोल करने के साथ शरीर में एनर्जी भी बनाए रखता है। जानिए इसके अन्य फायदों के बारे में :

    • चने के आटे में ग्लिसेमिक इंडेक्स होता है, जोकि गेंहू के आटे में इसकी मात्रा अधिक होती है। इसलिए बेसन की रोटी खाने से शरीर शुगर का लेवल बढ़ता नहीं है। व
    • हीं अगर गेंहू के आटे और चने के आटे को मिलाकर दोनों का  सेवन किया जाए, तो कोलेस्ट्राल लेवल कंट्रोल  मे रहता है। यह गुड कोलेस्ट्रॉल के लिए बेस्ट माना जाता है।
    • चने की रोटी गेहूं की रोटी की तुलना में अधिक प्रोटीन युक्त होता है। उदाहरण के लिए एक चने की रोटी खाने से आपको लगभग 10 ग्राम प्रोटीन मिलता है, जो कि गेहूं की रोटी की तुलना में ज्यादा है। उन्हें लंबे समय तक भूख नहीं लगती है और एनर्जी भी महसूस होती है। यह आपको मोटापा और इटिंग डिसऑर्डर से भी बचा सकता है।
    • चने की रोटी में हाय फाइबर मौजूद होता है, जो कि आपके पेट के लिए बहुत अच्छा है। दरअसल जिन लोगों को कब्ज और पाचन तंत्र से जुड़ी परेशानियां रहती हैं, उन लोगों के लिए बेसन की रोटी खाना इसे ठीक कर सकता है। इसका फाइबर पाचन तंत्र को एक्टिव करता है, जिससे कि आपका पेट साफ रहता है। इस प्रकार से डायबिटीज वालो के लिए चने का आटा फायदेमंद है।

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    डायबिटीज के मरीज के लिए अन्य फायदेमंद आटा (Flour For Diabetes-Patients)

    डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान में आटे का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। उन्हें गूहें के आटे की जगह दूसरे अन्य आटे का चुनाव करना चाहिए। इससे उनका शुगर के लेवल को कंट्रोल होने में मदद मिलती है। इसकी के साथ यह कई दूसरी बीमारियों के उपचार में भी प्रभावी है। जानिए इसके बेनेफिट्स के बारे में:

    डायबिटीज में चने का आटा : जौ का आटा (Barley flour)

    डायबिटीज में चने का आटा (Gram flour in diabetes) फायदमेंद तो है ही, इसमें आप जौ का आटा भी शामिल कर सकते हैं। इसमें जौ का आटा भी शामिल है। यह डायबिटीज वालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे विटामिन (Vitamins), फाइबर (Fiber) और मैग्नीशियम (Magnesium) आदि। डायबिटीज के मरीजों के लिए  जौ के आटे (Barley Flour) के सेवन के अनेक फायदे हैं। शुगर के मरीजों के शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं हो पाता है। जौ के आटे में मौजूद फेलोलिक्स (Felolix) और बीटा-ग्लूकेन (Beta-glucan) ब्लड में शुगर कम करने के लिए लाभकारी माना जाता है। तो ऐसे में जौ का आटा, शरीर में इंसुलिन के निमार्ण के कारकों में से एक है और यह मदद करता है।

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    डायबिटीज में चने का आटा और कुट्टू का आटा (Buckwheat flour)

    वैसे तो अधिकतर लोग कुट्टू का आटा व्रत में खाते हैं, लेकिन क्या आपको यह पता है कि यह डायबिटीज वालों के लिए कितना फायदमेंद है। शुगर (Diabetes) वालों को गंहू के आटे की जगह इसे अपने डायट (Diet) में शामिल करना चाहिए। डायबिटीज के अलावा यह ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और अस्थमा (Asthma) जैसे कई रोगों में फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर के लेवल को मैनेज करता है और यह शुगर को कंट्रोल में रखता है। इसके सेवन से शरीर में इंसुलिन (Insulin) का स्तर कंट्राेल में रहता है। इसमें प्रोटीन (Protein), मैग्नीशियम (Magnesium), फाइबर (Fiber) और आयरन (Iron) जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से पाचन तंत्र भी अच्छा बना रहता है, इसके अलावा इसके और भी कई स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits) है। यह वेट लॉस में भी काफी प्रभावकारी है।

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    डायबिटीज में चने का आटा और रागी का आटा (Ragi flour)

    रागी के आटे का सेवन कई रोगों के उपचार (Treatment) में काफी फायदेमंद माना जाता है। रागी के आटे में पॉलीफेनोल (Polyphenols) और फाइबर (Fiber) की हाय मात्रा पायी जाती है। इसके अलावा रागी में फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) भी मौजूद हैं, जो खाने को पचाने की प्रक्रिया को धीमा करने के साथ इंसुलिन (Insulin) के निमार्ण  में भी साहयक है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम (Calcium), फाइबर (Fiber), प्रोटीन (Protein), आयरन (Iron), मिथियोनिन (Methionine) और ट्रिपटोफैन (Tryptophan) आदि पाया जाता है। फाइबर के गुणों से भरपूर रागी का आटा डायबिटीज की समस्या में काफी असरदार साबित हो सकता है। यह डायजेस्टिव सिस्टम के लिए भी अच्छा माना जाता है।

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    डायबिटीज में चने का आटा और राजगिरा का आटा (Rajgira Flour)

    राजगिरा का सेवन डायबिटीज से बचे रहने के लिए भी किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में पता चला है कि राजगिरी में कई ऐसे  एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो डायबिटीज कंट्रोल करने के साथ शरीर को कई गंभीर रोग से बचाता है। इस आटे का सेवन हायपरग्लाइसीमिया (हाई ब्लड शुगर) को ठीक करने और मधुमेह के जोखिम को रोकने में फायदेमंद है।

    इस तरह से आपने जाना कि डायबिटीज में चने का आटा (Gram flour in diabetes) फायदेमंद है और कौन से आटे का सेवन नहीं करना चाहिए, यह आपने जाना। डायबिटीज के रोगियों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। उनकी छोटी सी गलती भी उन पर भारी पड़ सकती है। यदि इनमें से किसी आटे के सेवन को आपको किसी प्रकार की एलर्जी है, तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

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