के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
हमारे शरीर में अलग-अलग वजह के चलते अलग-अलग तरह की डेफिशियेंसी हो सकती है। इसमें से एक डेफिशिएंसी है आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया, जो किसी भी व्यक्ति को लंबे समय तक परेशानी में डाल सकती है। यह एनीमिया आयरन की कमी की वजह से होता है।ऐसी स्थिति में व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन का इस्तेमाल करे। यह आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) जल्द से जल्द काम करके व्यक्ति की सेहत में सुधार ला सकती है। लेकिन इन मेडिसिन के बारे में आगे जाने से पहले यह जान लेते हैं कि आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) होता कैसे है।
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आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) आयरन की कमी से होता है। जब आपके रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन का लेवल कम होता है, तो आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया की समस्या हो सकती है। हिमोग्लोबिन उस प्रोटीन को कहा जाता है, जो आपके टिशूज में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। हिमोग्लोबिन बनाने के लिए शरीर को आयरन की जरूरत पड़ती है। जब आपके ब्लड फ्लो में पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद नहीं होता, तो आपके शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन ठीक से नहीं पहुंच पाती। ऐसी स्थिति में एनीमिया की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) लेने की जरूरत पड़ती है। लेकिन इस तकलीफ को समझने के लिए जरूरी है कि आप सबसे पहले इसके लक्षणों को पहचाने।
आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) कई बार इतना माइल्ड होता है कि इसके लक्षणों पर व्यक्ति का ध्यान नहीं जाता। लेकिन जैसे-जैसे आयरन डेफिशिएंसी बढ़ती है, एनीमिया का खतरा भी बढ़ने लगता है। यदि इसके लक्षण और संकेतों के बारे में बात करें, तो आपको ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
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ऐसी स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेकर आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया मेडिसिन लेने की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) के कारण क्या हैं? आइए आपको कुछ ऐसे कारणों के बारे में बताते हैं, जो आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया की वजह बनते हैं।
ये सभी कारण आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) की वजह बन सकते हैं।लेकिन आप इस स्थिति को आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन लेकर ठीक कर सकते हैं। अपने डॉक्टर से सलाह लेकर आपको जल्द से जल्द आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) शुरू करनी चाहिए, जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) मेडिसन अलग अलग तरह की होती है और अलग-अलग लोगों में यह आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन इस्तेमाल की जा सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद अपनी जरूरत के मुताबिक आपको इन आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन का सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) के बारे में, जिसकी मदद आप ले सकते हैं।
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फेरस सल्फेट का जेनेरिक नेम फेरस सल्फेट सिस्टमिक है। इसे एक आयरन प्रोडक्ट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक ओटीसी (OTC) ड्रग यानी कि ओवर द काउंटर मेडिसिन मानी जाती है। आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) की समस्या में डॉक्टर की सलाह के बाद लगभग 3 महीनों तक इस मेडिसिन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके इनिशियल डोज में आप दिन में 60 एमजी का डोज डॉक्टर की सलाह के बाद ले सकते हैं। लेकिन अलग अलग व्यक्ति में इसकी अलग अलग जरूरत हो सकती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए।
आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि चाय, कॉफी, दूध, डायटरी फाइबर जैसे खाद्य पदार्थ आपके शरीर में आयरन डेफिशियेंसी का कारण बन सकते हैं। वही सप्लीमेंट जैसे कि कैल्शियम, कॉपर, ज़िंक और मैंगनीज आयरन अब्जॉर्प्शन में समस्या पैदा करते हैं। इसलिए आपको विटामिन सी और एसिडिक फूड्स लेने चाहिए, जो आयरन अब्जॉर्प्शन में आपकी मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि फेरस सल्फेट के डोज आप डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें, क्योंकि इसका ओवरडोज आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
फियोसॉल ओरिजिनल का जेनेरिक नाम फेरस सल्फेट सिस्टमिक माना जाता है। यह भी एक आयरन प्रोडक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।यह एक OTC यानी कि ओवर द काउंटर मेडिसिन है। आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) की समस्या में डॉक्टर की सलाह के बाद लगभग 3 महीनों तक इस मेडिसिन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके इनिशियल डोज में आप दिन में 60 एमजी का डोज डॉक्टर की सलाह के बाद ले सकते हैं। लेकिन अलग अलग व्यक्ति में इसकी अलग अलग जरूरत हो सकती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए।
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आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि चाय, कॉफी, दूध, डायटरी फाइबर जैसे खाद्य पदार्थ आपके शरीर में आयरन डेफिशियेंसी का कारण बन सकते हैं। वही सप्लीमेंट जैसे कि कैल्शियम, कॉपर, ज़िंक और मैंगनीज आयरन अब्जॉर्प्शन में समस्या पैदा करते हैं। इसलिए आपको विटामिन सी और एसिडिक फूड्स लेने चाहिए, जो आयरन अब्जॉर्प्शन में आपकी मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि फेरस सल्फेट के डोज आप डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें, क्योंकि इसका ओवरडोज आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।
फेरस ग्लूकोनेट का जेनेरिक नाम फेरस ग्लूकोनेट सिस्टमिक है। यह भी एक आयरन प्रोडक्ट के तौर पर इस्तेमाल होता है। माना जाता है डॉक्टर की सलाह के बाद फेरस ग्लूकोनेट की इनिशियल डोज के रूप में आपको हर दिन 960 मिलीग्राम 3 महीने के लिए लेने की जरूरत पड़ सकती है। जिसे दिन में एक से तीन बार विभाजित करके लिया जा सकता है। एंटासिड H2 ब्लॉकर्स और प्रोटोन पंप इन्हिबिटर (PPI) आयरन अब्जॉर्प्शन में रुकावटें पैदा करते हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।इसका ओवरडोज आपके लिए पॉइज़नस माना जाता है, इसलिए ओवरडोज होने पर आपको तुरंत इमरजेंसी मेडिकल सेंटर या डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
फेरस फ्यूमरेट का जेनेरिक नाम फेरस फ्यूमरेट सिस्टमिक है। यह एक ओटीसी ड्रग यानी कि ओवर द काउंटर मेडिसिन के तौर पर ली जाती है।इसे आयरन प्रोडक्ट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह दवा आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया मेडिसिन के रूप में ली जा सकती है।डॉक्टर की सलाह के बाद इसके इनिशियल डोज के रूप में आप हर दिन 360 मिलीग्राम का इस्तेमाल 3 महीने तक कर सकते हैं।
इस आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया मेडिसिन के इस्तेमाल के साथ आपको ऐसी चीजों से दूर रहना चाहिए, जो आयरन अब्जॉर्प्शन में रुकावटें पैदा करती है। वहीं आप विटामिन सी सप्लिमेंट और इससे युक्त खाद्य पदार्थ ले सकते हैं, जो आयरन अब्जॉर्प्शन में मदद करते हैं। इस दवा का इस्तेमाल आपको डॉक्टर की सलाह और अपनी जरूरत के मुताबिक ही करना चाहिए। इसका ओवरडोज आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसके डोजेज लिए जाने चाहिए।
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वेनोफर का जेनेरिक नाम आयरन सुक्रोज सिस्टमिक है। यह दवा प्रिसक्रिप्शन मेडिसिन है, जिसे आप डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब करने के बाद ही ले सकते हैं। बात करें इसके डोसेज की, तो इसे इंजेक्शन या सॉल्यूशन के रूप में लिया जाता है। वेनोफर के कई साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं, जिसमें ब्लोटिंग, चेस्ट पेन, सिर दर्द, पसीना आना और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए अपनी जरूरत के मुताबिक और डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब करने पर ही इसका इस्तेमाल करें। ओवरडोज होने पर तुरंत इमरजेंसी सेंटर या डॉक्टर से संपर्क करें।
आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेनी चाहिए। आम सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल करना आपके लिए सेफ नहीं माना जाता, इसलिए आपके शरीर की जरूरत और डेफिशियेंसी को ध्यान में रखकर डॉक्टर आपको ये आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया मेडिसन प्रिसक्राइब करेंगे। जिसका इस्तेमाल कर आप आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया की समस्या में राहत पा सकते हैं।
इसके अलावा आप आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) का उपचार रोजाना की डायट में सुधार लाकर भी कर सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे।
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आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) के अलावा आपको जरूरत है आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करने की, जिसमें आप –
इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि आयरन के अब्सॉर्प्शन को बढ़ाने के लिए आप विटामिन सी से भरपूर फूड भी अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं, जिसमें खट्टे फल जैसे कि संतरा इत्यादि आपकी मदद कर सकते हैं। यह शरीर में आयरन के अब्जॉर्प्शन को बढ़ाते हैं, जिससे आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (Iron Deficiency Anemia) की समस्या में मदद मिलती है।
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इस तरह आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया मेडिसिन (Iron Deficiency Anemia medicine) आपकी मदद एनीमिया की तकलीफ में कर सकती हैं। लेकिन इनका इस्तेमाल हमेशा एक्सपर्ट की सलाह और डॉक्टर द्वारा प्रिसक्राइब के बाद ही करना आपके लिए उचित माना जाता है।
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