
डायजेस्टिव सिस्टम यानी पाचनतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण अंग और छोटी आंत का सबसे पहला हिस्सा है पैंक्रियाज। पैंक्रियाज यानी अग्नाशय खाद्य पदार्थों को पचाने में सहायक होता है। यही नहीं पैंक्रियाज बॉडी में ब्लड शुगर लेवल को भी बैलेंस रखने में मुख्य भूमिका निभाता है। अब अगर बॉडी में शुगर लेवल इमबैलेंस होता है, तो ऐसी स्थिति धीरे-धीरे डायबिटीज का रूप ले लेती है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Centre for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की समस्या होने पर पैंक्रियाटिक कैंसर (Pancreatic cancer) का खतरा तब और ज्यादा बढ़ जाता है जब टाइप 2 डायबिटीज पेशेंट के शरीर का वजन जरूर से ज्यादा बढ़ (Weight gain) जाए या व्यक्ति को स्मोकिंग (Smoking) की लत हो।
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डायबिटीज एवं पैंक्रियाज का आपस में क्या है संबंध? (How is the pancreas linked with diabetes?)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार पैंक्रियाज में अगर सूजन की समस्या शुरू हो जाए, तो ऐसी स्थिति पैनक्रियाटाइटिस कहलाती है। हाय ब्लड शुगर (High Blood Sugar) या लो ब्लड शुगर (Low Blood Sugar) अनहेल्दी हैबिट्स, फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) की कमी या एक्सरसाइज (Exercise) नहीं करना डायबिटीज का कारण बन जाता है और स्थिति में अगर डॉक्टर से कंसल्टेशन ना किया जाए, तो एक बीमारी दूसरी गंभीर बीमारियों को दावत देने में देर नहीं करती है। हालांकि इन सबके बीच डायबिटीज एवं पैंक्रियाज के लक्षणों को गौर करना या समझना जरूरी है, तभी डायबिटीज एवं पैंक्रियाज (Diabetes and Pancreas) को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है।
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डायबिटीज एवं पैंक्रियाज: लक्षण जिसे इग्नोर करना पड़ सकता है महंगा! इसलिए लक्षणों को समझना बेहद जरूरी है।