ग्लूकागोन लाइक पेप्टाइड रिसेप्टर एगोनिस्ट (GLP-1 RAs) ड्रग ग्रुप का प्रकार है। जिनका उपयोग टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के इलाज में किया जाता है। ये ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को कम करने के लिए बेहद प्रभावशाली हैं। इसके साथ ही हार्ट और किडनी के लिए भी ये काफी फायदेमंद माने गए हैं। कुछ लोगों को जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) का ट्रीटमेंट दूसरों की तुलना में अधिक सूट करता है।
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स के दो प्रकार होते हैं। शॉर्ट एक्टिंग जीएलपी-1 आरएसएस (Short-acting GLP-1 RAs) और लॉन्ग एक्टिंग जीएलपी-1 आरएसएस (Long-acting GLP-1 RAs)। शॉर्ट एक्टिंग बॉडी में एक दिन से कम समय के लिए रहते हैं। यह खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। वहीं लॉन्ग एक्टिंग जीएलपी-1 आरएएस उपयोग करने के बाद एक हफ्ते या इससे ज्यादा समय के लिए रहते हैं।
और पढ़ें: डायबिटीज टाइप 2 में इंसुलिन इंजेक्शन से जुड़ी जानकरी!
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) कैसे काम करते हैं?
ग्लूकागोन लाइक पेप्टाइड रिसेप्टर एगोनिस्ट एक हॉर्मोन है जो भूख को नियमित करने और ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तीन प्रकार से जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करते हैं जो निम्न हैं।
- पेट को धीरे-धीरे खाली करने में मदद करते हैं। जब पाचन धीमा हो जाता है तो भोजन से पोषक तत्व अधिक धीरे-धीरे निकलते हैं। यह भोजन के बाद ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है।
- यह इंसुलिन प्रोडक्शन (Insulin production) बढ़ाने का काम करते हैं। जीएलपी-1 आरएएस बॉडी की अधिक इंसुलिन बनाने में मदद करते हैं। यह इंसुलिन तब रिलीज होता है जब खाना खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल हाय हो जाता है।
- यह लिवर (Liver) से शुगर रिलीज को कम करने में मदद करते हैं। लिवर जरूरत के मुताबिक ब्लड में अतिरिक्त शुगर रिलीज कर सकता है। ग्लूकागोन लाइक पेप्टाइड रिसेप्टर एगोनिस्ट लिवर को ब्लड में बहुत अधिक शुगर रिलीज करने से रोकते हैं।
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स का उपयोग कैसे किया जाता है? (How to use GLP-1 receptor agonists)
सभी जीएलपी-1 आरएएस स्किन के अंदर इंजेक्ट किए जाते हैं सिर्फ एक को छोड़कर ओरल सेमाग्लूटाइड (Oral semaglutide) एक ऐसा जीएलपी-1 आरएएस है जो दवा के ऊपर में उपलब्ध है। इंजेक्टेबल जीएलपी-1 आरएएस डिस्पोजेबल पेन इंजेक्शन डिवाइस के रूप में आते हैं। इसकी नीडल इंजेक्शन सिरिंज की तुलना में छोटी होती है। आपको दवा को पेट, अपर आर्म या थाई की स्किन के ऊपर इंजेक्ट करना होता है। चलिए अब हम जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) के कुछ ब्रांड के बारे में जान लेते हैं।
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 Receptor Agonists)
यहां हम आपको कुछ प्रमुख जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) के बारे में जानकारी दे रहे हैं। हमारा उद्देश्य किसी ब्रांड का प्रचार करना नहीं अपने पाठकों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। यहां दी गई जानकारी को चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में ना देखें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि यहां दी जा रही दवा की कीमतों में और जहां से आप दवा खरीदते हैं उनमें अंतर हो सकता है।
और पढ़ें: टाइप 2 डायबिटीज में सल्फोनिल्युरिएस : डायबिटीज की इस दवा के बारे में जानते हैं आप?
ट्रूलीसिटी (Trulicity)
ट्रूलीसिटी प्री फिल्ड पेन एक इंजेक्टेबल मेडिसिन है जिसका उपयोग व्यस्कों में टाइप 2 डायबिटी के इलाज (Type 2 diabetes treatment) में किया जाता है। यह दवा ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood glucose level) को कम करने में मदद करती है। यह बॉडी की इंसुलिन (Insulin) प्रोड्यूस करने में मदद करने के साथ ही लिवर के द्वारा बनाई जाने वाली शुगर की मात्रा को कम करने में करती है। इस दवा का डोज बीमारी की कंडिशन और ली जाने वाली दूसरी डायबिटीज मेडिसिन पर निर्भर करता है। इस दवा का दिन में कभी भी खाने के बिना या खाने के साथ लिया जा सकता है। डॉक्टर या नर्स आपको दवा को इंजेक्ट कैसे करना है इसके बारे में जानकारी देंगे। उनके निर्देशों का पालन करें।
डॉक्टर की सलाह के बिना दवा को लेना बंद ना करें। ऐसा करने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और गंभीर कॉम्प्लिकेशन सामने आ सकते हैं। दवा के कॉमन साइड इफेक्ट्स में जी मिचलाना, डायरिया, पेट में दर्द और भूख की कमी शामिल है। इसमें एक्टिव कंपाउंड के रूप में डुलाग्लूटाइड (Dulaglutide) पाया जाता है। इसकी कीमत 3828 रुपए के लगभग है।
बायडयूरेऑन (Bydureon)
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) की लिस्ट में शामिल यह इंजेक्शन टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल को सुधारने में मदद करता है। इसमें एक्टिव कंपाउंड के रूप में एक्सेनाटाइड (Exenatide) पाया जाता है। यह पेंक्रियाज से इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाकर और ब्लड शुगर लेवल्स को बढ़ाने वाले हॉर्मोन्स को कम करके काम करता है। यह पाचन को धीमा करके भूख कम करने में मदद करता है।
इसके साइड इफेक्ट्स में डायरिया और लो ब्लड शुगर यानी हायपोग्लाइसिमिया (Hypoglycemia) शामिल है। अगर इंसुलिन के साथ इसका उपयोग किया जाता है तो जी मिचलाना, उल्टी जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। आपको इंजेक्शन को पेट, अपर आर्म या थाई की स्किन के ऊपर इंजेक्ट करना होता है। अगर आपको इंसुलिन भी प्रिस्क्राइब किया गया है तो दोनों इंजेक्शन को एक ही साइट पर इंजेक्ट ना करें। उपयोग ना होने वाले पेन को रेफ्रिजरेटर में रखना चाहिए। 2Mg के इंजेक्शन की कीमत 1200 रुपए के लगभग है।
और पढ़ें: Banana in diabetes: डायबिटीज में केला खाना चाहिए या नहीं?
विक्टोजा (Victoza)
विक्टोजा जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) में से एक है। इसका उपयोग टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित व्यस्कों में ग्लाइसेमिक कंट्रोल (Glycemic control) को सुधारने के लिए किया जाता है। यह आपके पेट से भोजन के गुजरने की प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है और हृदय रोग को रोकने में मदद कर सकता है। इसका उपयोग अन्य मधुमेह दवाओं के संयोजन में भी किया जाता है जब वे दवाएं ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त नहीं होती हैं।
इस दवा का उपयोग किशोर और दस साल से बड़े बच्चों पर भी किया जा सकता है। इसे स्किन के अंदर इंजेक्ट करना होता है कभी इसे मांसपेशी या नसों में इंजेक्ट ना करें। दवा के कॉमन साइड इफेक्ट्स में जी मिचलाना, डायरिया, अपच, सिर दर्द, चक्कर आना शामिल हैं। इसमें एक्टिव कंपाउंड के रूप में लिराग्लूटाइड (Liraglutide) पाया जाता है। इसकी कीमत 4840 रुपए के लभभग है।
ओजेम्पिक Ozempic
ओजेम्पिक जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) की लिस्ट में शामिल है जो कि एक एंटीडायबिटिक ड्रग (Antidiabetic drug) है। इस दवा को टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए दवा और डायट के साथ प्रिस्क्राइब किया जाता है। इस दवा का डोज बीमारी की कंडिशन और ली जाने वाली दूसरी डायबिटीज मेडिसिन पर निर्भर करता है। इंजेक्शन दिन में कभी भी खाने के बिना या खाने के साथ लिया जा सकता है। डॉक्टर या नर्स आपको दवा को इंजेक्ट कैसे करना है इसके बारे में जानकारी देंगे। इसे पेट, अपर आर्म या थाईज की स्किन के ऊपर ही लिया जाता है। डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
डॉक्टर की सलाह के बिना दवा को लेना बंद ना करें। ऐसा करने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और गंभीर कॉम्प्लिकेशन सामने आ सकते हैं। इस दवा का उपयोग टाइप 1 डायबिटीज के इलाज में नहीं किया जाता है। इसमें एक्टिव कंपाउंड के रूप में सेमाग्लूटाइड (Semaglutide) मौजूद है।
और पढ़ें: डायबिटीज में नेटेल टी या नेटल लीफ के क्या होते हैं फायदे, जानिए यहां!
उम्मीद करते हैं कि आपको टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में उपयोग होने वाले जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट्स (GLP-1 receptor agonists) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। याद रखें टाइप 2 डायबिटीज के मैनेजमेंट के लिए दवा के साथ सही डायट और एक्सरसाइज को रूटीन में शामिल करना बेहद जरूरी है। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[embed-health-tool-bmi]