इसके साथ ही उन्हें या तो मेटफॉर्मिन लिया या प्लासेबो। जो लोग सिर्फ एक्सरसाइज कर रहे थे उन्होंने फैट लॉस किया, अपनी ऑक्सिजन हेंडलिंग में सुधार किया और उनके फास्टिंग इंसुलिन लेवल में कमी आई। वहीं मेटफॉर्मिन के साथ एक्सरसाइज वाला ग्रुप थोड़ा अलग था। इनमें से कुछ के मेटाबॉलिक फैक्टर्स में सुधार हुआ था, लेकिन कुछ मामलों में यह बहुत ज्यादा नहीं था। स्टडी के आखिर में जब उन्होंने ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट दिया तो एक्सरसाइज ग्रुप में ओवरऑल सुधार देखा गया लेकिन मेटफॉर्मिन+एक्सरसाइज वाले ग्रुप में आधे पार्टिसिपेंट की स्थित में तो सुधार हुआ लेकिन अन्य लोगों की स्थिति ट्रायल के शुरुआत की तुलना में बदतर हो गई।
इस प्रकार आप समझ सकते हैं कि टाइप 2 डायबिटीज में मेटफॉर्मिन और एक्सरसाइज (Metformin and Exercise in Type 2 Diabetes) कैसे एक दूसरे को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप टाइप 2 डायबिटीज में मेटाफॉर्मिन और एक्सरसाइज दोनों की मदद ले रहे हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में बात कर लें।
टाइप 2 डायबिटीज के इलाज (Type 4 diabetes treatment) में उपयोग होने वाली अन्य दवाएं
मेटाफॉर्मिन के अलावा टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में निम्न दवाओं का उपयोग किया जाता है।
सल्फोनिल्युरिएस (Sulfonylureas)
सल्फोनिल्युरिएस (Sulfonylureas) मेडिसिन का एक ऐसा ग्रुप है, जो टाइप 2 डायबिटीज के ट्रीटमेंट (Type 2 diabetes treatment) में मदद करता है। ये ड्रग पैंक्रियाज से इंसुलिन स्टिम्युलेट करता है। जिससे ब्लड शुगर को मैनेज करना आसान हो जाता है। हालांकि, इस दवा के भी कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं जिनमें पसीना आना, मतिभ्रम, कमजोरी, नर्वसनेस, स्किन पर रिएक्शन, पेट से संबंधित समस्याएं, वजन का बढ़ना, यूरिन के रंग में बदलाव, तेज भूख आदि शामिल हैं। इनके बारे में डॉक्टर से जानकारी अवश्य लेनी चाहिए।
ग्लूकागोन लाइक पेप्टाइड रिसेप्टर एगोनिस्ट (GLP-1 RAs)
ग्लूकागोन लाइक पेप्टाइड रिसेप्टर एगोनिस्ट (GLP-1 RAs) ड्रग ग्रुप का प्रकार है। जिनका उपयोग टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) के इलाज में किया जाता है। ये ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को कम करने के लिए बेहद प्रभावशाली हैं। ये लिवर से होने वाले ग्लूकोज प्रोडक्शन को कम करने में मदद करते हैं।
ग्लिनाइड्स (Glinides)
ग्लिनाइड्स (Glinides) अग्न्याशय को अधिक इंसुलिन स्रावित करने के लिए उत्तेजित करता है। वे सल्फोनिल्युरिएस की तुलना में तेजी से काम कर करते हैं, और शरीर में उनके प्रभाव की अवधि कम है। संभावित दुष्प्रभावों में निम्न रक्त शर्करा और वजन बढ़ना शामिल हैं।
इन दवाओं के अलावा अन्य दवाएं भी डायबिटीज के इलाज में उपयोग की जाती हैं। टाइप 2 डायबिटीज में मेटफॉर्मिन और एक्सरसाइज (Metformin and Exercise in Type 2 Diabetes) के प्रभाव की तरह इनके प्रभाव को लेकर ऐसा कोई अध्ययन सामने नहीं आया है।
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डायबिटीज टाइप 2 (Type 2 diabetes) और एक्सरसाइज से जुड़ी सावधानियां
- कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी प्रकार के एक्सरसाइज प्रोग्राम का हिस्सा ना बनें।
- हर मरीज की हेल्थ कंडिशन के अनुसार डॉक्टर एक्सरसाइज सजेस्ट करते हैं। किसी दूसरे मरीज की देखादेखी आप ऐसा ना करें।
- डायबिटीज में वॉक करने के बहुत फायदे बताए गए हैं, लेकिन आप किसी प्रकार के कॉम्प्लिकेशन का सामना कर रहे हैं तो इस बारे में भी डॉक्टर से सलाह जरूर लें। अगर पहले से वॉक नहीं करते हैं तो इसकी शुरुआत हमेशा माइल्ड वॉक से ही करें।
- अगर एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह पर आप योग की मदद भी ले सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको टाइप 2 डायबिटीज में मेटफॉर्मिन और एक्सरसाइज (Metformin and Exercise in Type 2 Diabetes) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में टाइप 2 डायबिटीज में मेटफॉर्मिन और एक्सरसाइज से संबंधित कोई अन्य सवाल है तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।