टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए त्रिफला के सेवन से फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज लेवल कम (Low Glucose level during fasting) होने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol), बॉडी वेट (Body weight), बॉडी मास इंडेक्स (Body Mass Index [BMI]) एवं कमर के आस पास चर्बी (Waist circumference of obese patients) को कम करने में भी त्रिफला चूर्ण फायदेमंद साबित हुआ है।
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टाइप 2 डायबिटीज मरीजों को त्रिफला का सेवन कैसे करें? (Use of Triphala for Type 2 diabetes patients)
अपने औषधीय गुनों के कारण त्रिफला फार्मासिस्ट या ऑनलाइन आसानी से मिल जाता है। त्रिफला चूर्ण (Triphala Powder) या त्रिफला टैबलेट ((Triphala Tablet) का सेवन किया जा सकता है। वहीं अगर आप त्रिफला चूर्ण (Triphala Powder) खुद से बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आंवला, बहेड़ा एवं हरड़ का चूर्ण तैयार कर बनाया जा सकता है, लेकिन आयुर्वेद से जुड़े रिसर्च के अनुसार इन तीनों की सही मात्रा लेना आवश्यक है, जिससे इसके सेवन से लाभ मिल सके।
नोट: अपनी मर्जी से त्रिफला चूर्ण की सलाह नहीं दी जाती है। इसलिए टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) मरीजों के लिए त्रिफला (Triphala for Type 2 diabetes patients) के फायदे समझने के बाद भी मरीजों को पहले डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए और उनके बताये अनुसार ही त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए।
त्रिफला में मौजूद माइल्ड लैक्सटिव (Mild laxative) प्रॉपर्टीज गैस (Gas), डायरिया (Diarrhoea), क्रैम्प (Cramps), पेट से जुड़ी परेशानी (Stomach upset) या अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (Gastrointestinal) समस्या देखी या महसूस की जा सकती है।
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ब्लड शुगर लेवल(Blood sugar level) कितना होना चाहिए?

नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) उम्र के अनुसार अलग-अलग होते हैं। जैसे:
6-12 वर्ष (6 to 12 Years)
- फास्टिंग- 80-180 mg/dL
- खाना खाने के पहले- 90-180 mg/dL
- एक्सरसाइज के पहले- 150 mg/dL
- सोने के दौरान- 100-180 mg/dL