आंख में कुछ चले जाना बहुत तकलीफदेह हो जाता है। ये कोई फॉरेन ऑब्जेक्ट यानी बाहरी वस्तु हो सकती है। यह चीज आपके शरीर का हिस्सा नहीं होती, बल्कि कोई भी बाहरी वस्तु जैसे धूल-मिट्टी, मेटल, लकड़ी का बुरादा आदि कुछ भी हो सकता है। ऐसे में ऐसी चीजों का आंख में चले जाना कॉर्निया या कंजाक्टिवा को प्रभावित करता है। कॉर्निया पारदर्शी परत होती है जो आंखों की ऊपरी सतह की सुरक्षा करती है और इसके जरिए ही प्रकाश आंखों के अंदर जाता है।