विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक कम से कम एक अरब लोगों में दृष्टिहीनता और आंखों की समस्या का पता चला है। अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि इसे सिंपल आई केयर के जरिए ठीक किया जा सकता है या फिर नहीं। विजन की वर्ल्ड रिपोर्ट के मुताबिक ‘विश्व स्तर पर 2.2 बिलियन से ज्यादा लोगों में अंधापन की समस्या पाई गई है।’
डब्लूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम ने कहा कि यह स्वीकार कर पाना मुश्किल हो रहा है कि 65 मिलियन लोग आंखों की समस्या से जूझ रहे हैं जबकि मोतियाबिंद जैसी समस्या को रात भर में सही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आर्थिक समस्या है उन्हें भी आंखों की समस्या से निजात मिलना चाहिए। घेब्रेयस के अनुसार आई केयर का मामला राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। साथ ही यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज में भी ये महत्वपूर्ण मुद्दा है।