गौरतलब है कि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि मुंबई में 90 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं, बात की जाए पूरे महाराष्ट्र की तो यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ढाई लाख के करीब जिनमें से 9 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में लोगों को और अवेयर होने की जरूरत है। लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के साथ ही साफ-सफाई पर बहुत ध्यान देने की अपील की जाती है।
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हवा में भी कोरोना
एक ओर जहां कोरोना महामारी रुकने का नाम नहीं ले रही है वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस (CoronaVirus) के हवा में फैलने की बात भी स्वीकार की है। दरअसल, कई देशों के वैज्ञानिकों ने इस बात का दावा किया है कि कोरोना वायरस हवा में फैलता है। खासकर जब कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज सांस छोड़ता, खांसता, छींकता या बात करता है, तो ड्रॉप्लेट्स हवा में फैलते हैं जिससे वायरस भी हवा में संचारित होते हैं। आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने पहले इस बात को ख़ारिज किया था, लेकिन अब उसने इसे स्वीकार कर लिया है।
कुछ ही बीमारियां हैं जो हवा के जरिए फैलते हैं। खसरा (measles) और तपेदिक (tuberculosis) भी ऐसे ही रोग हैं। डब्ल्यूएचओ की नई गाइडेंस के हिसाब से मेडिकल स्टाफ को हवादार कमरे में काम करने के दौरान N95 मास्क के साथ दूसरे सेफ्टी एक्विपमेंट को कैरी करने की सलाह दी जाती है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (WHO) ने कुछ रिपोर्टों में इंडोर एरिया जैसे कि फिटनेस क्लास, रेस्टोरेंट आदि स्थानों पर कोरोना संक्रमण के हवा में फैलने का दावा किया गया था, जो कि संभव है। विशेष रूप से इंडोर जगहों में कोरोना इन्फेक्टेड व्यक्ति के साथ लंबे समय तक रहने से हो सकता है। हालांकि, संगठन ने यह भी कहा कि इस विषय में और अधिक गहन शोध की आवश्यकता है।
कोरोना पॉजिटिव के मरीजों की संख्या का ग्राफ बहुत तेजी से ऊपर जा रहा है। ऐसे में दो गज की दूरी और पर्सनल हाइजीन का पूरा ख्याल रखें।