कीमोथेरिपी की मेडिसिन लंग्स कैंसर पेशेंट को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह फेफड़ों के लिए ऑक्सिजन के अधिग्रहण को मुश्किल बनाता है। अगर आप कैंसर के इलाज के बाद सांस लेने में समस्या का सामना कर रहे हैं, तो रोजाना कुछ व्यायाम करें। सोते समय शरीर को कुछ ऊंचा रखें, इससे आपको आराम मिलेगा।
उपाय – योगासन या हल्के व्यायाम करें। सांस संबंधी समस्या उत्पन्न होने पर कुर्सी पर बैठ जाएं और कुछ समय तक लंबी व गहरी सांस लें।
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4. तंत्रिका प्रणाली में समस्या
हमारा नर्वस सिस्टम भावनाओं, विचारों और सामंजस्य को काबू करता है। कीमोथेरिपी के कारण मेमोरी संबंधी समस्याएं विकसित हो सकती हैं, जिसके कारण व्यक्ति कार्यों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है। इस लक्षण को आमतौर पर कीमो फॉग या कीमो ब्रेन भी कहा जाता है।
नर्वस सिस्टम के इस प्रकार के हल्के लक्षण समय के साथ सही इलाज से अपने आप चले भी जा सकते हैं, तो कई बार कई वर्षों के लिए व्यक्ति को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ दुलर्भ व गंभीर मामलों में यह व्यक्ति को उम्र भर के लिए एंग्जायटी और स्ट्रेस से भी ग्रसित कर सकते हैं।
उपाय – इन तरीकों से बनाएं अपनी तंत्रिका प्रणाली को मजबूत –
- लंबी गहरी सांस लेना
- नंगे पैर घास पर चलें
- धूप सकें
- योग और मेडिटेशन करें
- व्यायाम
- ओमेगा 3, सेंधा नमक और मैग्नीशियम का अधिक सेवन शुरू करें
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5. बालों, त्वचा और नाखूनों पर प्रभाव