बच्चों का बाल झड़ना: कारण 2. नियोनेटल ऑक्सिपिटल एलोपेसिया
ऐसे छोटे बच्चों में खासकर ढाई से तीन साल तक बच्चों में होता है। ये बच्चे ज्यादातर लेटे हुए होते हैं जिस वजह से उनके सिर के पिछले हिस्से पर अत्यधिक दवाब पड़ता है जिस वजह उनके पीछे के बाल झड़ने लगते हैं। इस तरह की परेशानी को मेडिकल टर्म में नियोनेटल ऑक्सिपिटल एलोपेसिया (Neonatal occipital alopecia) कहते हैं और सामान्य भाषा में इसे फ्रिक्शन एलोपेसिया भी कहते हैं। यह परेशानी जब बच्चे घुटने के बल चलना शुरू कर दें या फिर जन्म से 7 महीने के बाद धीरे-धीरे दूर होने लगती है। रिसर्च के अनुसार कुछ बच्चों में बाल झड़ने की समस्या गर्भ से शुरू हो जाती है। इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे-
- जन्म देने वाली मां की उम्र 34 साल से ज्यादा हो
- शिशु का जन्म वजायना (Normal delivery) से हुआ हो
- बच्चा पूरे नौ महीने के बाद जन्म हुआ हो
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बच्चों का बाल झड़ना: कारण 3. टीनिया केपिटिस (Tinea Capitis)
टीनिया केपिटिस की वजह से सिर के बाल, भौं (आइब्रो) और पलक (आई लेसेस) के बाल झड़ने लगते हैं। ऐसा फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) के कारण होता है। फंगल इंफेक्शन के साथ-साथ बैड बैक्टीरिया की वजह से भी ऐसा होता। बैड बैक्टीरिया बालों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं।
बच्चों का बाल झड़ना: कारण 4.ट्राइकोटिलोमेनिया (Trichotillomania)
ट्राइकोटिलोमेनिया एक तरह की मानसिक बीमारी (Mental illness) है। इस समस्या से पीड़ित बच्चे बालों को खींचते रहते हैं। बाल पर लगातार पड़ने वाले प्रेशर की वजह से बाल झड़ने लगते हैं। अगर आपका बच्चा भी बार-बार अपने बाल खींचता है तो उसे ऐसा न करने की सलाह दें और उसे समझाएं।
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बच्चों का बाल झड़ना: कारण 5. स्कैल्प इंजुरी
अगर किसी कारण बच्चे के सिर की त्वचा (Skin) जल जाए या किसी अन्य वजह से डैमेज हो जाए तो बाल झड़ जाते हैं और फिर से बालों की ग्रोथ में वक्त लगता है। ऐसी स्थिति में खुद से या घरेलू इलाज सार्थक नहीं होते हैं। डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर होगा।
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