backup og meta

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस है ज्यादा जरूरी, क्या आपको है इस बारे में जानकारी?

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस है ज्यादा जरूरी, क्या आपको है इस बारे में जानकारी?

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Women’s Health Insurance) यानी एक एक ऐसी पॉलिसी जिसके अंतर्गत किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर कंपनी की ओर से फाइनेंशियल भरपाई की जाती हो। महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस में व्यक्ति या संस्था को पॉलिसी में लिखित स्थितियों के अंतर्गत होने वाले नुकसान के प्रति फाइनेंशियल प्रोटेक्शन या भरपाई की जाती है। इंश्योरेंस पॉलिसी का उपयोग उस व्यक्ति की बीमारी के दौरान किया जाता है। आसान शब्दों में समझा जाए तो हेल्थ इंश्योरेंस के माध्यम से घर के सदस्य की बीमारी का खर्चा देकर घरवालों को बड़े नुकसान से बचाया जा सकता है। इस इंटरनेशनल वुमंस डे के मौके पर जानिए कि किस तरह से महिलाएं हेल्थ इंश्योरेंस की सहायता से अपना भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं।

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance for Women’s)

जॉब करने वाले पुरुष ही अक्सर हेल्थ इंश्योरेंस करवाते हैं,  जबकि हाउस वाइफ महिलाएं इस बारे में कम सोचती हैं। लेकिन आपको बता दें कि महिलाओं को भी हेल्थ इंश्योरेंस की ज्यादा जरूरत होती है। जिस तरह से हेल्थ इंश्योरेंस पुरुषों की बड़ी बीमारी में खर्चा उठाता है, ठीक उसी तरह से महिलाओं का हेल्थ इंश्योंस भी जरूरी होता है। अगर महिला किसी बड़ी बीमारी से पीड़ित हो जाती है, तो कंपनी की ओर से उसका खर्चा उठाया जाता है।

और पढ़ें :Insurance: इंश्योरेंस ले डाला, तो लाइफ झिंगालाला, जानें हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Women’s Health Insurance) है जरूरी, लेकिन उन्हें नहीं है जानकारी

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Women's Health Insurance)

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Women’s Health Insurance) जरूरी है, लेकिन इस बात को स्वीकार करने से महिलाएं अक्सर कतराती रहती हैं। जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने इस बारे में सर्वे किया तो पता चला कि ज्यादातर महिलाओं का मानना है कि वो पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं और उन्हें किसी भी तरह के हेल्थ इंश्योरेंस की जरूरत नहीं है। महिलाओं को लगता है कि उन्हें हेल्थ से रिलेटेड कोई भी समस्या नहीं होगी इसलिए उन्हें किसी हेल्थ इंश्योरेंस की जरूरत नहीं है। अगर आज के समय की गंभीरता को देखा जाए तो महिलाओं को अपनी सोच में बदलाव की जरूरत है। आज के समय में सब्जियों से लेकर अधिकतर खान-पान की चीजों में मिलावट चल रही है। ऐसे में जब मिलावट के साथ ही हवा भी ताजी नहीं बची है तो बीमारियां आसानी से किसी को भी चपेट में ले सकती है। ऐसे में महिलाओं के हेल्थ इंश्योरेंस बहुत जरूरी हो जाता है।

महिलाओं का स्वास्थ्य बीमा: इन बीमारियों के कारण महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस है जरूरी

देश के ज्यादातर शहरों में लोगों को साफ हवा भी नसीब नहीं है, ऐसे में पूर्ण रूप से स्वस्थ्य रहने की उम्मीद करना थोड़ा मुश्किल लगता है। ये कहना गलत नहीं होगा कि प्रदूषण से होने वाली बीमारी  के लिए भी हेल्थ इंश्योरेंस लेना जरूरी हो गया है। पॉल्युशन से होने वाली बीमारी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस के साथ ही महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस के बहुत से प्लान हैं, जिन पर उन्हें गौर करना चाहिए। क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मनरी डिजीज, हार्ट की बीमारी (Heart disease), डायबिटीज (Diabetes) की समस्या, कैंसर (Cancer) की बीमारी, सांस संबंधी बीमारी आदि ऐसी बीमारिया हैं, जिसकी चपेट में महिलाएं भी ज्यादा आती हैं। आजकल ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) भी बेहद आम हो गया है। ये सब बीमारिया अचानक से आती हैं और सही ट्रीटमेंट न मिल पाने के कारण कई बार घातक भी सिद्द हो सकती  हैं।

और पढ़ें : ऑनलाइन शॉपिंग की लत ने इस साल भी नहीं छोड़ा पीछा, जानिए कैसे जुड़ी है ये मानसिक बीमारी से

करियर के शुरुआत में ले सकती हैं हेल्थ इंश्योरेंस

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Women's Health Insurance)

भारत में महिलाओं का औसत जीवनकाल 69 साल का होता है। महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्लान किसी भी उम्र में लिया जा सकता है पर्याप्त सुरक्षा के लिए कोई भी महिला 25 साल से 45 साल तक में कभी भी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में इंवेस्ट कर सकती है। यानी अगर आप चाहें तो करियर की शुरुआत करने के साथ ही हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के बारे में भी सोच सकती हैं। आप चाहे तो इस बारे में पहले से जानकारी हासिल कर लें, फिर अपनी पसंद के प्लान में इंवेस्ट करें। बीमारियां किसी भी उम्र में आ सकती हैं, अगर पहले से ही इस बारे में प्लान कर लिया जाए तो परिवार को भविष्य में आने वाली बड़ी परेशानियों से बचा सकते हैं। जिन लड़कियों की शादी नहीं हुई है, वो पेरेंट्स के साथ हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में कवर हो सकती हैं। शादीशुदा महिलाएं निजी हेल्थ पॉलिसी ले सकती हैं।

[mc4wp_form id=”183492″]

और पढ़ें: आयुष्मान भारत योजना क्यों है लाभकारी, जानें बीमा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

महिलाओं का स्वास्थ्य बीमा: महिलाओं के लिए खास हेल्थ इंश्योरेंस

महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस की खास पेशकश करते हुए कुछ कंपनियां नए प्रपोजल भी लाई हैं। एगॉन रेलिगेयर लाइफ, बजाज आलियांज और टाटा-एआईजी जनरल की हेल्प से महिलाओं को स्पेशल हेल्थ इंश्योरेंस मिल सकते हैं । टाटा- एआईजी की वेलश्योरेंस वुमेन पॉलिसी हॉस्पिटलाइजेशन और क्रिटिकल इलनेस कवर का एक कॉम्बिनेशन है, जो 11 गंभीर बीमारियों के लिए कवर देती है। एगॉन रेलिगेयर का वुमेन केयर राइडर टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ जुड़ा है और महिलाओं से जुड़ी गंभीर बीमारियों के साथ नवजात शिशुओं की हेल्थ को भी कवर करता है। बजाज आलियांज का वुमेन-स्पेसिफिक क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस 8 सीरियस डिसीज के लिए कवर देता है। आपको बताते चले कि इन सभी इंश्योरेंस में रकम क्लेम करने के बाद दी जाती है। महिलाओं को करीब 5 लाख तक का कवर करवाना चाहिए।

महिलाएं हेल्थ इंश्योरेंस लेने से पहले इन बातों पर भी दे ध्यान

महिलाओं के मन में इंश्योरेंस की बात इसलिए भी नहीं आती है चुंकि उन्हें लगता है कि उसके घर-परिवार में पिता या फिर पुरुष ने जो इंश्योरेंस लिया है, उसी से परिवार कवर हो रहा है। आपको इस बात को जानने की जरूरत है कि ऑफिस की तरफ से दिया जाने वाला इंश्योरेंस जॉब न रहने की स्थिति में कवर नहीं होता है। ऐसे में बेहतर होगा कि महिलाओं को खुद का बीमा लेना चाहिए।

वहीं अगर आपके मन में ये बात आ रही है कि आपकी कमाई कम है तो स्वास्थ्य बीमा नहीं लेना चाहिए, तो आपको ये बात अपने मन से निकाल देनी चाहिए। आज किसी भी छोटी बीमारी के लिए अस्पताल जाने और वहां इलाज कराने में हजारों रुपय लग जाते है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस होने पर आप इन खर्चो से बच जाते हैं। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उम्र (Age) बढ़ने के साथ हेल्थ पॉलिसी लेने में ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है। एज के बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य बीमा लेना कठिन हो जाता है। आपके लिए ये बहुत जरूरी है कि समय रहते स्वास्थ्य का बीमा लें और खुद को कवर करें।

और पढ़ें: बुजुर्गों की देखभाल के लिए चुन सकते हैं ये विकल्प भी

महिलाओं का स्वास्थ्य बीमा: कम होती है महिलाओं के हेल्थ इंश्योरेंस की प्रीमियम

ये बात सच है कि इंश्योरेंस पॉलिसी की खोज करते समय आपको पता चलेगा कि महिलाओं और पुरुषों की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में अंतर होता है। महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम 900 से लेकर 3000 रुपए के बीच हो सकता है। साथ ही रेगुलर हेल्थ प्लान में भी काफी कम प्रीमियम होता है। किसी भी तरह का स्पेशलाइज्ड प्रोडक्ट खरीदने से पहले प्रीमियम की जानकारी लेना जरूरी होता है।

आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आपको आर्टिकल पढ़कर ये अंदाजा तो हो ही गया होगा कि महिलाओं का हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) लेना कितना जरूरी होता है। अगर आपको किसी भी प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस चाहिए तो बेहतर होगा कि पहले आप अपनी जरूरत को समझ और फिर उसी के हिसाब से हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को चुने। इसके लिए आप पॉलिसी एडवाइजर की हेल्प भी ले सकती हैं। आप हेल्थ से संबंधित अन्य खबरों के लिए हैलो हेल्थ की वेबसाइट में विजिट कर सकते हैं। साथ ही हमारे फेसबुक पेज में कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं। आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे।

[embed-health-tool-bmi]

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Are women-only health insurance policies a good buy? https://www.india.gov.in/spotlight/ayushman-bharat-national-health-protection-mission/Accessed on 29/2/2020

Insurance Plans/http://nhp.gov.in/national-health-insurance-schemes_pg/Accessed on 29/2/2020

Preventive care benefits for women/https://www.healthcare.gov/preventive-care-women/Accessed on 29/12/2021

Health/https://www.womenshealth.gov/Accessed on 29/12/2021

Women’s Preventive Services Guidelines/
https://www.hrsa.gov/womens-guidelines/index.html/Accessed on 29/12/2021

Women’s Health Insurance Coverage/https://www.kff.org/other/fact-sheet/womens-health-insurance-coverage/Accessed on 29/12/2021

Current Version

28/12/2021

Bhawana Awasthi द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


संबंधित पोस्ट

बुढ़ापे में गिरना और चोट लगना, इस रिस्क को कैसे करें कम?

हेल्थ इंश्योरेंस से लेकर पर्याप्त स्पेस तक प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी है इस तरह की फाइनेंशियल प्लानिंग


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 28/12/2021

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement