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Kidney Stone : किडनी में स्टोन होने पर बरतें ये सावधानियां

Kidney Stone : किडनी में स्टोन होने पर बरतें ये सावधानियां

किडनी स्टोन यानी गुर्दे में पथरी आज बहुत ही आम बीमारी बन चुकी है। इसका सफल इलाज संभव है, लेकिन यह एक ऐसी बीमारी है, जो एक बार ठीक होने के बाद बार-बार भी हो सकती है। किडनी स्टोन के लिए ऑक्सलेट के ज्यादा सेवन को जिम्मेदार ठहराया जाता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन (NCBI) के मुताबिक, दुनिया भर में लगभग 12 फीसदी लोग किडनी में स्टोन की समस्या से जूझ रहे हैं। किडनी में स्टोन की परेशानी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक कारण ऑक्सलेट के ज्यादा सेवन को भी माना गया है। किडनी में स्टोन अलग-अलग तरह के होते हैं, जिसकी जानकारी टेस्ट से मिलती है। हालांकि किडनी स्टोन की परेशानी को हेल्दी डायट से दूर किया जा सकता है।

आज इस आर्टिकल में समझेंगे किडनी स्टोन की परेशानी को दूर करने के लिए डायट में क्या शामिल करना चाहिए और क्या नहीं। लेकिन सबसे पहले जान लेते हैं किडनी स्टोन क्या है और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां।

क्या होता है किडनी स्टोन? (What is Kidney Stone?)

जब किडनी में ऑक्सलेट और कैल्शियम जैसे कई तत्व जमा हो जाते हैं, जो धीरे-धीरे सॉलिड पार्टिकल में बदलने लगते हैं। इसे ही स्टोन यानी पथरी की बीमारी कहा जाता है। किडनी स्टोन से बचने के लिए डॉक्टर्स ऐसी चीजें खाने से मना कर देते हैं, जिनमें ऑक्सलेट, यूरिक एसिड, कैल्शियम की मात्रा अधिक पाई जाती है, जैसेः टमाटर, बैगन आदि।

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किडनी में स्टोन कितने प्रकार के होते हैं?

किडनी में मुख्यत चार प्रकार के स्टोन या पथरी हो सकते हैं। जैसे:

  • कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन (Calcium Oxalate Stones)
  • कैल्शियम फास्फेट स्टोन (Calcium Phosphate Stones)
  • यूरिक एसिड स्टोन (Uric Acid Stones)
  • सिस्टाइन स्टोन (Cystine Stones)

कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन होने पर किन-किन चीजों से करें परहेज?

किडनी में कैल्शिम ऑक्सलेट स्टोन होने पर आपको अपनी डायट से ऐसे फूड आयटम्स को हटाना होगा, जिनमें काफी मात्रा में प्रोटीन, सोडियम या ऑक्सलेट मौजूद हो। ऐसे ही कुछ फूड आयटम्स हैं:

  • मूंगफली
  • पालक
  • चिकन, अंडे या मछली को खाने से पहले भी अपने डॉक्टर से सलाह ले लें।
  • डेरी प्रोडक्ट्स के भी अधिक सेवन से बचने की जरूरत हो सकती है।
  • अपने मील में सोडियम लेवल भी कम रखें।

कैल्शियम फॉस्फेट स्टोन होने पर किन चीजों से करना है परहेज?

  • एनीमल प्रोटीन और सोडियम से बचने की जरूरत है।
  • लोगों ऐसा मानते हैं कि सोडियम सिर्फ नमक में पाया जाता है। लेकिन सच्चाई यह नहीं है पैक्ड फूड और फास्ट फूड में काफी मात्रा में सोडियम पाया जाता है। इसलिए इन फूड आयटम्स का सेवन करते समय भी आपको सावधानियां बरतनी चाहिए।
  • चिकन खाने से बचना चाहिए।
  • मछली और अंडे का सेवन भी कम करना भी फायदेमंद होगा
  • डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही और पनीर का भी इस्तेमाल भी सोच-समझकर करने की जरूरत होती है।
  • सोया फूड्स जैसे सोया मिल्क, सोया बटर और टोफू को मील में शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
  • कोई भी जैसे काजू और बादाम का सेवन करने से पहले यह जान लें कि इसकी कितनी मात्रा सही है।
  • कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को डेली मील में शामिल करना चाहिए। लेकिन, इसकी कितनी मात्रा सही है इसके लिए डॉक्टर से बात करें।

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यूरिक एसिड स्टोन की समस्या में क्या न खाएं

  • चिकन खाने से बचने की जरूरत होगी।
  • मछली और अंडे का सेवन कम करना फायदेमंद होगा।
  • डेरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही और पनीर का सही मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
  • सोया फूड्स जैसे सोया मिल्क, सोया नट बटर और टोफू  को अपनी डायट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से बात कर लें।

 सिस्टाइन स्टोन होने पर क्या खाएं

  • किडनी में सिस्टाइन स्टोन होने की स्थिति में ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए और साथ ही पानी भी खूब पीना चाहिए।
  • मछली और अंडों का सेवन कम करना लाभकारी साबित होगा।
  • डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही और पनीर का सेवन निर्धारित मात्रा में ही करें।

किडनी में स्टोन होने की स्थिति में पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से भी फायदा होता है। इसके अलावा संतरे का जूस, जौ और रेड वाइन के नियमित सेवन से भी  किडनी में स्टोन की समस्या में फायदा हो सकता है। किसी भी तरह के मीट का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है। बहुत ज्यादा एनीमल प्रोटीन किडनी में स्टोन (पथरी) की परेशानी को बढ़ा सकता है। वहीं सेम, मटर, और दाल का भी सेवन हानिकारक हो सकता है। न्यूट्रीनिस्ट से सलाह लेकर ही डाइट चार्ट तैयार करें। कई बार सेल्फ मेडिकेशन से किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

गुर्दे में पथरी है, तो करें इनसे परहेज

यूरिक एसिड, पोटेशियम, सोडियम और कैल्शियम की उच्च मात्रा से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। इन खाद्य पदार्थों में प्रोटीन, डेयरी उत्पाद, नट्स, पालक, फलियां, बाजरा शामिल हैं।

किडनी स्टोन (Kidney Stone) से कैसे बचें

पानी की अधिक मात्रा का सेवन

दिन भर में कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी पिएं। शरीर में पानी की मात्रा अधिक होने से किडनी में जमी चीजें यूरीन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाती है। एक स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है कि दिन में 2 लीटर तक यूरीन की मात्रा शरीर में बननी चाहिए।

भरपूर कैल्शियम का सेवन

क्जलेट से बचे रहने के लिए अपने आहार में कैल्शियम की मात्रा शामिल करें। ध्यान रखें कि कैल्शियम की मात्रा का सेवन अपनी उम्र के हिसाब से ही करें। 50 साल के व्यस्को या इससे अधिक उम्र के लोगों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम तक के कैल्शियम की आवश्यकता होती है।

सोडियम की मात्रा कम करें

सोडियम की अधिक मात्रा यूरिन में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ा सकता है। जो किडनी स्टोन को बढ़ावा देने जैसा होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक एक पुष्ट शरीर को दिन भर में 1,500 मिग्रा सोडियम की आवश्यकता होती है 

मांसाहारी आहार से बचें

मांसाहारी आहार से दूर रहें। जैसे रेड मीट, अंडे, बीफ, चिकन, मछली, दूध, मक्खन और घी आदि।

गुर्दे में पथरी किसी भी उम्र में हो सकती है और यह एक ही व्यक्ति को कई बार हो सकती है। जिसे बचे रहने के लिए आपको अपने खानपान पर सबसे अधिक ध्यान देना होगा। 

 

नए संशोधन की समीक्षा डॉ. प्रणाली पाटील द्वारा की गई

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Kidney Stones – https://www.healthline.com/health/kidney-stones – accessed on 21/12/2019

Kidney Stones Health Center – https://www.webmd.com/kidney-stones/default.htm – accessed on 21/12/2019

Kidney stones – https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/kidney-stones/symptoms-causes/syc-20355755 – accessed on 21/12/2019

Kidney Stones: Everything You Need to Know About Causes, Symptoms, Treatment, and Why They Cause So Much Pain – https://www.everydayhealth.com/kidney-stones/guide/ – accessed on 21/12/2019

How do you get kidney stones? – https://www.medicalnewstoday.com/articles/154193.php – accessed on 21/12/2019

Current Version

16/02/2021

Ankita mishra द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar

Updated by: Nidhi Sinha


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Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/02/2021

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