कोरोना वायरस (2019-nCoV) ने चीन के अधिकतर शहरों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक चीन के अलावा, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, वियतनाम, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस आदि देशों में भी इसके मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसी के साथ, भारत में भी कई लोगों को लक्षणों के आधार पर अस्पताल में भर्ती किया गया है। चीन का पड़ोसी होने की वजह से भारत में भी कोरोना वायरस का डर बहुत ज्यादा फैल रहा है। जिसके कारण, भारत में कोरोना वायरस की अफवाह भी फैल रही हैं। जिसमें इस खतरनाक नए वायरस से जुड़ी कई बातों को वॉट्सऐप, फेसबुक आदि अन्य सोशल मीडिया पर दूसरे लोगों को फॉरवर्ड किया जा रहा है।
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कोरोना वायरस की अफवाह: कोरोनावायरस की अबतक अपडेट
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक, चीन में अभी तक नोवेल कोरोना वायरस के 5,974 मामले पाए जा चुके हैं और 132 मौतें हो चुकी हैं। जो कि 2002-03 में चीन में ही सार्स (SARS) की वजह से देखे गए 5327 मामलों से ज्यादा है। इसके अलावा, यूएई में भी नोवल कोरोना वायरस का पहला मामला दर्ज किया जा चुका है और ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने चीन से बाहर अपनी लैब में कोरोना वायरस विकसित कर लिया है, जो कि काफी प्रभावशाली कदम साबित हो सकता है। अमेरिका भी नए कोरोना वायरस के इलाज के लिए वैक्सीन तैयार करने में लगा है।
अब भारत की बात की जाए, तो भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन के वुहान से भारतीयों को निकालने में मदद मांगी है, जो कि नए कोरोनावायरस के फैलने का केंद्र है और चीन या अन्य प्रभावित जगहों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर जांच की जा रही है। भारत में कई मरीजों को लक्षणों के आधार पर विभिन्न अस्पतालों में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है, लेकिन अभी तक भारत में कोरोनावायरस का कोई मामला नहीं दर्ज किया गया है। इसके अलावा, भारत के कोलकाता शहर में थाईलैंड की एक महिला की मौत हो गई है, जिसे लक्षणों के आधार पर अस्पताल में दाखिल किया गया था। लेकिन, उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हो पाई है। इन्हीं सब जानकारियों के साथ भारत में कोरोना वायरस को लेकर कई अफवाहें फैल रही हैं। आइए, कोरोना वायरस की अफवाह के बारे में जानते हैं।
भारत में कोरोना वायरस की अफवाह
भारत में कोरोना वायरस को लेकर कई अफवाह सोशल मीडिया पर फैल रही हैं, जिससे डर का माहौल बढ़ रहा है। आप ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान न देकर सिर्फ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारियों पर ही विश्वास करें। सोशल मीडिया पर आ रही कुछ भ्रामक जानकारियां कुछ इस प्रकार हैं-
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स वॉट्सएप, फेसबुक आदि में फैल रही एक अफवाह में बताया जा रहा है कि आपको 90 दिनों तक कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम, कुल्फी, मिल्कशेक, खुरदरी बर्फ, बर्फ का कोला, दूध की मिठाइयों का सेवन नहीं करना है।
- दूसरी अफवाह में बताया गया है कि ले को सूखा न होने दें और लगातार पानी पीते रहें।
- तीसरी अफवाह में कोरोना वायरस को इसी तरह के नाम से जुड़ी एक बियर ब्रांड का सेवन करने से भी जोड़ा गया है। जो पूर्णत: गलत है।
दरअसल, ये बातें अप्रत्यक्ष रूप से नए कोरोना वायरस के बचाव में मदद कर सकती हैं, लेकिन इनका अभी तक कोई प्रामाणिक सबूत नहीं है और न ही भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय या विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसी कोई जानकारी दी है। इसलिए बेहतर होगा कि आप विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य मंत्रालय की बातों पर ही यकीन करें। कोरोना वायरस से अवेयरनेस ही लोगों को बीमारी से बचा सकता है।
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कोरोना वायरस की अफवाह से बचें : भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की हेल्पलाइन
कोरोना वायरस को लेकर भारतीयों के मन में चल रहे सवाल और इस तरह की अफवाहों को देखते हुए भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने +91-11-23978046 नंबर से एक हेल्पलाइन चालू की है। जिस पर फोन करके आप नोवेल कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, मंत्रालय ने सबसे ज्यादा पूछे गए सवालों के जवाब भी अपने सोशल मीडिया पेज पर दिए हैं। जैसे-
- नोवेल कोरोनावायरस क्या है?
- नोवेल कोरोनावायरस का स्त्रोत क्या है?
- नोवेल कोरोनावायरस के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
- क्या भारत में अभी तक इसका कोई मामला दर्ज किया गया है?, आदि
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया है कि अगर आपको सांस संबंधी समस्याएं, बुखार, खांसी आदि हो रही है, तो आप नए कोरोनावायरस की जांच करवाने के लिए किसी भी सरकारी अस्पताल जा सकते हैं। जहां आपकी ट्रेवल और मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए आगे की जांच की जा सकती है।
भारत में नए कोरोनावायरस की स्क्रीनिंग 21 शहरों के एयरपोर्ट पर चालू कर दी गई है। ताकि, चीन या किसी भी अन्य जगह से आने वाले किसी भी यात्री में नए कोरोनावायरस की स्क्रीनिंग की जा सके। जिसमें, दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, बैंगलुरु, अहमदाबाद, अमृतसर, जयपुर, लखनऊ, वाराणसी, गोवा आदि शामिल हैं।
कोरोना वायरस की अफवाह से बचें : जानें कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस की अफवाह के चलते हुए यह जानना बहुत जरूरी है कि कोरोना वायरस है क्या? कोराना वायरस इंसानों समेत सभी मैमल्स (Mammals) में रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा कर सकता है। पहले यह सिर्फ जानवरों को होता था, जो अब इंसानों तक पहुंच गया है। इस वायरस का नाम कोरोना वायरस इस वजह से पड़ा, क्योंकि इलेक्ट्रोन माइक्रोस्कॉप के नीचे यह वायरस क्राउन शेप में दिखता है और लेटिन में कोरोना का अर्थ क्राउन होता है। अधिकतर कोरोना वायरस हानिकारक नहीं होते हैं। लेकिन, कोरोना वायरस के सार्स (SARS) और मार्स (MERS) प्रकार इंसानों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। जानवरों में पहला कोरोना वायरस पहली बार 1937 में पक्षियों में संक्रमित ब्रोंकाइटिस वायरस के रूप में मिला था और इसके बाद पहला ह्यूमन कोरोना वायरस 1960 में सामान्य जुकाम से ग्रसित मरीजों की नाक में पाया गया।
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नोवेल कोरोना वायरस की शुरुआत कैसे हुई?
वैज्ञानिकों के मुताबिक इस वायरस का केंद्र चीन के हुबेई प्रांत में स्थित वुहान शहर के किसी होलसेल मार्केट या सीफूड मार्केट में है, जहां से यह वायरस फैला है। माना जा रहा है कि यह नोवेल कोरोना वायरस सांपों से फैला हो सकता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन में चीन ने इसके बारे में 31 दिसंबर 2019 को दर्ज करवाया गया था। जिसमें, वुहान शहर में अनजान कारणों की वजह से निमोनिया के कुछ मामलों के बारे में बताया गया था। लेकिन, अब इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए, डब्ल्यूएचओ ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की मीटिंग की है और इससे जुड़े जरूरी कदमों के बारे में बातचीत की है। चीन के वुहान शहर की यात्रा करने वाले लोगों को जरूरी एहतियात रखने की सलाह दी गई है और कई देशों या चीन के दूसरे शहरों में उन लोगों की स्क्रीनिंग भी करवाई जा रही है।
कोरोना वायरस की अफवाह से बचें : जानें इसके लक्षण
- छींक आना
- शारीरिक थकान
- खांसी
- नाक बहना
- बुखार
- गले में दर्द
- सांस फूलना
- डायरिया
- दर्द
आपको बता दें कि, कोरोना वायरस का इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है, जिस वजह से कोरोना वायरस की अफवाह भी फैल रही है और यह ज्यादा खतरनाक हो जाता है। इसके इलाज की जगह कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति को डॉक्टर की निगरानी और देखरेख न मिल पाने की वजह से यह बीमारी खतरनाक हो जाती है और गंभीर रेस्पिरेटरी डिजीज का कारण बन सकती है। इन बीमारियों की वजह गंभीर फेफड़ों में इंफेक्शन हो सकता है जो कि बाद में लंग्स, लिवर और हार्ट के फेल होने की भी वजह बन सकता है। कोरोना के लक्षणों को देखकर अनदेखा न करें और तुरंत इलाज कराएं। फिलहाल कोरोना महामारी के कारण भारत में लॉकडाउन चल रहा है।
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कोरोना वायरस की अफवाह से बचें: भारत सरकार की एडवाइजरी
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने नोवेल कोरोना वायरस की अफवाह और इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें, भारतीय नागरिकों को कुछ स्वास्थ्य संबंधी सलाह भी दी गई हैं। जो कि, खासकर चीन या चीन के वुहान शहर या उसके आसपास या फिर कोरोना वायरस के मामले पाए गए दूसरे देशों में यात्रा करने वाले लोगों के लिए बहुत जरूरी है। इसके अलावा, अन्य भारतीय नागरिकों को भी इन एहतियातों को बरतने के बारे में सुझाव दिया गया है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी कुछ इस प्रकार है-
- कोरोना वायरस की अफवाह और इससे बचाव के लिए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि आप जब भी घर से बाहर निकलें तो मुंह पर मास्क का प्रयोग करके निकलें।
- इसके अलावा, चीन की यात्रा करने वाले लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में बारीकी से नजर रखें और उसमें जरा-सा भी बदलाव आने पर डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
- अगर चीन या उसके आसपास के देशों की यात्रा करने के दौरान या उसके बाद आपको छींक, खांसी, बुखार या शारीरिक थकान महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें।
- यदि चीन जा रहे हैं या उससे आ रहे विमान में किसी भी नागरिक की तबियत खराब हो, तो इसकी सूचना तुरंत एयरहोस्टेस को दें और उससे मास्क लें। इसके बाद एयरपोर्ट हेल्थ अथॉरिटी से संपर्क करें।
- घर से बाहर जाने पर अपने साथ ताजा खाना रखें और बाहर का खाना न खाएं।
- किसी से भी हाथ मिलाने से बचें और यदि जरूरी भी है तो हाथ मिलाने के बाद हाथों को साबुन से धोएं।
- छींक या खांसी आने पर मुंह को ढक लें।
- खांसी और छींक से परेशान मरीज से थोड़ी एहतियात के साथ मिलें या जिसकी तबियत ठीक न हो उससे दूरी बनाकर रखें।
- जानवरों के संपर्क से दूर रहें और मीट का सेवन भी कम करें।
- किसी भी तरह के जानवरों के फार्म, पशुओं के बाजार और बूचड़खाने में जाने से बचें।
- घर में सब्जियां लाएं तो उसे तुरंत साफ करें।
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार मुहैया नहीं कराता।
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