कोरोना वायरस को लेकर भारतीयों के मन में चल रहे सवाल और इस तरह की अफवाहों को देखते हुए भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने +91-11-23978046 नंबर से एक हेल्पलाइन चालू की है। जिस पर फोन करके आप नोवेल कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, मंत्रालय ने सबसे ज्यादा पूछे गए सवालों के जवाब भी अपने सोशल मीडिया पेज पर दिए हैं। जैसे-
- नोवेल कोरोनावायरस क्या है?
- नोवेल कोरोनावायरस का स्त्रोत क्या है?
- नोवेल कोरोनावायरस के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
- क्या भारत में अभी तक इसका कोई मामला दर्ज किया गया है?, आदि
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया है कि अगर आपको सांस संबंधी समस्याएं, बुखार, खांसी आदि हो रही है, तो आप नए कोरोनावायरस की जांच करवाने के लिए किसी भी सरकारी अस्पताल जा सकते हैं। जहां आपकी ट्रेवल और मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए आगे की जांच की जा सकती है।
भारत में नए कोरोनावायरस की स्क्रीनिंग 21 शहरों के एयरपोर्ट पर चालू कर दी गई है। ताकि, चीन या किसी भी अन्य जगह से आने वाले किसी भी यात्री में नए कोरोनावायरस की स्क्रीनिंग की जा सके। जिसमें, दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, बैंगलुरु, अहमदाबाद, अमृतसर, जयपुर, लखनऊ, वाराणसी, गोवा आदि शामिल हैं।
कोरोना वायरस की अफवाह से बचें : जानें कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस की अफवाह के चलते हुए यह जानना बहुत जरूरी है कि कोरोना वायरस है क्या? कोराना वायरस इंसानों समेत सभी मैमल्स (Mammals) में रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा कर सकता है। पहले यह सिर्फ जानवरों को होता था, जो अब इंसानों तक पहुंच गया है। इस वायरस का नाम कोरोना वायरस इस वजह से पड़ा, क्योंकि इलेक्ट्रोन माइक्रोस्कॉप के नीचे यह वायरस क्राउन शेप में दिखता है और लेटिन में कोरोना का अर्थ क्राउन होता है। अधिकतर कोरोना वायरस हानिकारक नहीं होते हैं। लेकिन, कोरोना वायरस के सार्स (SARS) और मार्स (MERS) प्रकार इंसानों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। जानवरों में पहला कोरोना वायरस पहली बार 1937 में पक्षियों में संक्रमित ब्रोंकाइटिस वायरस के रूप में मिला था और इसके बाद पहला ह्यूमन कोरोना वायरस 1960 में सामान्य जुकाम से ग्रसित मरीजों की नाक में पाया गया।
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नोवेल कोरोना वायरस की शुरुआत कैसे हुई?
वैज्ञानिकों के मुताबिक इस वायरस का केंद्र चीन के हुबेई प्रांत में स्थित वुहान शहर के किसी होलसेल मार्केट या सीफूड मार्केट में है, जहां से यह वायरस फैला है। माना जा रहा है कि यह नोवेल कोरोना वायरस सांपों से फैला हो सकता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन में चीन ने इसके बारे में 31 दिसंबर 2019 को दर्ज करवाया गया था। जिसमें, वुहान शहर में अनजान कारणों की वजह से निमोनिया के कुछ मामलों के बारे में बताया गया था। लेकिन, अब इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए, डब्ल्यूएचओ ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की मीटिंग की है और इससे जुड़े जरूरी कदमों के बारे में बातचीत की है। चीन के वुहान शहर की यात्रा करने वाले लोगों को जरूरी एहतियात रखने की सलाह दी गई है और कई देशों या चीन के दूसरे शहरों में उन लोगों की स्क्रीनिंग भी करवाई जा रही है।
कोरोना वायरस की अफवाह से बचें : जानें इसके लक्षण