28 जुलाई को वर्ल्ड नेचर कंजर्वेशन डे मनाया जाता है ताकि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ सके। नेचर कंजर्वेशन (Nature Conservation) बेहतर जीवन स्थितियों के लिए जरूरी है। यह वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के वेल बीइंग को भी सुनिश्चित करता है। लेकिन, आज पर्यावरण के नुकसान से पृथ्वी, जल, वायु और आकाश को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई नेचुरल रिसोर्सेज कंजर्वेशन की तरह ही वाटर कंजर्वेशन सबसे महत्वपूर्ण है। सरकार जल के संरक्षण के लिए कई तरह की स्कीम और प्रोग्राम्स भी नियोजित करती है। लेकिन, वाटर कंजर्वेशन हमारी भी जिम्मेदारी है। इसलिए, हमें भी इसके प्रति जागरुक होना जरूरी है। अगर ज्यादा नहीं तो हम घर में पानी बचाने के टिप्स तो फॉलो करके नेचर कंजर्वेशन में अपना योगदान दे सकते हैं। “हैलो स्वास्थ्य’ के इस लेख में जानते हैं पानी बचाने के तरीके कौन-कौन से हैं।
और पढ़ें : जानिए क्या है वॉटर स्टोरेज के लिए बेस्ट, तांबा, स्टील या मिट्टी के बर्तन
वाटर कंजर्वेशन क्यों जरूरी है?
पानी एक सीमित संसाधन है। धरती का लगभग तीन चौथाई हिस्सा पानी से घिरा हुआ है। लेकिन, इसका 97% पानी खारा है जो पीने लायक नहीं है। इसका मतलब है कि पीने योग्य पानी की मात्रा सिर्फ 3% है। इसमें भी 2% पानी ग्लेशियर और बर्फ के रूप में है। इस हिसाब से मात्र 1% पानी ही ह्यूमन यूज के लिए मौजूद है। पानी का संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पर्यावरण की रक्षा करते हुए पानी को शुद्ध और स्वच्छ रखता है। पानी का संरक्षण करने का मतलब है कि हमारे पानी की आपूर्ति का बुद्धिमानी से उपयोग करना। जैसे कि हर व्यक्ति आजीविका के लिए पानी पर निर्भर रहता है। इसलिए, हमें सीखना चाहिए कि पानी की सीमित आपूर्ति को कैसे बचाए रखें।
और पढ़ें : जानिए बांस की बोतल में पानी पीने के फायदे और इसके अद्भुत गुण
घर में पानी बचाने के टिप्स : नल बंद करें
यह लगभग हर दूसरे इंसान में एक बुरी आदत है कि रोजमर्रा के कामों के दौरान नल खुला रहता है। इससे काफी पानी वेस्ट होता है। बर्तन धोते समय, कुल्ला के दौरान, दांतों को ब्रश करते हैं या शेव करते समय एक बड़ी मात्रा में पानी बेवजह बहता रहता है। एन्वॉयरन्मेंट प्रोटेक्शन एजेंसी (EPA) के अनुसार, बाथरूम में एक मिनट में लगभग 2 गैलन पानी बर्बाद होता है। इसलिए, कभी भी नल का पानी बेकार में नहीं चलने देना चाहिए। जब आप अपने दांतों को ब्रश और शेव करते हैं, तो नल को बंद कर दें। इस तरह से आप एक महीने में सैकड़ों गैलन पानी बचा सकते हैं। पानी बचाने का यह तरीका बेहद ही आसान और प्रभावी है। आप भी ‘सेव वाटर, सेव लाइफ’ की ओर अपना एक कदम बढ़ाएं।
और पढ़ें : डिटॉक्स टी आज ट्रेंड में है, इंटरनेशनल टी डे पर जानें इसके फायदे और साइड इफेक्ट्स
घर में पानी बचाने के टिप्स : स्मार्ट टॉयलेट्स
घर में बाथरूम ऐसी जगह है जहां सबसे ज्यादा इनडोर पानी का उपयोग किया जाता है। यहां पानी को कैसे बचाया जा सकता है? तो यह एक ऐसी जगह है जहां आप कुछ स्मार्ट तरीकों से पानी की बचत कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, टॉयलेट घर की औसत पानी की खपत का लगभग 30 प्रतिशत है। वहीं, पुराने टॉयलेट हर फ्लश में 6 गैलन यानी तकरीबन 22 लीटर पानी का उपयोग करते हैं। लेकिन ईपीए वाटरसेंस सर्टिफाइड टॉयलेट्स में प्रति फ्लश सिर्फ 1.28 से 1.6 गैलन पानी का ही उपयोग होता है। वैसे ही ड्यूल फ्लश टॉयलेट्स में भी कम पानी का इस्तेमाल होता है। लो-फ्लश टॉयलेट्स पानी के उपयोग को 40% से 50% तक कम कर सकते हैं। इस तरह, घर में ऐसे टॉयलेट्स का इंस्टालेशन पानी बचाने के एक अच्छा तरीका है।
लीकेज को सही करें
घर में हो रहे किसी भी तरह के लीक को ठीक करना सुनिश्चित करें। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन, एक फॉसेट से धीमे-धीमे होने वाले लीकेज से एक दिन में लगभग 20 गैलन पानी की बर्बादी हो सकती है। वहीं, एक लीकेज टॉयलेट दिन भर में करीबन 200 गैलन पानी बर्बाद कर सकता है।
और पढ़ें : कैमिकल वाले क्लीनर को छोड़कर ऐसे घर पर खुद ही बनाएं नैचुरल टॉयलेट क्लीनर
नए शॉवरहेड इंस्टॉल करें
औसतन चार फैमिली मेंबर्स वाली एक फैमिली में लगभग 17 प्रतिशत डोमेस्टिक इनडोर वाटर का उपयोग शावर के लिए किया जाता है। मतलब तकरीबन दिनभर में 40 गैलन पानी का इस्तेमाल हो जाता है। यहां पानी बचाने के लिए, आप एक नियमित शावरहेड को बदलें। इनकी जगह पर आप वाटरसेंस सर्टिफाइड शॉवरहेड इंस्टॉल करें जिसमें एक मिनट में दो गैलन या इससे भी कम पानी का ही उपयोग होता है।
और पढ़ें : जानिए क्या है जापानी वॉटर थेरिपी, कैसे करती है शरीर को फायदा?
एयर कंडीशनर की सेटिंग बदलें
अपने एसी को ‘फैन ओनली’ सेटिंग पर रखें। एवापोरेटिव एयर कंडीशनर प्रति घंटे लगभग सौ लीटर पानी का उपयोग करते हैं। एसी को दिन और रात में दो घंटे फैन ओनली सेटिंग पर स्विच करना, पानी के उपयोग में बड़ा बदलाव ला सकता है। इसके साथ ही लीक के लिए नियमित रूप से जांच करें। फ्लो कंट्रोल को बनाए रखें और फिल्टर पैड साफ करें।
और पढ़ें : एयर प्यूरीफाइंग प्लांट्स के बारे में सुना है? फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान
लॉन्ड्री के लिए वॉशर हो स्मार्ट
कपड़े धोने के दौरान वॉशर में वाटर लेवल को उतना ही रखें जितना आवश्यक हो। कुछ नई टेक्नोलॉजी की वाशिंग मशीन में ऐसे वॉशर लगे हैं जो ऑटोमैटिकली ऐसा करते हैं। इसलिए, जब आपके वॉशर को बदलने का समय आ जाए तो एक एनर्जी और वाटर एफिसिएंट मॉडल चुनें। एनर्जी स्टार लेबल वाले वॉशर अन्य वॉशर की तुलना में 25 प्रतिशत कम ऊर्जा और 33 प्रतिशत कम पानी का उपयोग करते हैं। ये मॉडल पूरी तरह से लोडेड कपड़ों को पूरी तरह से साफ करने के लिए केवल 14 गैलन पानी का उपयोग करते हैं। जबकि गैर-लेबल वाले वाशर प्रति लोड में 20 गैलन का उपयोग करते हैं।
[mc4wp_form id=’183492″]
अपने बगीचे को पानी देना संभालकर
घर में पानी बचाने के टिप्स की बात हो रही है, तो हम गार्डन एरिया को कैसे भूल सकते हैं। यहां बताए गए पानी बचाने के कुछ तरीके इसके लिए मददगार साबित होंगे:
- अगर बारिश का पूर्वानुमान है तो अपने स्प्रिंकलर्स (sprinklers) को बंद करना याद रखें।
- मौसम की स्थिति के हिसाब से इर्रिगेशन कंट्रोलर (irrigation controller) को निर्धारित करें।
- नियमित रूप से अपने इर्रिगेशन सिस्टम (irrigation system) की जांच करें।
- वाटर कन्जर्वेशन (water conversation) के लिए रेन बैरल (rain barrel) का इस्तेमाल करें ताकि गार्डन की सिंचाई के लिए बारिश के पानी को इक्क्ठा किया जा सके।
- मिट्टी को स्वस्थ रखें और वाष्पीकरण के माध्यम से पानी की बर्बादी को रोकने के लिए बगीचे में मल्च (गीली घास) डालें।
- यदि गार्डन छोटा है तो ऑटोमैटिक इर्रिगेशन सिस्टम की जगह मैन्युअली पानी दें। इस तरह आप लगभग 33 फीसदी पानी बचा सकते हैं।
और पढ़ें : वाटर इंटॉक्सिकेशन : क्या ज्यादा पानी पीना हो सकता है नुकसानदेह?
घर में पानी बचाने के टिप्स : डिशवॉशर हो ऐसे
अगर हाथ से बर्तन धोते हैं, तो नल को लगातार चलाने के बजाय इस्तेमाल न होने पर नल बंद कर दें। यदि आप एक डिशवॉशर का इस्तेमाल कर रहे हैं। तो स्टैंडर्ड एनर्जी स्टार लेबल्ड डिशवाशर इंस्टाल करें। इससे कम पानी का उपयोग होता है। स्टैंडर्ड एनर्जी स्टार लेबल वाले डिशवॉशर हर साइकिल में 3.5 गैलन या उससे कम पानी का उपयोग करते हैं। इसके साथ ही ये मॉडल गैर-लेबल डिशवॉशर की तुलना में कम एनर्जी भी लेते हैं।
दुनिया में हर एक गतिविधि प्रकृति की स्थिति पर निर्भर करती है। पृथ्वी पर सभी जीवों और उनके अस्तित्व के लिए प्रकृति संरक्षण सबसे महत्वपूर्ण है। प्राकृतिक असंतुलन की वजह से आज पूरी दुनिया कई तरह की समस्याओं का सामना कर रही है। इसमें प्राकृतिक आपदा (नेचुरल डिजास्टर), ग्लोबल वॉर्मिंग, कई बीमारीयां आदि शामिल हैं। अगर नेचर कन्जर्वेशन की तरफ ध्यान न दिया गया तो कई भयानक दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं। इसलिए, इस नेचर कन्जर्वेशन डे पर आप खुद से एक वादा करें कि आप जितना ज्यादा हो सकेगा, उतना इस ओर प्रयास करेंगे।
[embed-health-tool-bmi]