प्लास्टिक (plastic) कचरे की बात की जाए तो हर साल 1.5 लाख टन से ज्यादा प्लास्टिक (plastic) कचरा विदेशों से भारत आता है। ऑल इंडिया प्लास्टिक मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (All India Plastic Manufacturer Association) की मानें तो, 2% से 5% प्लास्टिक(plastic) कचरा रिसाइकल नहीं हो पाता। इसकी वजह से पर्यावरण को नुकसान होता है। प्लास्टिक (plastic) की थैलियों को इक्ट्ठा नहीं कर पाने के कारण भी पर्यावरण को काफी नुकसान होता है। यदि पर्यावरण नहीं बचेगा तो, मानव जाति से लेकर पशु—पक्षी कोई भी नहीं बचेगा। विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक (plastic) से पशु—पक्षी ही नहीं मानव जाति को भी खतरा है। आइए जानते हैं कि किस प्लास्टिक (plastic) से क्या खतरा हो सकता है।