वयस्कों के लिए इम्यूनजेशन : हेपेटाइटिस B वैक्सीन (Hepatitis B vaccine)
हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B vaccine) जिगर का एक प्रकार का संक्रमण है, जो हेपेटाइटिस बी वायरस के कारण होता है। यह रक्त और शरीर के तरल पदार्थों से फैलता है। यदि कोई माता हेपेटाइटिस बी का वाहक है, तो उससे शिशु को अथवा प्रसव के दौरान इस वायरस के फैलने की संभावना काफी अधिक होती है।
गंभीर हेपेटाइटिस के लक्षणों में अत्यधिक थकान महसूस होना, भूख कम लगना, उल्टी आना, दस्त लगना और त्वचा और आंखों के सफेद भाग का रंग पीला होना शामिल हैं। गंभीर संक्रमण के अधिकतर मामले पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। तथापि, कुछ लोग इसके गंभीर रुप के वाहक हो जाते है, जिनको अंत में जिगर की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जैसे जिगर का सिरोसिस और जिगर कैंसर। हेपेटाइटिस B का टीका (HBV) हेपेटाइटिस B से और लिवर कैंसर जैसी इसकी जटिलताओं से प्रभावी रूप से बचाव कर सकता है।
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वयस्कों के लिए इम्यूनजेशन : टेटिनस वैक्सीन (Tetanus Vaccination)
बुजुर्गो के लिए वैक्सीनेशन में, टेटिनस वैक्सीन भी बहुत जरूरी है। टेटिनस का टीका (Tetanus Vaccination) बच्चों से लेकर बच्चों तक सभी के लिए जरूरी होता हैऋ। बढ़ती उम्र के साथ बुजुर्गों में चोट लगने की समस्या भी देखने को मिलती है, तो ऐसे में यह वैक्सीन उनके लिए जरूरी है। टिटनेस वैक्सीन चार अलग-लग प्रकार ( (Tetanus Vaccination Types)की होती हैं, जो टिटनेस (Tetanus Vaccination) के साथ ही अन्य बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करती है। अब इनमें से कौन सी प्रकार की वैक्सीन किस के लिए है, यह जानना भी जरूरी है। क्योंकि किस व्यक्ति को कौन सी वैक्सीन दी जाएगी, यह उसकी उम्र और वैक्सीन की स्थिति पर निर्भर करता है।
Tdap वैक्सीन- यह बड़े बच्चों और व्यस्कों को दिया जाता है। यह डिप्थेरिया,टेटिनस और काली खांसी से बचाव करता है।
Td वैक्सीन- यह बड़े बच्चों और व्यस्कों को दिया जाने वाला बूस्टर शॉट है जो डिप्थेरिया औरटेटिनस से बचाव करती है।
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वयस्कों के लिए इम्यूनजेशन : एमएमआर वैक्सीन (MMR Vaccine)
एमएमआर वैक्सीन (MMR Vaccine), तीन टीकों के इस संयोजन का उपयोग: खसरा, मम्प्स और रूबेला के रोकथाम के लिए किया जाता है। ये तीनों बीमारियों के कारण रोगी में कई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी लक्षण देखने को मिल सकते हैं। दुर्लभ मामलों में, मृत्यु की भी स्थिति हो सकती है। यह वैक्सीन संक्रमण को रोकने के लिए सूक्ष्मजीवों के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करती है। इस इंजेक्शन के अपने कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे कि शरीर में लालिमा आना, दर्द और सूजन आदि। हालांकि, यह अस्थायी लक्षण होते हैं, जो कुछ समय के लिए होते हैं। इसलिए वैक्सीनेशन, चिकित्सक के निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करते हुए ही लेना चाहिए। एमएमआर वैक्सीन को डॉक्टर द्वारा पर्चे पर लिखे जाने के बाद बाद ही लिया जाना चाहिए।वैसे आमतौर पर, एमएमआर टीके को बहुत कम साइड इफेक्ट के साथ वैक्सीनेशन के लिए सुरक्षित माना जाता है।
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इस तरह आपने जाना वयक्सकों के लिए वैक्सीनेशन क्यों जरूरी है और वैक्सीनेशन के दौरान किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। बुजर्गों को कब और कौन से वैक्सीनेशन लेने है, इस बात का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है। इसके लिए आप कोशिश करें कि डॉक्टर से पूरा वैक्सीनेशन का चार्ट बनवा लें और उसके बाद उसे फॉलो करें। इसी के साथ इस बात का भी ध्यान रखें कि एक साथ कोई भी दो वैक्सीनेशन न करवाएं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।