आपने बचपने से ही हिप्नोटाइज शब्द कई बार सुना होगा। यह मेडिकल फील्ड का ऐसा सब्जेक्ट है, जिसे लोग जादूगरी से जोड़कर देखते हैं। आज आप इस आर्टिकल में जानेंगे कि आखिर हिप्नोटाइज हकीकत में क्या है और कैसे किसी व्यक्ति हिप्नोटाइज हो जाता है।
हिप्नोसिस (Hypnosis) क्या है?
वास्तव में हिप्नोसिस, हिप्नोटाइज या सम्मोहन क्या है, इसके बारे में कुछ भी कह पाना वास्तविकता से कहीं अलग हो सकता है। हिप्नोटाइज क्या है इसकी अलग-अलग परिभाषाएं पाई जाती है। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के मुताबिक, सम्मोहन दो लोगों के बीच की आपसी बातचीत हो सकती है जो एक प्रकार से गुप्त हो सकती है। इसमें एक प्रतिभागी होता है और दूसरा उसे सम्मोहन करने वाला यानी हिप्नोटाइज करने वाला, जो प्रतिभागी से अपने किसी भी सवाल का जवाब जान सकता है या प्रतिभागी के जीवन से जुड़ी सभी कड़ियों की कहानी उससे काफी आसानी से सुन सकता है।
वहीं, हिप्नोसिस शब्द ग्रीक शब्द है जिसका अर्थ सोना (नींद/Sleep) होता है। लेकिन, हिप्नोसिस और स्लीप में अंतर है। जब हम सो रहे होते हैं, तो हम कान्शस रहते हैं। आसपास की जानकारी रहती है पर हिप्नोसिस में चेतना नहीं रहती है। व्यक्ति अपने आसपास होने वाली गतिविधियों को समझ नहीं पाता है।
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हिप्नोटाइज का इस्तेमाल किसके लिए क्या जाता है?
अधिकांश लोग हिप्नोटाइज के इस्तेमाल पर अपनी अलग-अलग राय रखते हैं। जहां कुछ लोग हिप्नोटाइज का अभिप्राय किसी शख्स को अपने बस में करना मनते हैं, वहीं हिप्नोटाइज का इस्तेमाल मनोवैज्ञानिक चिकित्सा में एक थेरिपी के तौर पर किया जाता है। हिप्नोटाइज की मदद से डिप्रेशन या अन्य मानसिक परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद भी की जा सकती है।
हिप्नोटाइज कैसे काम करता है?
मनोवैज्ञानिक जॉन किहलस्ट्रॉम के अनुसार, “सम्मोहित व्यक्ति व्यक्ति को सम्मोहित नहीं करता है। बल्कि सम्मोहित व्यक्ति एक प्रकार के कोच या ट्यूटर के रूप में कार्य करता है जिसका काम व्यक्ति को सम्मोहित करने में मदद करना होता है।’ सम्मोहित व्यक्ति एक तरह से नींद में रहता है, जिसे कृत्रिम नींद कहा जा सकता है। इसके अलावा मनोविज्ञान में, सम्मोहन को कभी-कभी हिप्नोथेरिपी के रूप में भी संदर्भित किया जाता है और इसका उपयोग मानसिक दर्द को कम करने और उपचार जैसे उद्देश्यों के लिए किया जाता है। सम्मोहन आमतौर पर एक प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा किया जाता है जो एक कृत्रिम निद्रावस्था के जरिए व्यक्ति को सम्मोहित करके उसका उपचार कर सकता है।
हिप्नोटाइज के 5 अलग-अलग स्टेज होते हैं।
- स्टेज 1- यह शुरुआती स्टेज होता है। इस स्टेज में पीड़ित व्यक्ति नींद में होने के बावजूद भी आसपास होने वाली गतिविधियों को समझते रहते हैं।
- स्टेज 2- एक्सपर्ट्स के अनुसार इस स्टेज में व्यक्ति ज्यादा गहरी नींद में सोता है।
- स्टेज 3- इस स्टेज में व्यक्ति वही करता है जो हिप्नोटिस एक्सपर्ट्स उसे करने के लिए कहते हैं। कभी-कभी पीड़ित व्यक्ति पहले अगर कुछ सोच रहा होता है, तो वह भी कर सकता है।
- स्टेज 4- इस स्टेज में हिप्नोटाइज्ड व्यक्ति शांत रहते हैं। इस समय वे क्या सोचते हैं इसे समझ पाना कठिन हो जाता है।
- स्टेज 5- यह लास्ट और सबसे ज्यादा एडवांस स्टेज माना जाता है।
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हिप्नोसिस से जुड़ी रोचक बातें :
- सोचने-समझने में भ्रम होना।
- सिर्फ हिप्नोसिस एक्सपर्ट ही किसी को कोई हिप्नोटाइज कर सकते हैं।
- हिप्नोसिस को लोग जादू समझते हैं या ब्लैक मैजिक समझते हैं लेकिन, ऐसी धारणा गलत है।
- हिप्नोसिस की समस्या होने पर हिप्नोसिस एक्सपर्ट ही आपको ठीक कर सकते हैं।
- सामान्य व्यक्ति दिन में कम से कम दो बार हिप्नोसिस का अनुभव करता है।
- रिसर्च के अनुसार हिप्नोसिस की मदद से शारीरिक दर्द ठीक किया जा सकता है।
- हिप्नोसिस के कारण याददाश्त पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- हिप्नोटाइज की स्थिति में मस्तिष्क सामान्य से अलग तरह से काम करता है।
- ऐसी धारणा है की हिप्नोटाइज ट्रान्स की स्थिति से मनुष्य बाहर नहीं आ सकता है लेकिन, यह धारणा गलत है।
- हिप्नोसिस में हर व्यक्ति में अलग-अलग तरह से बर्ताव करता है।
- आप खुद से अपने आपको हिप्नोटाइज नहीं कर सकते हैं।
- ये मानना की सिर्फ मस्तिष्क से कमजोर लोग ही सम्मोहित किये जा सकते हैं। लेकिन, ऐसा नहीं है कोई भी व्यक्ति सम्मोहित हो सकता है।
- हिप्नोटाइज से पीड़ित व्यक्ति को ठीक किया जा सकता है।
- सम्मोहन और ध्यान सहजता मन की शांति और आराम के लक्ष्य में समान हैं।
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हिप्नोसिस से जुड़ी सबसे आम गलतफहमी (ऐसा नहीं होता है):
- हिप्नोसिस से पीड़ित व्यक्ति के पास अज्ञात शक्तियां होती हैं।
- हिप्नोसिस की वजह से बेहोश, अनजान, हिलने-डुलने, सोचने, बोलने, कहने या सुनने में असमर्थ होने के बारे में सोंचना।
- कोई ऐसी बात जो किसी को न बतानी हो और बात बता देने की संभावना।
- सामान्य से अलग काम करना।
हिप्नोटाइज से जुड़े धारणाओं पर ध्यान नहीं देना चाहिए। अगर आपके किसी करीबी ऐसी किसी समस्या से पीड़ित हैं तो आपको हिप्नोसिस एक्सपर्ट से मिलना चाहिए।
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हिप्नोसिस के क्या प्रभाव हो सकते हैं?
हिप्नोसिस का अनुभव अलग-अलग व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोग सम्मोहित अवस्था के दौरान खुद को शांत और स्वस्थ महसूस करते हैं, तो वहीं कुछ अपने मन को बहुत ज्यादा परेशान और भ्रमित भी कर सकते हैं। हालांकि, सम्मोहित हुआ व्यक्ति पूरी तरह से होश में रह सकते हैं लेकिन उसका दिमाग किसी और की बाते सुनने और समझने पर जोर देता है।
शोधकर्ता अर्नेस्ट हिलगार्ड द्वारा किए गए प्रयोगों में इसका दावा किया गया है कि कैसे सम्मोहन का उपयोग मानसिक रूप से धारणाओं को बदलने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने अपने अध्ययन में पाया है कि सम्मोहित हुआ व्यक्ति किसी भी तरह के मानसिक या शारीरिक दर्द को महसूस करने में असमर्थ होता है। अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों ने अपनी बांह तो तब तक बर्फ के पानी में रखा गया था, जब तक उन्हें सम्मोहित करने वाले व्यक्ति ने अगला आदेश नहीं दिया था। जबकि गैर-सम्मोहित व्यक्तियों ने कुछ ही पल में अपना हाथ बर्फ के पानी में से बाहर निकाल। उन्हें कुछ ही सेकेंड में बर्फ के पानी से दर्द महसूस हुआ, जबकि सम्मोहित हुए व्यक्तियों में एक मिनट तक अपना हाथ बर्फ के पानी में रखा था।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।