13. रयूमेटाइड अर्थराइटिस में उपयोगी (Helps in Rheumatoid Arthritis)
तिल का तेल रयूमेटाइड अर्थराइटिस का कारगर इलाज माना जाता है। तिल का तेल विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर होता है। इसमें कॉपर (Cooper), जिंक (Zink), मैग्नीशियम (Magnesium), आयरन (Iron) और कैल्शियम (Calcium) होता है। इसमें मौजूद जिंक और कॉपर रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन में मदद करते हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन और मेटाबॉलिज्म को मेंटेन रखते हैं। कॉपर एंटी इन्फलामेटरी प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है, जो अर्थराइटिस के दर्द और सूजन से निजात दिलाता है। साथ ही घुटनों और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
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तिल का तेल (Sesame Oil) को डायट में कैसे शामिल करें
आप अपने कुकिंग ऑयल को तिल के तेल से रिप्लेस कर सकते हैं। शुरुआत में आप इसका इस्तेमाल थोड़ी मात्रा में कर सकते हैं। एक बार आपको इसके टेस्ट का आइडिया हो जाएगा तो आप अपने अनुसार इसका इस्तेमाल अलग अलग डिशेज में कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल आप सैलेड में भी कर सकते हैं।
तिल का तेल हमारे लिए कितना फायदेमंद है यह तो अब तक आप समझ ही गए होंगे। तिल का तेल लिवर (Liver) और हार्ट (Heart) को हेल्दी रखने के साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद है। हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में तिल का तेल हमें कैसे फायदा पहुंचाता है, इसकी जानकारी दी गई है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो इसके लिए अपने चिकित्सक से कंसल्ट करें।