आज के अधिकतर युवा अपने साथी को करीब से जानने और समझने के लिए लिव इन रिलेशन में रहना पसंद करते हैं। लिव इन रिलेशन वही, जिसे देश की आधी से अधिक आबादी संस्कारों के खिलाफ मानती है। हालांकि, 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने भी लिव-इन रिलेशनशिप को भारत में लीगल दर्जा दे दिया है। साथ ही इसे लेकर कई नियम भी बनाए हैं। लेकिन, बावजूद इसके बहुत-से लोग इसे अपनी परंपरा के खिलाफ मानते हैं। फिर भी अधिकतर युवा लिव इन रिलेशन की राह क्यों चुनते हैं? इस लेख में जानते हैं लिव इन रिलेशनशिप के फायदे क्या हैं? या इसके नुकसान क्या हो सकते हैं? आज इस आर्टिकल में इसी बारे में जानेंगे।