मैग्नीशियम और पोटेशियम हार्ट को स्टेबल रखने में मदद करते हैं। अगर बॉडी में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम नहीं है तो यह असामान्य हार्ट बीट (Irregular heartbeat), मसल वीकनेस (Muscle weakness) का कारण बन सकता है। वहीं मैग्नीशियम की अधिक मात्रा निम्न परेशानियों की वजह बन सकती है।
अधिकांश डायट्स में पोटेशियम कम होता है। उम्र बढ़ने के साथ ही कुछ दवाएं जैसे कि वॉटर पिल्स मैग्नीशियम और पोटेशियम को कम कर सकती हैं। लो पोटेशियम एरिदमिया और मसल वीकनेस का कारण बनता है। एरिदमिया के लिए ऑल्टरनेटिव्स ट्रीटमेंट्स (Alternative treatments for arrhythmia) के रूप में इस ऑप्शन को भी अपना सकते हैं, लेकिन डायट में मैग्नीशियम और पोटेशियम को कैसे एड करना चाहिए इस बारे में पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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नागफनी (Hawthorn)
कई लोग एरिदमिया के लिए ऑल्टरनेटिव्स ट्रीटमेंट्स (Alternative treatments for arrhythmia) के रूप इस हर्ब का यूज करते हैं। इस हर्ब का उपयोग कई दशकों से कई हेल्थ कंडिशन के इलाज में किया जा रहा है जिसमें हार्ट से जुड़ी स्थितियां भी शामिल हैं। आज भी कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (Congestive heart failure) असामान्य हार्ट बीट (Irregular heartbeat) के इलाज में इसका उपयोग होता है, लेकिन इस विषय पर और अधिक स्टडीज की आवश्यकता है। इस हर्ब का उपयोग करने से पहले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। हर्बल सप्लिमेंट्स हमेशा सभी के लिए सुरक्षित नहीं होते।
