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क्या एट्रीयल फिब्रिलेशन के लिए मेडिकेशंस लेने के बाद हो सकते हैं दुष्प्रभाव?
एट्रीयल फिब्रिलेशन के लिए मेडिकेशंस ( Common Medications For Atrial Fibrillation) का इस्तेमाल करने से शरीर को फायदा पहुंचता है लेकिन साथ ही दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको सभी दुष्प्रभाव का सामना करना पड़े, लेकिन कुछ साइड इफेक्ट दिखाई दे सकते हैं। जैसे कि सिर दर्द होना, थकान का एहसास, कब्ज की समस्या, पैरों में सूजन आ जाना, थकान अधिक लगना, कमजोरी का एहसास, मसूड़े से ब्लीडिंग होना, यूरिन में ब्लड आना, नाक से खून निकलना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो आप तुरंत इस बारे में डॉक्टर को बताएं और इसका समाधान करें। आप अपने डॉक्टर से विभिन्न प्रकार के दवाओं से होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में जानकारी ले सकते हैं। कई बार दवाओं के अधिक साइड इफेक्ट भी दिखाई पड़ते हैं, तो इसलिए आपको पहले से ही इस बारे में जानकारी लेनी चाहिए।
एट्रीयल फिब्रिलेशन के लक्षण जैसे कि सांस लेने में परेशानी होना, अचानक से बेहोशी आ जाना, सीने में दर्द होना, जल्दी थकान का एहसास होना आदि लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर बीमारी को सही समय पर डायग्नोज कर लिया जाता है, तो डॉक्टर मेडिसिंस की मदद से बीमारी को कंट्रोल में रख सकते हैं। अगर आप सही समय पर डॉक्टर को नहीं दिखाएंगे, तो बीमारी बहुत अधिक बढ़ जाती है और स्ट्रोक का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। इस कारण से व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। आपको इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी लेनी चाहिए।
इस आर्टिकल में हमने आपको एट्रीयल फिब्रिलेशन के लिए मेडिकेशंस ( Common Medications For Atrial Fibrillation) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।