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हार्ट हेल्थ चेकअप करवाना क्यों जरूरी है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/01/2022

    हार्ट हेल्थ चेकअप करवाना क्यों जरूरी है?

    क्या आप जानते हैं कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक के रिस्क फैक्टर्स कौन से होते हैं? रेगुलर हार्ट हेल्थ चेकअप (Health health checkup) के जरिए इनके बारे में पता करने में मदद मिलती है। हार्ट हेल्थ चेकअप के दौरान डॉक्टर व्यक्ति कैसा महसूस कर रहा हैं इसके बारे में बात करने के साथ ही कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ और रिस्क फैक्टर्स के बारे में पता करते हैं। कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम में हार्ट और ब्लड वेसल्स आती हैं। चेकअप के दौरान डॉक्टर्स हार्ट डिजीज के लक्षण और दूसरी हार्ट डिजीज के विकसित होने के कारणों पर नजर रखेंगे। जैसे कि हाय ब्लड प्रेशर, हाय कोलेस्ट्रॉल, हाय ब्लड शुगर, वजन का अधिक होना, मोटापा, धुम्रपान और शराब पीने की आदत आदि।

    अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार कुछ स्क्रीनिंग टेस्ट 20 साल की उम्र में शुरू कर देने चाहिए दूसरे टेस्ट बाद में किए जा सकते हैं। डॉक्टर बताएंगे कि कौन सी स्क्रीनिंग कब और कितनी बार करानी चाहिए। किसी प्रकार का डिसकंफर्ट होने पर भी डॉक्टर को बताना चाहिए। जैसे:

    • सीने में दर्द और असहजता
    • धीमी या तेज हार्टबीट
    • सांस लेने में कठिनाई
    • चक्कर आना
    • थकान होना
    • पैरों और एब्डोमिन में सूजन

    हार्ट हेल्थ चेकअप के प्रकार (Types of Heart Health checkups)

    नियमित हृदय स्वास्थ्य जांच वयस्कों के लिए निवारक स्वास्थ्य देखभाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 20 साल की उम्र के आसपास, या कुछ मामलों में पहले, डॉक्टर नियमित रूप से कई स्क्रीनिंग टेस्ट कराने की सलाह देगा। यदि स्क्रीनिंग परीक्षणों के परिणाम हृदय रोग या हृदय रोग के विकास के उच्च जोखिम के लक्षण दिखाते हैं, तो डॉक्टर अतिरिक्त परीक्षणों का आदेश दे सकता है। पारिवारिक इतिहास यह निर्धारित कर सकता है कि परीक्षण कब शुरू होना चाहिए और इसे कितनी बार किया जाना चाहिए।

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    रूटीन स्क्रीनिंग टेस्ट्स (Routine screening tests)

    अगर हार्ट डिजीज की कोई हिस्ट्री नहीं है तब भी अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन निम्न हार्ट हेल्थ स्क्रीनिंग रिकमंड करता है।

    • ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल टेस्ट्स – 20 साल की उम्र के बाद शुरू हो जाने चाहिए।
    • ब्लड ग्लूकोज टेस्ट्स- 40-45 साल से शुरू होने चाहिए।
    • बॉडी मास इंडेक्स (BMI) मेजरमेंट- बॉडी वेट और कमर की चौड़ाई के बारे में बताता है। ये टेस्ट भी जल्दी शुरू होना चाहिए।

    अगर किसी व्यक्ति में हार्ट डिजीज से संबंधित कुछ रिस्क फैक्टर्स और हार्ट डिजीज की फैमिली हिस्ट्री है तो डॉक्टर जल्दी इन स्क्रीनिंग टेस्ट को करवाना शुरू कर सकते हैं।

    अतिरिक्त हृदय परीक्षण (Additional heart tests)

    यदि हार्ट हेल्थ चेकअप (Health health checkup) के दौरान डॉक्टर को लगता है कि व्यक्ति को हृदय रोग हो सकता है, तो वे हृदय स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए निम्नलिखित में से किसी एक परीक्षण का आदेश दे सकते हैं:

    इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी (Electrocardiography)

    इसे इसीजी या इकेजी भी कहते हैं। जिसमें छोटी, स्टिकी इलेक्ट्रोड्स सीने पर लगाए जाते हें और स्पेशल मशीन को सीने पर अटैच की जाती है जिसे इसीजी कहते हैं। यह मशीन हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड करती है और हार्ट रेट और रिदम के बारे में जानकारी प्रदान करती है।

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    एक्सरसाइज कार्डिएक स्ट्रेस टेस्ट (Exercise cardiac stress test)

    इलेक्ट्रोड्स सीने पर लगाए जाते हैं और इसीजी मशीन से अटैच किए जाते हैं। इसके बाद ट्रेडमिल पर वॉक या चलने के लिए कहा जाता है या फिर स्टेशनरी बाइक चलाने के लिए कहा जाता है। इसके बाद व्यक्ति के फिजिकल स्ट्रेस के प्रति रिस्पॉन्स को डॉक्टर मॉनिटर करते हैं।

    इकोकार्डियोग्राफी (Echocardiography)

    हेल्थकेयर प्रोफेशनल अल्ट्रासाउंड मशीन का उपयोग करके हार्ट की मूविंग इमेज लेकर यह पता लगाने की कोशिश करता है कि हार्ट के पंपिंग फंक्शन में कोई परेशानी तो नहीं है। इसके साथ ही हार्ट वॉल्वल्स के सेहत के बारे में भी पता किया जाता है। कभी-कभी, वे व्यायाम करने से पहले और बाद में ऐसा कर सकते हैं या यह जानने के लिए कुछ दवाएं ले सकते हैं कि आपका दिल तनाव के प्रति कैसे प्रति क्रिया करता है।

    न्यूक्लियर स्ट्रेस टेस्ट (Nuclear stress test)

    कम मात्रा में रेडियोएक्टिव डाय को ब्लडस्ट्रीम में इंजेक्ट किया जाता है। जहां से यह हार्ट में ट्रैवल करती है। हेल्थकेयर प्रोफेशनल इमेजिंग मशीन का उपयोग जब व्यक्ति आराम कर रहा हो और एक्सरसाइज के बाद पिक्चर लेने के लिए करता है। जिससे यह पता लगाया जाता ब्लड हार्ट में किस तरह फ्लो हो रहा है।

    कार्डिएक सीटी स्कैन (Cardiac CT scan)

    आपको सीटी स्कैनर के अंदर लेटना होता है और इलेक्ट्रोड्स को सीने से अटैच कर दिया जाता है ताकि इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड किया जा सके। इस टेस्ट के जरिए हार्ट की इमेज दी जाती हैं और प्लाक बिल्डअप के बारे में पता किया जाता है।

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    कोरोनरी सीटी एंजियोग्राफी (Coronary CT angiography)

    हार्ट हेल्थ चेकअप (Health health checkup) के इस टेस्ट में भी आपको सीटी स्कैनर के अंदर लेटना होगा और इलेक्ट्रोड्स को सीने से अटैच कर दिया जाता है ताकि इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड किया जा सके। इसमें भी कोरोनरी आर्टरीज में प्लाक के बिल्डअप के बारे में पता किया जाता है

    एक रूटीन हार्ट हेल्थ चेकअप में ये कॉम्प्लिकेटेड टेस्ट नहीं होते हैं। आपकी हार्ट हेल्थ को मॉनिटर करने के लिए डॉक्टर को निम्न चीजों को मॉनिटर करना चाहिए।

    • वेट और बीएमआई
    • ब्लड प्रेशर
    • कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल
    • डायट, फिजिकल एक्टिविटी और स्मोकिंग हिस्ट्री
    • पर्सनल और फैमिली मेडिकल हिस्ट्री
    • अगर डॉक्टर को लगता है कि आपको कोई हार्ट से जुड़ी बीमारी है या हो सकती है तो वे ऊपर बताए हुए टेस्ट हार्ट हेल्थ चेकअप (Health health checkup) में रिकमंड करते हैं।

    हार्ट हेल्थ चेकअप कब करवाना चाहिए? (When should a heart health checkup be done?)

    हार्ट हेल्थ चेकअप

    हार्ट हेल्थ स्क्रीनिंग के लिए अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन निम्न शेड्यूल रिकमंड करता है।

    • वेट और बीएमआई – प्रत्येक एनुअल चेकअप्स के समय
    • ब्लड प्रेशर टेस्ट्स- हर 2 साल में एक बार जो कि 20 साल की उम्र से शुरू हो।
    • ब्लड कोलेस्ट्रॉल टेस्ट्स- 20 साल के बाद हर 4-6 साल के बीच में।
    • ब्लड ग्लूकोज टेस्ट्स- तीन साल में 1 बार जो 40 से 45 साल से शुरू होता है।

    कुछ हार्ट से जुड़ी स्थितियां होने पर डॉक्टर इससे पहले या इस समय के बाद हार्ट हेल्थ चेकअप (Health health checkup) कराने की सलाह दे सकते हैं। बीएमआई और वेट का पता व्यक्ति खुद से लगा सकता है। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को भी घर पर होम मॉनिटर की मदद से मॉनिटर किया जा सकता है।

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    हार्ट हेल्थ को बेहतर रखने के टिप्स (Tips to maintain good heart health)

    हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए, स्वस्थ जीवन शैली का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए:

    • तम्बाकू के सेवन और धूम्रपान से बचें। ये हार्ट हेल्थ के साथ ही ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी है।
    • प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाला व्यायाम करें। अगर किसी हार्ट डिजीज से ग्रसित है तो एक्सरसाइज से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
    • फल, सब्जियां, और साबुत अनाज सहित पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
    • ट्रांस वसा, संतृप्त वसा, और चीनी युक्त मीठे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों के सेवन को सीमित करें।
    • वजन प्रबंधित करने के लिए कदम उठाएं और वजन को कम संतुलित रखें।
    • यदि आपको उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, प्रीडायबिटीज, मधुमेह, या अन्य स्वास्थ्य स्थितियों का निदान प्राप्त हुआ है, तो अपने डॉक्टर की अनुशंसित उपचार योजना का पालन करें।

    उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट हेल्थ चेकअप (Health health checkup) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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