डायबिटीज पेशेंट्स में इस्केमिक हार्ट डिजीज और सेक्स हॉर्मोन (Sex Hormones Relation With Ischemic Heart Disease In Diabetes Patients) का आपसी तालमेल क्या है?
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार सेक्स हॉर्मोन लिपोप्रोटीन में एथेरोजेनिक परिवर्तन एवं ग्लूकोज और इंसुलिन के मेटाबॉलिक चेंजेस से जुड़े हुए हैं। वहीं डायबिटीज, सेक्स हॉर्मोन और डिहाइड्रोएपिअंड्रोस्टेरोन सल्फेट (DHEA-SO4) और इस्केमिक हार्ट डिजीज (IHD) में आपसी संबंध है। रिसर्च के दौरान फ्री टेस्टोस्टेरॉन (Free testosterone) ग्लोब्युलिन (Globulin), एस्टेरॉन (Estrone), एस्ट्राडियोल (Estradiol) और डिहाइड्रोएपिअंड्रोस्टेरोन सल्फेट (DHEA-SO4) आपस में जुड़ने लगते हैं। एनसीबीआई (NCBI) के रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज पेशेंट्स में इस्केमिक हार्ट डिजीज और सेक्स हॉर्मोन (Sex Hormones Relation With Ischemic Heart Disease In Diabetes Patients) में आपसी तालमेल बहुत ज्यादा नहीं है।
रिसर्च रिपोर्ट में तो डायबिटीज पेशेंट्स में इस्केमिक हार्ट डिजीज और सेक्स हॉर्मोन में बहुत ज्यादा संबंध को दर्शाया नहीं गया है, लेकिन अगर डायबिटीज की समस्या है या डायबिटीज पेशेंट्स में इस्केमिक हार्ट डिजीज (IHD) की समस्या है, तो ऐसी स्थिति हृदय का ख्याल रखना बेहद जरूरी है।
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डायबिटीज और इस्केमिक हार्ट डिजीज (Ischemic Heart Disease)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज पेशेंट्स में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (Cardiovascular disease) का खतरा बढ़ जाता है। वहीं डायबिटीज मरीजों में इस्केमिक हार्ट डिजीज (Ischemic Heart Disease) की संभावना और ज्यादा रहता ही। इसलिए ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस में रखना बेहद जरूरी है।
डायबिटीज पेशेंट्स में इस्केमिक हार्ट डिजीज और सेक्स हॉर्मोन: ब्लड शुगर लेवल कैसे रखें कंट्रोल? (How to control Diabetes)
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें-
- इंसुलिन (Insulin)- डॉक्टर ने अगर पेशेंट को इंसुलिन लेने की सलाह दी है, तो डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड इंसुलिन डोज लें। इंसुलिन डोज में लापरवाही ना बरतें। वहीं अगर डॉक्टर ने ब्लड शुगर लेवल बैलेंस में रखने के लिए दवा प्रिस्क्राइब की है, तो दवाओं का सेवन समय-समय पर करें।
- एक्सरसाइज (Workout)- एक्सरसाइज या योगासन का शरीर को स्वस्थ्य रखने में डायबिटीज कंट्रोल करने में अत्यधिक योगासन है। इसलिए नियमित और सही तरीके से एक्सरसाइज या योगासन करें।
- पानी (Water)- शरीर में पानी की कमी भी ब्लड शुगर लेवल को इमबैलेंस करने का काम कर सकती है। इसलिए सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज मरीजों को जूस या डायट सोडा का सेवन ना कर ताजे पानी का सेवन करना चाहिए।
- प्रोटीन स्नैक (Protein snacks)- ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रखने के लिए हाई प्रोटीन फूड (High Protein Food) का सेवन करना चाहिए। हाई प्रोटीन फूड में शुगर की मात्रा कम होती है और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा, जो डायबिटिक पेशेंट्स के लिए लाभकारी हो सकता है।
- डायट (Diet)- डायबिटीज मरीजों को डायबिटिक मील (Diabetes meal) रोजाना फॉलो करना चाहिए।
इन ऊपर बताये पांच टिप्स डायबिटीज पेशेंट्स को जरूर फॉलो करना चाहिए। ऐसा करने से ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) इमबैलेंस होने का खतरा कम हो सकता है और आप हेल्दी रह सकते हैं।