यह सभी समस्याएं आपको डायबिटीज के चलते हो सकती हैं, इसलिए इन समस्याओं को डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन (Diabetes complications) के रूप में देखा जाता है। दरअसल डायबिटीज से जुड़ी यह सभी समस्याएं किसी भी व्यक्ति को बीमार कर सकती हैं, इसलिए डायबिटीज को सामान्य बनाकर इन कॉम्प्लिकेशन को दूर रखने की कोशिश करनी चाहिए। जैसा कि आपने जाना डायबिटीज की समस्या किसी भी व्यक्ति के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है, लेकिन जब हम बात कर रहे हैं थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus in thalassemia major) के बारे में, तो डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus) से जुड़ी यह जानकारी भी आपके लिए जरूरी है।
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क्या है डायबिटीज मेलेटस? (Diabetes mellitus)
डायबिटीज मेलेटस की समस्या होने पर व्यक्ति की पेनक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाती, जिसकी वजह से शरीर में मौजूद कोशिकाओं में इंसुलिन ठीक ढंग से नहीं पहुंच पाता और व्यक्ति में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता चला जाता है। जिससे आम तौर पर शरीर के अलग-अलग अंग प्रभावित होने लगते हैं। डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus) टाइप वन डायबिटीज और टाइप टू डायबिटीज दोनों में ही दिखाई दे सकता है। आइए अब जानते हैं थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus in thalassemia major) की समस्या किस तरह आप को प्रभावित कर सकती है।
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थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस की समस्या के बारे में क्या कहती है रिसर्च? (Diabetes mellitus in thalassemia major)
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus in thalassemia major) की समस्या कई परेशानियां खड़ी कर सकती हैं। इस संबंध में हुई एक रिसर्च में रिसर्चर ने पाया कि थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस की समस्या आम तौर पर देखी गई। जिसने व्यक्ति के लिए अब्नॉर्मल ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म का रिस्क खड़ा किया। वहीं इस रिसर्च में पाया गया कि थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस की समस्या पर नजर बनाए रखना डॉक्टरों के लिए चुनौतीपूर्ण है, जिसकी वजह से थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus) से ग्रसित व्यक्ति की सेहत को सामान्य बनाए रखना मुश्किल भरा साबित हो सकता है। ऐसी स्थिति में डायबिटीज मैनेजमेंट के जरिए थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस की समस्या को सामान्य बनाए रखने की कोशिश की जा सकती है। खासतौर पर न्यूट्रिशनल डायट के जरिए इन दोनों ही स्थितियों को बेहतर बनाया जा सकता है।
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थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus in thalassemia major) की समस्या को सही इलाज और सही खानपान के जरिए बेहतर बनाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेकर ही अपने खानपान में बदलाव किए जाने चाहिए। साथ ही अपनी स्थिति के अनुसार डायबिटीज मैनेजमेंट से जुड़ी जानकारी लेनी चाहिए। रेगुलर चेकअप और डॉक्टर से कंसल्ट करके सही दवाओं के जरिए भी थैलेसीमिया मेजर में डायबिटीज मेलेटस (Diabetes mellitus) की समस्या को सामान्य बनाया जा सकता है।