होम्योपैथिक मेडिसिंस का सेवन करने से ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। होम्योपैथिक रेमिडीज या ऑर्गोनोपैथिक रेमिडीज की मदद से ब्लड में शुगर के लेवल को कम किया जा सकता है। होम्योपैथिक दवाओं में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले यूरेनियम नाइट्रिकम (Uranium Nitricum), फॉस्फोरिक एसिड (Phosphoric Acid), साइजियम जंबोलानम (Syzygium Jambolanum), जिमनेमा सिल्वेस्ट्रे (Gymnema sylvestre) और सेफलैंड्रा इंडिका (Cephalandra Indica) आदि का इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर पेशेंट की परेशानी को जानने के बाद दवाओं का डोज देते हैं। जानिए होम्योपैथिक दवाओं के बारे में।
और पढ़ें: एसजीएलटी2 इनहिबिटर्स टाइप 2 डायबिटीज पेशेंट को दिलाते हैं इन परेशानियों से छुटाकारा!
डायबिटीज के लिए होम्योपैथिक दवा: एसबीएल डिबोनिल ड्रॉप (SBL Dibonil Drop)
डायबिटीज की समस्या से राहत पाने में होम्योपैथिक दवाओं के रूप में एसबीएल डिबोनिल ड्रॉप (SBL Dibonil Drop) का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये दवा फ्रीक्वेंट यूरिनेशन (Frequent urination), बार-बार प्यास लगने की समस्या (Excessive thirst), क्रेम्स या मस्कुलर पेन ( Muscular pain) आदि समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक है। इस दवा का सेवन करने से मेंटल और फिजिकल थकान से भी राहत मिलती है। ये बॉडी टिशू के फॉर्मेशन में भी हेल्प करता है। डॉक्टर 1/4 कप पानी में दस बूंद दवा को मिलाने की सलाह देते हैं। ये दवा खाने के आधे घंटे पहले पहले और दिन में तीन बार लेनी भी सलाह दी जाती है। आपको बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। दवा की कीमत 100 रु है।
और पढ़ें: क्या टाइप 2 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है या नहीं?