नियमित रूप से व्यायाम करने के फायदे अनगिनत हैं। इनमें से एक फायदा यह है कि इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) बढ़ती है, स्ट्रेस कम होती है, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर कम होते हैं और वजन को कम होने में भी मदद मिलती है। नियमित व्यायाम करने से नर्वस सिस्टम को रिस्टोर करने और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में भी मदद मिलती है। रोजाना व्यायाम करने के लिए कम से कम तीस मिनट अवश्य निकालें। इससे भी आपको संपूर्ण रूप से हेल्दी रहने में मदद मिलेगी।
अधिक नींद लें (Get more sleep)
एक वयस्क को हर रात कम से कम सात से आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए। रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। यह भी कोशिश करें कि आप रोजाना एक ही समय पर सोएं और उठें। अगर आप कम नींद लेते हैं तो इसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ आपकी इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) पर भी पड़ेगा।
तनाव से बचें (Reduce stress)
अनचाहा स्ट्रेस (Stress), मोटापा (Obesity), डिप्रेशन (Depression) , एंग्जायटी (Anxiety), हार्ट डिजीज (Heart Disease), हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और कई अन्य मेंटल और फिजिकल समस्याओं का कारण बन सकता है। स्ट्रेस लेवल को कम और मैनेज करना ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है। इसके लिए योग और मैडिटेशन का सहारा लें अपने प्रियजनों के साथ समय बिताएं। अगर आपको तनाव की अधिक समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!
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यह तो थी इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) के बारे में पूरी जानकारी। लो इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) हाय ब्लड शुगर लेवल का कारण बन सकता है। जिसे डायबिटीज और हार्ट डिजीज का मुख्य कारण माना जाता है। चाहे आपको डायबिटीज है या नहीं इंसुलिन सेंसिटिविटी (Insulin Sensitivity) को सुधारने के लिए अपनी जीवनशैली को सही बनाए रखना बेहद जरूरी है। जीवनशैली में कुछ अच्छे बदलाव करने से आप अपनी लाइफ में भी बेहतरीन परिवर्तनों को नोटिस करेंगे। इसके साथ ही, अपने शरीर के ब्लड शुगर लेवल की समय-समय पर जांच कराते रहें और डॉक्टर की सलाह का पालन करना न भूलें। अगर अपने दिमाग में इसके बारे में कोई भी सवाल है या आप किसी चीज को लेकर चिंतित हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से अवश्य पूछें।