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अगर ट्रॉपोनिन लेवल्स हाय है तो (Troponin High levels)

ट्रोपोनिन का उच्च स्तर एक रेड फ्लैग है। ट्रोपोनिन का स्तर जितना अधिक होता है, उतना ही अधिक टीएनआई और टीएनटी रक्तप्रवाह में छोड़ा जाता है और हृदय की क्षति की संभावना अधिक होती है। दिल के क्षतिग्रस्त होने के 3 से 6 घंटे के भीतर ट्रोपोनिन का स्तर ऊंचा हो सकता है और 10 से 14 दिनों तक उच्च बना रह सकता है।
हालांकि ट्रोपोनिन के स्तर में वृद्धि अक्सर दिल के दौरे का संकेत है, लेकिन ऐसे कई अन्य कारण हैं जिनकी वजह से ट्रोपोनिन का लेवल हाय हो सकता है। यदि कोई ट्रोपोनिन के स्तर में बदलाव के अलावा अन्य लक्षणों का अनुभव कर रहा है, तो डॉक्टर लक्षणों का उपयोग डायग्नोसिस में करेगा। अन्य हृदय स्थितियां जो हाय ट्रोपोनिन लेवल्स में योगदान कर सकती हैं उनमें शामिल हैं:
उच्च ट्रोपोनिन स्तरों के अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं:
- तीव्र व्यायाम
- बर्न्स
- दवाएं
- स्ट्रोक
- डायबिटीज
- किडनी डिजीज
- पल्मोनरी एंबोलिज्म (Pulmonary embolism) जिसमें फेफड़ों में रक्त का थक्का होता है
- हायपोथायराॅयडिज्म
- एक संक्रमण, जैसे सेप्सिस
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उम्मीद करते हैं कि आपको ट्रोपोनिन लेवल्स से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।