एट्रियल फाइब्रिलेशन (Atrial Fibrillation)) एक अनियमित और रैपिड हार्ट रिदम है जो हार्ट में ब्लड क्लॉट्स का कारण बन सकता है। साथ ही यह स्ट्रोक, हार्ट फेलियर (Heart failure) और अन्य हृदय से जुड़े कॉम्प्लिकेशन्स के रिस्क को बढ़ाता है। एट्रियल फाइब्रिलेशन वाले लोगों के साथ कुछ प्रकार के लाइफ चैलेंजेस होते हैं, लेकिन सही इलाज और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव से आप एक्टिव और एनर्जेटिक रह सकते हैं। इस आर्टिकल में एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी (Lifestyle Strategy for Atrial Fibrillation) बताई गई हैं जो आप अपना सकते हैं और अच्छी हैबिट्स जिनकी प्रैक्टिस करके आप अपने हार्ट को प्रोटेक्ट कर सकते हैं।
बता दें कि इस स्थिति में थकान, सांस लेने में तकलीफ और तेज दिल की धड़कन जैसे लक्षण मरीज की डेली एक्टिविटीज को करना मुश्किल कर सकते हैं। लक्षणों या उनके इलाज के लिए ली जाने वाली मेडिसिन के कारण अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना पड़ सकता है। साथ ही कुछ अन्य लाइफस्टाइल चेंजेंस भी फायदेमंद हो सकते हैं आइए जानते हैं एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी क्या हैं?
स्मार्ट ईटिंग (Smart eating) हैबिट डेवलप करें
फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर खाना लेना हेल्थ के लिए अच्छा एक ऑप्शन है। एट्रियल फाइब्रिलेशन वाले लोगों के लिए यहां कुछ अन्य डायट टिप्स दी गई हैं:
- स्वस्थ वसा वाले, कम नमक वाले आहार को अपनाएं: अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने के लिए सैचुरेटेड फैट (Saturated fat), ट्रांस फैट (Trans fat) और नमक से बचें। यह ब्लड वेसल्स को भी प्रोटेक्ट करेगा।
- कैफीन (Caffeine) सीमित करें: सोडा, कॉफी, चाय, एनर्जी ड्रिंक और चॉकलेट को सीमित करें। ये सब आपकी हार्ट रेट को बढ़ा सकते हैं।
- एल्कोहॉल (Alcohol) से बनाएं दूरी: एक या दो ड्रिंक्स ली जा सकती हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में एट्रियल फाइब्रिलेशन वालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप ब्लड थिनर लेते हैं, तो एल्कोहॉल की वजह से परेशानी हो सकती है।
- विटामिन के (Vitamin K) की नियमित मात्रा: जो लोग ब्लड थिनर वार्फरिन (कौमडिन/Coumadin, जेंटोवेन/Jantoven) लेते हैं, उन्हें ऐसे फूड्स से सावधान रहने की जरूरत है जो विटामिन के से भरपूर हों जैसे कि ब्रोकली (Broccoli), पालक, या लेट्यूस (Lettuce)।
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एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी (Lifestyle Strategy for Atrial Fibrillation) : एक्टिव रहें
एट्रियल फाइब्रिलेशन से ग्रस्त लोग एक्सरसाइज कर सकते हैं। एक्टिव रहना आपके वजन को नियंत्रित करने, आपकी नींद में सुधार करने और आपके दिल को मजबूत बनाने में मदद करेगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कौन सी एक्सरसाइज आपके लिए सेफ है, कोई भी नया फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से मिलें। अपने डॉक्टर से पूछें कि एक्सरसाइज के दौरान अपने एट्रियल फाइब्रिलेशन को कैसे मैनेज करें। अगर वर्कआउट के दौरान आपकी हार्ट रिदम कुछ प्रॉब्लम करती है तो रुकें और थोड़ा रेस्ट करें।
अपना वजन कंट्रोल करें (Control your weight)
जब आप बहुत हैवी होते हैं तो आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन होने की संभावना अधिक होती है। अपनी कंडिशन को मैनेज करने के लिए, अपने बॉडी वेट का कम से कम 10% डायट और एक्सरसाइज से कम करने का ट्राय करें यदि आपके डॉक्टर या डायटीशियन ने आपको बताया है कि आप मोटे हैं।
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एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी: स्मोकिंग (Smoking) बंद करें
सिगरेट में निकोटिन इस स्थिति को और खराब कर सकता है। धूम्रपान आपकी ब्लड वेस्ल्स को भी नुकसान पहुंचाता है और हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ाता है।
एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी: पर्याप्त नींद लें (Get enough sleep)
एडल्ट्स को रात में 7 से 9 घंटे की नींद की जरूरत होती है। ज्यादातर एट्रियल फाइब्रिलेशन से ग्रस्त लोग ठीक से सो नहीं पाते क्योंकि रात के दौरान उनकी सांस बार-बार रुक जाती है जिसे स्लीप एपनिया कहते हैं।
एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी: स्ट्रेस को मैनेज करें (Manage stress)
स्ट्रेस एट्रियल फाइब्रिलेशन एपिसोड को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए, एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी बनाते समय यह ध्यान रखें कि जब आप स्ट्रेसफुल महसूस करते हैं, तो इन कुछ रिलैक्सेशन टेक्निक को ट्राई करें:
- गहरी सांस लेना (Deep breathing)
- एक्सरसाइज
- मसाज
- मेडिटेशन (Meditation)
- योगा (Yoga)
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अपने ट्रीटमेंट प्लान को फॉलो करें
आपका डॉक्टर आपके हार्ट रिदम को कंट्रोल करने और ब्लड क्लॉट्स को रोकने के लिए मेडिसिन या अन्य ट्रीटमेंट बताएंगे। अपनी मेडिसिन को प्रिस्क्रिब्शन के हिसाब से ही लें। अपने डॉक्टर से पूछे बिना डोज में बदलाव न करें या इसे लेना बंद न करें।
दवाएं और सप्लिमेंट्स
कुछ दवाओं, जैसे कि खांसी और सर्दी की दवाओं में स्टिमुलैंट्स होते हैं जो आपकी हार्ट बीट को फास्ट कर सकते हैं। आपके द्वारा ली जाने वाली अन्य मेडिसिन्स और सप्लीमेंट्स आपकी एट्रियल फाइब्रिलेशन दवाओं के साथ हार्मफुल इफ़ेक्ट डाल सकते हैं। कोई भी नई दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं – यहां तक कि वे भी जिन्हें आप बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा की दुकान से खरीदते हैं।
एट्रियल फाइब्रिलेशन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
एट्रियल फाइब्रिलेशन के बारे में अक्सर कुछ सवाल लोगों के मन में आते हैं। इन सामान्य से प्रश्नों का जवाब यहां दिया गया है जो आपके लिए भी हेल्पफुल साबित हो सकते हैं।
एट्रियल फाइब्रिलेशन (AFib) को रोकने (अपने रिस्क को कम करने) के लिए मैं क्या कर सकता हूं?
एट्रियल फाइब्रिलेशन की शुरुआत के लिए अपने रिस्क को कम करने के लिए, हृदय-स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना हमेशा आपका सबसे अच्छा ऑप्शन होता है। यदि आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन डायग्नोस किया गया है, तो मेडिसिन्स लें यदि वे आपके लिए निर्धारित की गई हैं, और अपनी स्थिति का उचित ट्रीटमेंट और मैनेजमेंट करना सीखें ताकि आप एट्रियल फाइब्रिलेशन के हार्मफुल रिजल्ट के रिस्क को कम कर सकें।
क्या कुछ डिजीज/कंडिशंस एट्रियल फाइब्रिलेशन में कॉन्ट्रिब्यूट कर सकती हैं?
कुछ अंडरलाइन कंडिशंस को ट्रीटमेंट की जरूरत हो सकती है क्योंकि ये एट्रियल फाइब्रिलेशन में कॉन्ट्रिब्यूट कर सकते हैं:
- हाय ब्लड प्रेशर (Hypertension)
- स्लीप एप्निया (Sleep apnea)
- थायराइड डिजीज (Hyperthyroidism)
- डायबिटीज
- क्रोनिक लंग डिजीज
- अन्य हार्ट कंडिशंस (हार्ट अटैक, हार्ट वाल्व डिजीज, या हार्ट फेलियर)
- फैमिली हिस्ट्री
- ओबेसिटी
स्ट्रोक को रोकने (रिस्क को कम करने) के लिए मैं क्या कर सकता हूं?
एट्रियल फाइब्रिलेशन रोगी में स्ट्रोक का रिस्क बिना हार्ट डिजीज वाले व्यक्ति की तुलना में 5 गुना अधिक होता है। स्ट्रोक की रोकथाम (रिस्क को कम करने) के लिए एट्रियल फाइब्रिलेशन का ट्रीटमेंट जरूरी है। अपने एडिशनल रिस्क फैक्टर्स को जानें जैसे हाय ब्लड प्रेशर हिस्ट्री, बढ़ती हुई उम्र, पिछला स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (Transient ischemic attack), डायबिटीज, हार्ट डिजीज (Heart diseases), फैमिली हिस्ट्री, मोटापा (Obesity), धूम्रपान (Smoking) आदि।
अच्छी बात यह है कि 80 प्रतिशत तक स्ट्रोक (stroke) को रोका जा सकता है। आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल के ऑप्शन को चुन सकते हैं जो हृदय रोग और स्ट्रोक के रिस्क को कम कर सकते हैं। एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी बनाएं, हेल्दी लाइफ स्टाइल फॉलो करें और निर्देशानुसार अपनी मेडिकल कंडीशंस का इलाज करके अपने रिस्क फैक्टर्स को कंट्रोल कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में एट्रियल फाइब्रिलेशन के लिए लाइफस्टाइल स्ट्रेटजी के बारे में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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