अगर आप कंसीव करने का सोच रही है और साथ ही हाय बीपी की समस्या हो, आपको रेगुलर दवाओं का सेवन करना चाहिए और साथ ही एक्सरसाइज और खाने में कम नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करें। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) होने पर आपको डॉक्टर से रेगुलर जांच करानी चाहिए। डॉक्टर आपको होम ब्लड प्रेशर मॉनिटर रखने की सलाह दे सकते हैं, जिससे आप समय-समय पर बीपी की जांच कर सकते हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान हाय बीपी (High blood pressure) की समस्या है, तो हो सकता है कि आपको डिलिवरी के बाद भी यही समस्या रहे। ऐसे में आपको हाय बीपी को इग्नोर नहीं करना चाहिए।
और पढ़ें: हायपरटेंशन में स्टेटिन्स का क्या होता है रोल, क्या मेडिसिंस दिखाती हैं अपना असर?
इन समस्याओं का करना पड़ सकता है सामना
क्रॉनिक हायपरटेंशन की समस्या प्रेग्नेंसी के पहले या फिर प्रेग्नेंसी के बाद के सप्ताह में हो सकती है। जिन महिलाओं में ये समस्या होती है, उन्हें प्रेग्नेंसी के सेकेंड और थर्ड ट्राइमेस्टर में प्रीक्लेम्पसिया (Preeclampsia) की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। जेस्टेशन हायपरटेंशन (Gestational Hypertension) की समस्या प्रेग्नेंसी के दौरान होती है और यूरिन में प्रोटीन होना जरूरी नहीं होता है। ये या तो प्रेग्नेंसी के 20 सप्ताह बाद पता चलती है या फिर डिलिवरी के पहले पता चलती है। ये समस्या बेबी के बर्थ के बाद ठीक हो जाती है। जिन महिलाओं को जेस्टेशन हायपरटेंशन की समस्या रह चुकी है, उन्हें भविष्य में क्रॉनिक हायपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है।जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी के 20 सप्ताह बाद अचानक से हाय ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। जिन महिलाओं को क्रॉनिक हायपरटेंशन (chronic hypertension) की समस्या होती है, उन्हें प्रीक्लेम्पसिया (Preeclampsia) होने का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टर से इस बारे में अधिक जानकारी लें। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता हैं।
और पढ़ें: हायपरटेंशन में स्टेटिन्स का क्या होता है रोल, क्या मेडिसिंस दिखाती हैं अपना असर?
गर्भावस्था में हायपटेंशन की समस्या से बचने के लिए ध्यान रखें ये बातें!
- गर्भावस्था में हायपरटेंशन की समस्या से बचने के लिए लाइफस्टाइल में सुधार होना बहुत जरूरी होता है। आपको अधिक वजन को कम करने के उपाय करने चाहिए।
- हाय ब्लड प्रेशर से बचाव के लिए प्रेग्नेंट महिला का एक्टिव रहना बहुत जरूरी है।
- अगर आप हाय बीपी की समस्या से बचना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप अधिक उम्र में कंसीव न करें।
- आपको रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए और ऐसे पेय पदार्थो से बचना चाहिए जिनमें अधिक मात्रा में नमक या फिर शक्कर हो।
- आपको रोजाना वॉक पर जाना चाहिए। साथ ही आप 15 से 20 मिनट तक मेडिटेशन भी कर सकते हैं। मेडिटेशन का भी हाय ब्लड प्रेशर पर बेहतर असर दिखाई पड़ता है।