दुनिया के अधिकतर देशों में कोविड-19 का प्रकोप फैला हुआ है। पिछले तीन महीनों से कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर 23 लाख से ज्यादा लोग बीमार हो चुके हैं। बीमारी और कोरोना वायरस संक्रमित नए मरीजों और मृत्यु की संख्या भी रोज बढ़ती जा रही है। इस गंभीर स्थिति में सभी देश के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की दवा या वैक्सीन ढूंढ़ने में जुटे हैं। एक तरफ वैज्ञानिक एलोपैथिक दवाओं पर रिसर्च कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ कई खबरों में होम्योपैथिक या घरेलू उपचार से कोरोना वायरस के इलाज के उपाय बताए जा रहे हैं। क्या है इन खबरों की सच्चाई? क्या वास्तव में कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार से सफलता मिलती है? इनके सेवन से कितना फायदा होता है? आइए कोरोना वायरस से बचाव में होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार के इस्तेमाल से जुड़ी खबरों की असलियत को जानते हैं।
कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः अब तक कोई इलाज नहीं
अब तक नोवल कोरोना वायरस का इलाज या कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम करने वाली कोई दवा या वैक्सीन नहीं बनी है। यही कारण है कि यह महामारी दुनिया भर में फैलती जा रही है। दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ़ने के लिए शोध कर रहे हैं और माना जा रहा है कि वैज्ञानिकों को दवा का आविष्कार करने में कुछ महीने या फिर कुछ साल भी लग सकते हैं। दवा बन जाने के बाद ही कोरोना वायरस संक्रमण की पूरी तरह से रोकथाम संभव है।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः झूठी खबरों से भ्रमित हो रहे लोग
वैज्ञानिक कह रहे हैं कि कोरोना वायरस का इलाज करने वाली दवा को लोगों तक पहुंचने में कुछ महीने या साल लग सकते हैं, लेकिन कई खबरों में ऐसा बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से बचाव में होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार से मदद मिल सकती है। कुछ खबरों में यह भी कहा गया है कि होम्योपैथिक दवा पूरी तरह कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम तो नहीं करती, लेकिन इससे थोड़ा फायदा जरूर होता है।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः रोगी को शुरुआत में फ्लू के लक्षण
दरअसल, जब कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित होता है, तो उसे कई तरह के लक्षण महसूस होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नोवल कोरोना वायरस संक्रमित मरीज को शुरुआत में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता, लेकिन धीरे-धीरे मरीज सर्दी, सूखी खांसी, बुखार से पीड़ित हो जाता है। ये लक्षण शुरुआत में बिल्कुल फ्लू जैसे होते हैं, लेकिन कुछ दिन बाद बहुत गंभीर हो जाते हैं। हालांकि 100 में से करीब 20 प्रतिशत लोगों को ही गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ता है और 80 प्रतिशत मरीज अपने आप ठीक हो जाते हैं।
कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः सर्दी-खांसी-बुखार का इलाज ढूंढ़ रहे लोग
कई जगह कोरोना वायरस का इलाज करने के लिए लहसुन का पानी पीने को कहा जा रहा है, तो कुछ जगह सेलाइन (saline solution) के जरिए कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम करने की सलाह दी जा रही है। अनेक खबरों में अदरक और हल्दी की जड़ से भी कोरोना का इलाज करने की भी सलाह दी गई है।
आयुर्वेद में सर्दी, खांसी या बुखार जैसे रोगों के इलाज के लिए अनेक उपाय बताए गए हैं। इसी कारण से लोगों को उम्मीद है कि कोरोना वायरस के कारण होने वाले फ्लू के लक्षणों के लिए भी घरेलू उपचार से कामयाबी मिल सकती है। लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के कुछ भी करना खतरनाक हो सकता है।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः होम्योपैथिक दवा से इलाज होने की झूठी खबर
कई सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस संक्रमण के लिए सबसे बेहतर उपाय होम्योपैथिक दवा को बताया गया है। लोगों को सलाह दी गई है कि कोरोना वायरस के लक्षणों से बचाव में होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल सबसे कारगर है। यहां तक कहा गया है कि होम्योपैथिक दवा से कोरोना वायरस का इलाज भी हो सकता है।
कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारःमुलेठी की जड़ से कोरोना के इलाज की अफवाह
इतना ही नहीं, कुछ अफवाहें ऐसी भी हैं कि चीन के पुराने स्कूलों और जापान के डॉक्टरों द्वारा चीन की पारंपरिक दवा टीसीएम (TCM) से कोरोना वायरस की रोकथाम पर रिसर्च हो रहे हैं। तथ्य के रूप में यह कहा गया है कि यह दवा मुलेठी की जड़ से बनी होती थी, जो संक्रामक बीमारी के कुछ लक्षणों से राहत दिलाती है।
कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः क्या पुरानी पद्धति से बीमारी का इलाज संभव है?
यह सच है कि ऐलोपैथिक दवा से बीमारियों के इलाज की पद्धति कुछ ही साल पुरानी है, जबकि हजारों सालों से आयुर्वेदिक उपायों से रोगों का इलाज किया जा रहा है। यह भी सच है कि यह विधि कामयाब भी है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कोरोना वायरस (कोविड-19) के इलाज या बचाव में भी होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार पर भरोसा किया जा सकता है और क्या इन दवाओं से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हो सकती है? विशेषज्ञों की मानें तो ऐसा नहीं हो सकता।
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कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम या इलाज के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार पर किसी वैज्ञानिक का समर्थन नहीं
कोविड-19 इतना शक्तिशाली वायरस है कि इससे होने वाली बीमारी को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है। इस रोग के कारण संसार भर में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। विश्व के शक्तिशाली और तकनीकी क्षेत्रों में उत्तम क्षमता रखने वाले देशों के वैज्ञानिक भी कोविड-19 महामारी को फैलने से रोक नहीं पा रहे हैं। किसी भी वैज्ञानिक ने अभी तक इस बात का समर्थन नहीं किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम या इलाज में होम्योपैथिक या घरेलू उपाचर जैसे पारंपरिक या वैकल्पिक उपाय काम आ सकते हैं।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः डब्ल्यूएचओ ने भी किया है इंकार
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम या इलाज के लिए जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं, उसमें भी कहा गया है, “कोरोना वायरस महामारी के मामूली लक्षणों की रोकथाम में होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार से थोड़ी मदद मिल सकती है, लेकिन अभी तक इससे संबंधित कोई तथ्य नहीं मिला है कि इन उपायों से पूरी तरह कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हो सकती है या इलाज किया जा सकता है।”
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः कुछ डॉक्टर भी दे रहे ऐसी गलत सलाह
एक खबर यह भी है कि कई स्थानों पर डॉक्टर और दूसरे स्वास्थ्य विशेषज्ञ, खुद लोगों को होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार का इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं। लोगों से यह भी कह रहे हैं कि होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार से कोरोना वायरस के लक्षण जैसे सर्दी और बुखार पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यह भी बोला जा रहा है कि इससे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः अफवाहों से बचें
आप ऐसी खबरों से पूरी तरह सावधान रहें। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम वाली ऐसी कोई भी खबर मिले, तो उसे अनदेखा कर दें या तुरंत डिलीट कर दें। अभी तक कोरोना वायरस का इलाज करने वाली कोई दवा नहीं बनी है। कोरोना वायरस से बचाव में कभी भी होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार का इस्तेमाल न करें। अगर आपको बीमारी के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ही डॉक्टर से मिलें।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारः डब्ल्यूएचओ की सलाह का करें पालन
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए कई उपाय बताया गया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव का सबसे बेहतर उपाय है खुद की सुरक्षा करना। इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षा पाने के लिए लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की सलाह भी दी गई है। बीमारी के लक्षण महसूस होने पर रोगी खुद को क्वारंटाइन करने और साफ-सफाई पर पूरा ध्यान देने रखने को भी कहा गया है।
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कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचारःबचाव ही उपाय
आयुष मंत्रालय ने भी कहा है कि कोविड-19 जैसे भयंकर महामारी के प्रकोप के समय केवल बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है। इसलिए घबराएं नहीं, बल्कि अत्यधिक सावधानी बरतें। जब बहुत अधिक जरूरत हो, तभी घर से बाहर निकलें। साबुन और सेनिटाइजर से हाथ को साफ करते रहें। गंदे हाथों से चेहरे को न छुएं। सामाजिक दूरी और लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। इसी तरीकों से आप कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम कर सकते हैं।
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जब तक कोरोना वायरस का इलाज करने के लिए किसी दवा का आविष्कार न हो जाए, तब तक इन्हीं उपायों को आजमाएं। झूठी खबरों पर जरा भी ध्यान न दें। भले ही कोई चिकित्सक ही आपको ऐसा करने क्यों न कहें।