कोविड-19 की वजह से पूरी दुनिया इस समय सिर्फ इसके इलाज और बचाव पर ही ध्यान दे रही है। जिस वजह से एचआईवी/एड्स जैसी दूसरी खतरनाक बीमारियों पर से सरकार और अस्पतालों का फोकस हट गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को डर है कि, कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया में एचआईवी से होने वाली मौत के आंकड़े में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे दुनिया को फिर से इस खतरनाक संक्रमण को रोकने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। डब्ल्यूएचओ (WHO) और यूएनएड्स (UNAIDS) ने मिलकर अनुमान लगाया है कि, अगर 6 महीने तक एचआईवी के ट्रीटमेंट और बचाव बाधित रहता है, तो इससे इस साल उप-सहारा अफ्रीका क्षेत्र में टीबी को शामिल करके एड्स से जुड़ी बीमारियों के कारण 5 लाख अधिक लोगों की मृत्यु देखने को मिल सकती है।
और पढ़ें: दिल्ली और मुंबई ने लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं किया सख्ती से पालन!
[mc4wp_form id=’183492″]
एचआईवी (HIV) से होने वाली मौत का आंकड़ा अगले 5 साल और बढ़ सकता है
डब्ल्यूएचओ और यूएनएड्स के मुताबिक, अगर कोविड-19 के कारण अन्य बीमारियों के ट्रीटमेंट या हेल्थ सप्लाई में होने वाली बाधा को खत्म करने के लिए तत्काल कदम नहीं उठाए गए, तो एड्स ट्रीटमेंट के लिए की जाने वाली एंटीरेट्रोवायरल थेरिपी (Antiretroviral Therapy) में सिर्फ 6 महीने की बाधा आने से 2020-2021 में उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र में टीबी को शामिल करके एड्स से जुड़ी बीमारियों के कारण 5 लाख से ज्यादा मौतें दर्ज हो सकती हैं। जबकि, 2018 में इस क्षेत्र में 4,70,000 के करीब लोगों ने इन बीमारियों से जान गंवाई थीं। संस्थाओं का मानना है कि, एचआईवी के ट्रीटमेंट और हेल्थ सप्लाई में रुकावट आने से हम वापस 2008 के करीब पहुंच जाएंगे, जब इस क्षेत्र में एचआईवी से जुड़ी बीमारियों के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा 9,50,000 था। इसके अलावा, अगले 5 साल तक और एचआईवी से होने वाली मौत में हमें करीब 40 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
और पढ़ें: अगर आपके आसपास मिला है कोरोना वायरस का संक्रमित मरीज, तो तुरंत करें ये काम
एचआईवी (HIV) से होने वाली मौत बढ़ने का मतलब इतिहास में दोबारा जाना होगा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर-जनरल, डॉ. टैड्रोस एडहेनॉम घेबरेयेसस (Dr. Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि, “अफ्रीका में एड्स से जुड़ी बीमारियों की वजह से होने वाली 5 लाख मौतों का अनुमान इतिहास में दोबारा जाने जैसा होगा। हमें इसे खतरे की घंटी मानकर सभी जरूरी हेल्थ सर्विस को जारी रखने के लिए कदम उठाने होंगे। कुछ देश पहले ही एचआईवी ट्रीटमेंट के लिए सेल्फ टेस्टिंग किट, ड्रग्स आदि से जुड़े महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि, जिन देशों में एचआईवी टेस्ट और ट्रीटमेंट की प्रक्रिया को जारी रखने के लिए मदद चाहिए, उन्हें वह मिल सके।” आपको बता दें कि, 2018 में उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र में लगभग 2 करोड़ 57 लाख लोग एचआईवी के शिकार थे, जिसमें से करीब 1 करोड़ 64 लाख संक्रमित लोग एंटीरेट्रोवायरल थेरिपी ले रहे थे और कोविड-19 के कारण एंटीरेट्रोवायरल थेरिपी मिलने में रुकावट आ रही है।
और पढ़ें: कोरोना से बचाव के लिए कितना रखें एसी का तापमान, सरकार ने जारी की गाइडलाइन
कोविड-19 (Covid-19) महामारी को नहीं बनने दें बहाना
यूएनएड्स के एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर विनी ने कहा कि, ‘एचआईवी से इंवेस्टमेंट हटने में हमें कोविड-19 महामारी को बहाना नहीं बनने देना चाहिए। क्योंकि, इससे एड्स संक्रमण को रोकने या नियंत्रित करने में मुश्किलों से मिले फायदे को खोने का खतरा बन सकता है। आपको बता दें कि, जब किसी एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति को ट्रीटमेंट मिलने लगता है तो उसके शरीर में संक्रमण का स्तर काफी कम हो जाता है और व्यक्ति स्वस्थ होने लगता है और वायरस का संक्रमण आगे नहीं जा पाता। लेकिन, जब एचआईवी/एड्स से संक्रमित व्यक्ति को एंटीरेट्रोवाइरल थेरिपी नियमित रूप से नहीं मिल पाती, तो शरीर में संक्रमण बढ़ने लगता है, जिससे मौत भी हो सकती है।
और पढ़ें: UV LED लाइट सतहों को कर सकती है साफ, कोरोना हो सकता है खत्म
एड्स (AIDS) से होने वाली मौत को कम करने का लक्ष्य छूट सकता है
अनुमान में दो मॉडल का अध्ययन किया गया, जिसमें से एक में अगर वर्तमान कोरोना वायरस की बीमारी की वजह से उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र में एचआईवी ट्रीटमेंट में 6 महीने की रुकावट आने से होने वाले परिवर्तन और दूसरे मॉडल में तीन महीने की रुकावट आने से होने वाले परिवर्तन के बारे में अध्ययन किया गया है। इस अध्ययन में सामने आया है कि, अगर कोरोना वायरस की वजह से मरीजों को मिलने वाले एचआईवी ट्रीटमेंट में 6 महीने की रुकावट आती है, तो इससे इस साल में एचआईवी से होने वाली मौत का आंकड़ा 4,71,000 से 6,73,000 तक जा सकता है। जिस वजह से हम 2020 में दुनियाभर में एड्स से जुड़ी बीमारियों के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा 5 लाख से कम करने का लक्ष्य पीछे छूट सकता है। वहीं, ट्रीटमेंट में तीन महीने की रुकावट आने से एचआईवी से होने वाली मौत का अनुमान थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन अंतर फर्क पैदा करेगा।
और पढ़ें: कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम करने से बिगड़ सकता है आपका बॉडी पोस्चर, जानें एक्सपर्ट की सलाह
एचआईवी का खतरा कैसे बढ़ता है? (How does the risk of HIV increase?)
एचआईवी का खतरा निम्नलिखित बीमारियों या कारणों की वजह से हो सकता है। जैसे-
- असुरक्षित एनल और वजायनल सेक्स करने से
- सिफलिस, हरपीज, क्लैमाइडिया, गोनोरिया और बैक्टीरियल वेजिनोसिस, जैसी अन्य किसी सेक्शुअली ट्रांसमिटिड इंफेक्शन होने की वजह से
- किसी संक्रमित सुई, सिरिंज या इंजेक्ट करने के दौरान किसी अन्य इंजेक्टिंग इक्विपमेंट या ड्रग सॉल्यूशन की वजह से
- असुरक्षित इंजेक्सन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन और टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन और मेडिकल प्रोसिजर (जिसमें अनस्टेराइल कटिंग या पियर्सिंग शामिल हो) की वजह से
- गलती से कोई संक्रमित सुई चुभ जाने की वजह से
- एचआईवी पीड़ित मां से भ्रूण को
एचआईवी/एड्स से कैसे बचें? (How to avoid HIV / AIDS?)
एचआईवी/एड्स से बचाव के लिए निम्नलिखित तरीकों को अपनाया जा सकता है। जैसे-
- अगर आप शारीरिक संबंध बना रहे हैं, तो कॉन्डोम का जरूर इस्तेमाल करें।
- ध्यान रखें कि, आपको एक ही व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने चाहिए और आप जिससे शारीरिक संबंध बना रहे हैं, वो एचआईवी संक्रमित न हो।
- अगर, आप किसी अस्पताल में खून दे रहे या ले रहे हैं, तो अपने या जो खून ले रहे हैं, उसके एचआईवी स्टेटस के बार में जरूर पता करें।
- अगर आपको, खुद में एड्स के कोई लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाकर संपर्क करें। क्योंकि, इस संक्रमण में जितना जल्दी उपचार प्राप्त होगा, उतना ही बेहतर है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और एचआईवी से होने वाली मौत का कोरोना की वजह से कैसे बढ़ सकता है से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[covid_19]