एचआईवी और एड्स को लोग एक ही समझते हैं जबकि यह दोनों ही अलग होते हैं। एचआईवी एक तरह का वायरस है, जिसके गंभीर रूप लेने के बाद यह एड्स में बदल जाता है। लोगों का मानना है कि एचआईवी के बाद एक व्यक्ति सामान्य जिंदगी नहीं जी सकता, जो कि सिर्फ एक मिथक है। ऐसे कई एचआईवी मिथक हैं जिन्हें लोग सच मानकर एचआईवी और एड्स से पीड़ित लोगों के साथ दुव्र्यवहार करते हैं। एचआईवी के बारे में दबी नहीं खुली जुबान में बात करें और उससे पहले एचआईवी मिथक और फैक्ट्स की सही जानकारी को हासिल करें। हम ऐसे ही प्रचलित एचआईवी मिथकों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
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