कोविड-19 (Covid-19) महामारी को नहीं बनने दें बहाना
यूएनएड्स के एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर विनी ने कहा कि, ‘एचआईवी से इंवेस्टमेंट हटने में हमें कोविड-19 महामारी को बहाना नहीं बनने देना चाहिए। क्योंकि, इससे एड्स संक्रमण को रोकने या नियंत्रित करने में मुश्किलों से मिले फायदे को खोने का खतरा बन सकता है। आपको बता दें कि, जब किसी एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति को ट्रीटमेंट मिलने लगता है तो उसके शरीर में संक्रमण का स्तर काफी कम हो जाता है और व्यक्ति स्वस्थ होने लगता है और वायरस का संक्रमण आगे नहीं जा पाता। लेकिन, जब एचआईवी/एड्स से संक्रमित व्यक्ति को एंटीरेट्रोवाइरल थेरिपी नियमित रूप से नहीं मिल पाती, तो शरीर में संक्रमण बढ़ने लगता है, जिससे मौत भी हो सकती है।
और पढ़ें: UV LED लाइट सतहों को कर सकती है साफ, कोरोना हो सकता है खत्म
एड्स (AIDS) से होने वाली मौत को कम करने का लक्ष्य छूट सकता है
अनुमान में दो मॉडल का अध्ययन किया गया, जिसमें से एक में अगर वर्तमान कोरोना वायरस की बीमारी की वजह से उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र में एचआईवी ट्रीटमेंट में 6 महीने की रुकावट आने से होने वाले परिवर्तन और दूसरे मॉडल में तीन महीने की रुकावट आने से होने वाले परिवर्तन के बारे में अध्ययन किया गया है। इस अध्ययन में सामने आया है कि, अगर कोरोना वायरस की वजह से मरीजों को मिलने वाले एचआईवी ट्रीटमेंट में 6 महीने की रुकावट आती है, तो इससे इस साल में एचआईवी से होने वाली मौत का आंकड़ा 4,71,000 से 6,73,000 तक जा सकता है। जिस वजह से हम 2020 में दुनियाभर में एड्स से जुड़ी बीमारियों के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा 5 लाख से कम करने का लक्ष्य पीछे छूट सकता है। वहीं, ट्रीटमेंट में तीन महीने की रुकावट आने से एचआईवी से होने वाली मौत का अनुमान थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन अंतर फर्क पैदा करेगा।
और पढ़ें: कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम करने से बिगड़ सकता है आपका बॉडी पोस्चर, जानें एक्सपर्ट की सलाह
एचआईवी का खतरा कैसे बढ़ता है? (How does the risk of HIV increase?)
एचआईवी का खतरा निम्नलिखित बीमारियों या कारणों की वजह से हो सकता है। जैसे-
- असुरक्षित एनल और वजायनल सेक्स करने से
- सिफलिस, हरपीज, क्लैमाइडिया, गोनोरिया और बैक्टीरियल वेजिनोसिस, जैसी अन्य किसी सेक्शुअली ट्रांसमिटिड इंफेक्शन होने की वजह से
- किसी संक्रमित सुई, सिरिंज या इंजेक्ट करने के दौरान किसी अन्य इंजेक्टिंग इक्विपमेंट या ड्रग सॉल्यूशन की वजह से
- असुरक्षित इंजेक्सन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन और टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन और मेडिकल प्रोसिजर (जिसमें अनस्टेराइल कटिंग या पियर्सिंग शामिल हो) की वजह से
- गलती से कोई संक्रमित सुई चुभ जाने की वजह से
- एचआईवी पीड़ित मां से भ्रूण को