मौसम बदलने पर लगभग हर किसी को जुकाम की शिकायत रहती है। हम सभी ने कभी ना कभी विक्स वेपोरब का इस्तेमाल किया ही होगा। विक्स वेपोरब लगभग हर घर में सर्दी और जुकाम (Cold and cough) के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती है।
सवाल
जब मुझे बचपन में सर्दी-जुकाम (Cold and cough) होता था, तो मेरी मां थोड़ा विक्स वेपोरब नाक पर लगाती थीं। इसको लगाने से मेरी सांस लेने की दिक्कत कम हो जाती थी। क्या विक्स वेपोरब सच में काम करता है?
जवाब
विक्स वेपोरब एक टॉपिकल ऑइटमेंट है, जो त्वचा पर सीधे लगा सकते हैं। इसमें कपूर, यूकेलिप्टिस ऑयल और मैंथॉल होता है। इसको हम छाती और गले पर लगा सकते हैं। दो साल से कम उम्र के बच्चों के लिए विक्स वेपोरब सुरक्षित नहीं है। विक्स वेपोरब के पैक पर हमेशा लिखा होता है कि यह दो साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए। विक्स वेपोरब में कपूर होता है, जो बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसे बच्चे की नाक पर या त्वचा पर लगाना बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता सकता है।
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FDA की एक एडवायजरी में इस बात की चेतावनी दी गई है कि काउंटर पर आसानी से मिलनी वाली सर्दी और जुकाम की दवाएं 6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए काम नहीं करती हैं। जनवरी 2008 की एक एडवायजरी में कहा गया है कि सर्दी-जुकाम की दवाएं दो साल से कम या दो साल तक के बच्चे को नहीं दी जानी चाहिए। इस दवा को देने से बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। परेशानी बढ़ने पर दवा दी जा सकती है।
Procter & Gamble कंपनी की वेबसाइट पर दी गई चेतावनी में यह कहा गया है कि विक्स वेपोरब का किस तरह इस्तेमाल नहीं करना चाहिएः
- मुंह से
- टाइट बैंडेज के साथ
- नाक के अंदर
- चोट और डैमेज त्वचा पर
Procter & Gamble ने अभी फिलहाल विक्स वेपोरब लॉन्च किया जो खासकर 3 महीने से ज्यादा और 5 साल तक के बच्चे इस्तेमाल कर सकते हैं। यह नेचुरल इंग्रीडियेंट जैसे कि एलोवेरा और नारियल तेल से बना जो उनकी त्वचा को नमी देता है। इसके अलावा इसमें लैवेंडर (Lavender), रोजमैरी (Rosemary) और यूकेलिप्टिस की खुशबु में उपलब्ध है। जब यह वेपोरब छोटे बच्चे की छाती (Chest), पीठ (Back), पैर (Leg) और हाथ पर मला जाता है तो ये खुशबू उनको आराम देती है।
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सर्दी-जुकाम का घरेलू इलाज (Home remedies Cold and Cough)
हनी और लेमन टी (Honey and Lemon Tea)
कई रिसर्च इस बात का दावा करते हैं कि शहद सर्दी-जुकाम (Cold and cough) या खांसी के इलाज के लिए सबसे बेहतर विकल्प होता है। अगर आपको या आपके छोटे बच्चे को खांसी है, तो शहद वाली चाय (हनी टी) पीने से गले में खराश और खांसी से राहत पा सकते हैं।
एक कप हर्बल टी या गर्म पानी में 2 चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाएं और इसे दिन में एक या दो बार पीएं। ध्यान रखें कि इस चाय को एक साल की उम्र से छोटे बच्चों को न पिलाएं।
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सर्दी-जुकाम (Cold and cough) में नींबू और शहद का मिक्सचर लें
सामान्य सर्दी या खांसी से छुटकारा पाने के लिए नींबू, दालचीनी (Cinnamon) और शहद का मिक्सचर जुकाम के घरेलू उपचार के सबसे कारगर उपायों में से एक होता है। दालचीनी, शहद (Honey) और नींबू (Lemon) हमारे किचन में बड़ी ही आसानी से मिल जाते हैं, तो बस फटाफट रसोईघर में जाएं और सर्दी दूर भगाने के लिए इन तीनों को मिलकर सिरप बनाएं।
आधा चम्मच शहद लें। उसमें नीबूं का रस और एक चुटकी दालचीनी का पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में एक बार पीना है।
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सर्दी-जुकाम (Cold and cough) में पिएं अनानास का जूस
आमतौर पर सर्दी-जुकाम होने पर खट्टे फल नहीं खाने चाहिए। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि भला अनानास (Pineapple) का जूस क्यों पीना चाहिए। बता दें कि अनानास खांसी को बस दो दिनों में दूर कर सकता है, क्योंकि इसमें ब्रोमलेन की अच्छी मात्रा होती है। ब्रोमलेन एक एंजाइम है जो केवल अनानास के तने और फल में ही पाया जाता है। ऐसे में अनानास का जूस पीने पर गले में खराश और बलगम की समस्या से भी राहत मिलती है, तो जुकाम के घरेलू उपचार के तरीकों में एक बार अनानास के गुण भी जरूर आजमाएं।
अनानास का छिलका हटाकर उसका जूस बनाकर पीएं या उसके 2 से 3 टुकड़े भी खा सकते हैं। दिन में तीन बार अनानास का जूस पीएं। ध्यान रखें कि अगर आप या आपका बच्चा खून पतला करने वाली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, तो अनानास का सेवन न करें।
सर्दी-जुकाम (Cold and cough) की बेहतरीन दवा है हल्दी वाला दूध
आमतौर पर सर्दियों के मौसम में मां छोटे बच्चों को हल्दी (Turmeric) वाला दूध पिलाती हैं। क्योंकि, छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम (Immune system) काफी कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें सर्दी-जुकाम (Cold and cough) से बचाए रखने के लिए हल्दी वाला दूध पीना लाभकारी होता है क्योंकि हल्दी में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो कीटाणुओं से रक्षा करते हैं।
रात में सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाएं और इसे गर्म करें। हल्क गुनगुना रहने पर इसे पी लें। आप चाहें तो दिन के समय में भी इसे पी सकते हैं।
गर्म पानी, बेकिंग सोडा और नमक से करें नाक की सिकांई
अगर बंद नाक से परेशान हैं, तो नमक वाला गर्म पानी आपके लिए मददगार हो सकता है। गर्म पानी और नमक का यह मिश्रण नाक से वायरस के कणों और बैक्टीरिया को भी साफ करने का काम करता है।
2 गिलास पानी में 1/4 चम्मच नमक और 1/4 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। अब इस मिश्रण वाले पानी को नोज किट या बल्ब सिरिंज की मदद से अपने एक तरफ की नाक के अंदर डालें। इस दौरान दूसरे नाक को दबा कर रखें और चेहरे को ऊपर की तरफ करके रखें, ताकि पानी नाक से बाहर न निकले। फिर 20 से 30 सेकेंड बाद नाक से उस पानी को बहने दें। नाक की दोनों छेदों के साथ इस प्रक्रिया को तीन से पांच बार दोहराना होगा।
गुनगुना पानी पीएं
दिनभर में कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुनगुना पानी पीएं। गुनगुना पानी गले में खराश और बलगम की समस्या से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसके अलावा गर्म पानी गले की सूजन को कम करता है।
अदरक (Ginger), शहद (Honey) और नींबू (Lemon) की चाय सर्दी-जुकाम भगाए
अदरक सूखी और दमा खांसी के उपचार के लिए रामबाण की तरह काम करता है। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी के गुण होते हैं। जो सर्दी-जुकाम के साथ-साथ उल्टी और दर्द से राहत भी दिलाता है।
एक कप गर्म पानी में 20-40 ग्राम ताजा अदरक मिलाएं और इससे चाय बनाएं। चाय बनाने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने दें। आप अपने स्वादानुसार इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
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