अगर आपको निमोनिया (Pneumonia) है तो इसका मतलब है कि आपके लंग्स में इंफेक्शन है। इस इंफेक्शन का कारण बैक्टीरिया, वायरस या जर्म्स हो सकते हैं। शायद आप ना जानते हों कि निमोनिया के भी कई प्रकार होते हैं और इसका ट्रीटमेंट निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) के आधार पर किया जाता है। जिनमें हॉस्पिटल एक्वायर्ड निमोनिया (Hospital-acquired pneumonia) से लेकर वायरल निमोनिया (Viral Pneumonia) तक शामिल है। निमोनिया के लक्षणों में कफ जो ग्रीन, यलो रंग का हो सकता है, फीवर, ठंड लगना, सांस लेने में परेशानी होना, कमजोरी और अत्यधिक थकान दिखाई देते हैं। लक्षण निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) के आधार पर अलग भी हो सकते हैं। इस आर्टिकल में निमोनिया के प्रमुख प्रकारों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
निमोनिया के प्रकार (Types of Pneumonia)
बता दें कि डॉक्टर निमोनिया के प्रकार को मरीज को इंफेक्शन कहां से और कैसे हुआ और जर्म के टाइप के आधार पर डिस्क्राइब करते हैं। निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) निम्न हैं।
हॉस्पिटल एक्वार्यड निमोनिया (Hospital-acquired pneumonia)
इस प्रकार का निमोनिया हॉस्टिपल में रहने के कारण होता है। यह निमोनिया गंभीर हो सकता है क्योंकि निमोनिया का कारण बनने वाले बैक्टीरिया एंटीबायोटिक्स के प्रति रेजिस्टेंट हो सकते हैं। इस प्रकार का निमोनिया तब होता है जब आप ब्रीदिंग मशीन पर रहे हों, आप लंग्स को क्लियर करने के लिए कफ नहीं निकाल पा रहे हों या सांस लेने के लिए ट्रेकियोस्ट्रॉमी ट्यूब (Tracheostomy Tube) का उपयोग किया गया हो। इम्यून सिस्टम वीक होने पर भी इस प्रकार का निमोनिया हो सकता है।
और पढ़ें: लंग कैंसर में निमोनिया बन सकता है जान के लिए जोखिम, कैसे? जानिए!
कम्युनिटी एक्वायर्ड निमोनिया (Community-acquired pneumonia)
कम्युनिटी एक्वायर्ड निमोनिया सबसे कॉमन प्रकार का निमोनिया है। यह हॉस्पिटल के बाहर होता है। इसका कारण बैक्टीरिया, वायरस और फंगी हो सकते हैं। वैक्सीन फ्लू वायरस और कुछ निश्चित बैक्टीरियाज के खिलाफ प्रोटेक्शन प्रदान कर सकती हैं जो निमोनिया का कारण बनते हैं।
एस्पिरेशन निमोनिया (Aspiration pneumonia)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) में एस्पिरेशन निमोनिया भी शामिल है। यह निमोनिया तब होता है जब आप फूड, ड्रिंक या सलाइवा को लंग्स में हनहेल करते हैं। ऐसा तब होता है जब कोई चीज नॉर्मल गैग रिफलैक्स को परेशान करती है। जिसमें ब्रेन इंजरी, निगलने में परेशनी या एल्कोहॉल और ड्रग्स का अधिक उपयोग शामिल है। अगर आप जो अंदर लेते हैं उसे कफ के जरिए बाहर नहीं निकाल पाते तो बैक्टीरिया लंग्स में मल्टिप्लाय हो जाते हैं।
बैक्टीरियल निमोनिया (Bacterial Pneumonia)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) में कम्युनिटी एक्वार्ड निमोनिया के ज्यादातर मामलों में बैक्टीरिया ही निमोनिया का कारण बनते हैं। पास मौजूद संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने पर आप भी इससे संक्रमित हो सकते हैं। बैक्टीरिया फिल्ड ड्रॉप्लेट्स वातावरण में आ जाते हैं जो सांस लेने की प्रक्रिया में मुंह या नाके जरिए बॉडी में प्रवेश कर जाते हैं। इम्यून सिस्टम वीक होने पर निमोनिया होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। अस्थमा या हार्ट डिजीज होने पर भी निमोनिया होने के चांसेस ज्यादा रहते हैं। बैक्टीरियल निमोनिया के लक्षणों में निम्न शामिल हैं।
- कफ (Cough) के साथ खांसी होना
- 100.4 F से ज्यादा फीवर (Fever) होना
- सांस लेने में परेशानी (Shortness of breathe)
- सीने में दर्द (Chest Pain)
- थकान (Fatigue)
एंटीबायोटिक्स की मदद से बैक्टीरियल निमोनिया का इलाज किया जाता है। डॉक्टर कुछ टेस्ट भी रिकमंड कर सकते हैं यह पता लगाने के लिए कि आपको किस प्रकार के बैक्टीरिया ने प्रभावित किया है।
और पढ़ें: Chemical pneumonia : केमिकल निमोनिया क्या है?
वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) में वॉकिंग निमोनिया को कम गंभीर निमोनिया माना जाता है। इसको एटिपिकल निमोनिया (Atypical pneumonia) भी कहते हैं। वॉकिंग निमोनिया के लक्षण माइल्ड हो सकते हैं हो सकता है जिसकी वजह से आपको पता ही न चले कि आपको कोई बीमारी है। आप अपनी रेगुलर एक्टिविटीज करने में सक्षम रहते हैं। इसलिए इसे वॉकिंग निमोनिया कहा जाता है। इसमें सर्दी, खांसी, सिर में दर्द और ठंड लगना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका इलाज भी एंटबायोटिक्स की मदद से किया जाता है और 3 से 5 दिन में मरीज ठीक हो जाता है, लेकिन कफ एक हफ्ते तक रह सकता है।
वायरल निमोनिया (Viral Pneumonia)
वायरस निमोनिया का दूसरा सबसे कॉमन कारण है। इसके कई प्रकार बीमारियों, कोल्ड और फ्लू और कोरोना वायरस का कारण भी बन सकते हैं। वायरल निमोनिया के लक्षण फ्लू की तरह ही होते हैं। जिसमें फीवर, ठंड लगना, सूखी खांसी, नाक भरी होना, मसल पेन, सिर में दर्द, कमजोरी और थकान शामिल है। इसके लक्षण माइल्ड से सीवियर तक हो सकते हैं। वायरल निमोनिया का इलाज एंटीबायोटिक्स से नहीं किया जा सकता है क्योंकि वे केवल बैक्टीरिया पर काम करती हैं। इलाज लक्षणों पर निर्भर होता है।
फंगल निमोनिया (Fungal Pneumonia)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) में फंगी निमोनिया का कारण कम बनते हैं। अगर आप हेल्दी है तो आपको फंगल निमोनिया होने की संभावना काफी कम होती है। जबकि इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर आशंका बढ़ जाती है। इम्यून सिस्टम निम्न कारणों से कमजोर हो सकता है।
- ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Organ transplant)
- कीमोथेरिपी (Chemotherapy)
- ऑटोइम्यून डिजीज (Immune disease) के इलाज में उपयोग होने वाली दवाएं
और पढ़ें: कहीं आप भी तो नहीं कर रहे कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल!
सांस के जरिए छोटे पार्टिकल्स जिन्हें फंगल स्पोर्स (Fungal spores) कहते हैं को इनहेल करने के कारण फंगल निमोनिया (Fungal pneumonia) हो सकता है। फंगल निमोनिया से ग्रसित होने के चांजेस निम्न लोगों के अधिक होते हैं।
- किसान जो पक्षियों, चमगादड़ और चूहों के आसपास काम करते हैं
- माली जो मिट्टी के ज्यादा संपर्क में रहते हैं
- बिल्डिंग बनाने वाले मजदूर जो दिन भर धूल में काम करते हैं
- फंगल निमोनिया (Fungal Pneumonia) के लक्षणों में भी फीवर और कफ शामिल है।
क्या निमोनिया से बचाव किया जा सकता है? (Can pneumonia be prevented?)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) के बारे में जानने के बाद यही सवाल दिमाग में आता है कि क्या निमोनिया की रोकथाम की जा सकती है, तो बता दें कि इसका जवाब है हां कुछ प्रकार के निमोनिया से बचाव संभव है। निमोनिया और फ्लू से बचाव करने वाली वैक्सीन उपलब्ध हैं। इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें। इसके साथ ही बच्चों को भी वैक्सीन लगवाएं।इसके साथ ही हायजीन टिप्स को फॉलों करें।
- रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory infections) से बचें और कई बार निमोनिया का कारण बन सकते हैं। हाथों को दिन में कई बार अच्छी तरह धोएं।
- स्मोकिंग छोड़ दें। यह फेफड़ों को डैमेज कर देती है। स्मोकिंग कई प्रकार के अन्य रेस्पिरेटरी इंफेक्शन या डैमेज का कारण बन सकती है। इससे लंग कैंसर भी हो सकता है।
- पर्याप्त नींद लें, रोज एक्सरसाइज करें और हेल्दी डायट का सेवन करें। यह ओवरऑल फिटनेस के लिए भी जरूरी है।
और पढ़ें: बच्चों को निमोनिया की वैक्सीन लगाना है जरूरी
उम्मीद करते हैं कि आपको निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।