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वॉकिंग निमोनिया (Walking Pneumonia)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) में वॉकिंग निमोनिया को कम गंभीर निमोनिया माना जाता है। इसको एटिपिकल निमोनिया (Atypical pneumonia) भी कहते हैं। वॉकिंग निमोनिया के लक्षण माइल्ड हो सकते हैं हो सकता है जिसकी वजह से आपको पता ही न चले कि आपको कोई बीमारी है। आप अपनी रेगुलर एक्टिविटीज करने में सक्षम रहते हैं। इसलिए इसे वॉकिंग निमोनिया कहा जाता है। इसमें सर्दी, खांसी, सिर में दर्द और ठंड लगना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका इलाज भी एंटबायोटिक्स की मदद से किया जाता है और 3 से 5 दिन में मरीज ठीक हो जाता है, लेकिन कफ एक हफ्ते तक रह सकता है।
वायरल निमोनिया (Viral Pneumonia)

वायरस निमोनिया का दूसरा सबसे कॉमन कारण है। इसके कई प्रकार बीमारियों, कोल्ड और फ्लू और कोरोना वायरस का कारण भी बन सकते हैं। वायरल निमोनिया के लक्षण फ्लू की तरह ही होते हैं। जिसमें फीवर, ठंड लगना, सूखी खांसी, नाक भरी होना, मसल पेन, सिर में दर्द, कमजोरी और थकान शामिल है। इसके लक्षण माइल्ड से सीवियर तक हो सकते हैं। वायरल निमोनिया का इलाज एंटीबायोटिक्स से नहीं किया जा सकता है क्योंकि वे केवल बैक्टीरिया पर काम करती हैं। इलाज लक्षणों पर निर्भर होता है।
फंगल निमोनिया (Fungal Pneumonia)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) में फंगी निमोनिया का कारण कम बनते हैं। अगर आप हेल्दी है तो आपको फंगल निमोनिया होने की संभावना काफी कम होती है। जबकि इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर आशंका बढ़ जाती है। इम्यून सिस्टम निम्न कारणों से कमजोर हो सकता है।
- ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Organ transplant)
- कीमोथेरिपी (Chemotherapy)
- ऑटोइम्यून डिजीज (Immune disease) के इलाज में उपयोग होने वाली दवाएं
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सांस के जरिए छोटे पार्टिकल्स जिन्हें फंगल स्पोर्स (Fungal spores) कहते हैं को इनहेल करने के कारण फंगल निमोनिया (Fungal pneumonia) हो सकता है। फंगल निमोनिया से ग्रसित होने के चांजेस निम्न लोगों के अधिक होते हैं।

क्या निमोनिया से बचाव किया जा सकता है? (Can pneumonia be prevented?)
निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) के बारे में जानने के बाद यही सवाल दिमाग में आता है कि क्या निमोनिया की रोकथाम की जा सकती है, तो बता दें कि इसका जवाब है हां कुछ प्रकार के निमोनिया से बचाव संभव है। निमोनिया और फ्लू से बचाव करने वाली वैक्सीन उपलब्ध हैं। इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें। इसके साथ ही बच्चों को भी वैक्सीन लगवाएं।इसके साथ ही हायजीन टिप्स को फॉलों करें।
- रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory infections) से बचें और कई बार निमोनिया का कारण बन सकते हैं। हाथों को दिन में कई बार अच्छी तरह धोएं।
- स्मोकिंग छोड़ दें। यह फेफड़ों को डैमेज कर देती है। स्मोकिंग कई प्रकार के अन्य रेस्पिरेटरी इंफेक्शन या डैमेज का कारण बन सकती है। इससे लंग कैंसर भी हो सकता है।
- पर्याप्त नींद लें, रोज एक्सरसाइज करें और हेल्दी डायट का सेवन करें। यह ओवरऑल फिटनेस के लिए भी जरूरी है।
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उम्मीद करते हैं कि आपको निमोनिया के प्रकार (Types of pneumonia) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।