यूं तो सर्दियों का मौसम खुशगवार होता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह परेशानी का सबब बन सकता है। खासकर जिन्हें सांस संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा (Asthma) , क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्नोमरी डिजीज (सीओपीडी- Chronic Obstructive Pulmonary Disease), क्रोनिक ब्रोंकाइटिस (chronic bronchitis) आदि बीमारियां हैं। ऐसे में जरूरी है कि सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव के इंतजाम किए जाए। इन बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए नीचे गिरता तापमान परेशानियों को और बढ़ा सकता है। वहीं उन्हें घरघराहट, कफ, सांस लेने में परेशानी, सांस फूलना व शॉर्ट ब्रीद की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव के लिए ऐसा नहीं कि आप घर से बाहर ही न निकलें। बल्कि इसका यह अर्थ है कि आप सर्दियों में भी स्वस्थ रहने के लिए तैयार रहें। कुछ स्वस्थ लोगों को भी सर्दियों में ठंडी हवा के कारण लंग्स में परेशानी हो सकती है। इसलिए इस मौसम में सभी को अपना ख्याल रखना चाहिए।
[mc4wp_form id=’183492″]
जानें तापमान में कमी से हाेने वाली सांस से जुड़ी समस्याएं (Know the problems related to breath due to decrease in temperature)
सर्दियों में सांस की समस्या का तापमान से सीधा संबंध है। तापमान जब काफी कम हो जाता है तो सीओपीडी (COPD) के लक्षण दिखने लगते हैं, नतीजा यह होता है कि लंग्स में सांस सामान्य की तरह नहीं जा पाती। जिससे मरीज में कुछ खास प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे:
- सांस अच्छी तरह से न ले पाना
- बलगम का बढ़ना
- हल्की-हल्की सांसें लेना
- कफ की समस्या
- घरघराहट
- श्वांस में कष्ट होना
और पढ़ें: Dry Cough: सूखी खांसी (ड्राई कफ) क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
सांस की समस्या को कैसे करें मैनेज (How to manage respiratory problems)
सर्दियों में सांस की समस्या को मैनेज करने के लिए जरूरी है कि जितना संभव हो ठंड के संपर्क में कम से कम आएं। इसका अर्थ यह हुआ कि सुबह व रात के समय जब तापमान काफी कम होता है तो कोशिश करें कि घर के बाहर न निकलें। इसके अलावा यदि घर के बाहर जाते भी हैं तो ऐसे कपड़े पहनें ताकि ठंड न लगे।
रेस्क्यू इनहेलर का करें इस्तेमाल (Use a rescue inhaler)
यदि आपको सीओपीडी की शिकायत है तो सर्दियों में घर से बाहर जाने के पहले रेस्क्यू इनहेलर को अपने साथ रख लें, लेकिन इसके लिए डॉक्टरी सलाह जरूर लें। बल्कि घर से ही डोज लेकर बाहर निकलें। खासतौर पर तब, जब आप लंबी वाक पर या फिर आउटडोर में एक्सरसाइज के लिए निकल रहे हों। रेस्क्यू इनहेलर में ब्रोंकोडाइलेटर (bronchodilator ) होता है। यह एयरवे को खोलने का काम करता है, जिससे व्यक्ति रिलैक्स महसूस करता है और सामान्य लोगों की तरह सांस ले पाता है। कोशिश करें कि घर से बाहर निकलने के दौरान रेस्क्यू इनहेलर अपने साथ ही रखें। ठंड यदि ज्यादा रही तो संभावना है कि उसके कारण सीओपीडी के मरीजों को परेशानी हो। ऐसे में अच्छा यही होगा कि आप उसके लिए तैयार रहें।
और पढ़ें : खांसी का आयुर्वेदिक इलाज: कफ होने पर क्या करें और क्या न करें?
अलाव से बनाएं दूरी (Make distance from bonfire)
ऐसे लोग जिन्हें श्वांस संबंधी परेशानी है उन्हें सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव करने के लिए जहां आग जलाया जा रहा हो उस स्थान से दूरी बनानी चाहिए। आम लोगों की तुलना में लंग्स की समस्या से ग्रसित इंसान को आग के आसपास जाने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। संभव है कि आग से उड़ने वाले छोटे-छोटे कण के कारण उन्हें परेशानी हो। इसके कारण सामान्य लोगों की तरह श्वांस न ले पाने के साथ कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से आपके श्वांस नलियों को भी दिक्कत हो सकती है। सर्दियों में गर्माहट के लिए कोशिश करें कि अलाव व फायर जलाने की बजाय इलेक्ट्रिक हीटर आदि का इस्तेमाल करें। यह आपकी सेहत के लिए बेहतर होगा। इससे श्वांस संबंधी परेशानी भी नहीं होगी।
सिगरेट (cigarette) में मौजूद चार हजार से अधिक घातक कैमिकल्स, बढ़ सकते हैं सांस की दिक्कत (avoid smoking)
सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव के लिए कोशिश यही होनी चाहिए कि धूम्रपान ना करें। सीओपीडी व सांस से ग्रसित मरीजों को डॉक्टर भी यही सलाह देते हैं कि वे धूम्रपान ना करें। इससे उनकी श्वांस नलियों में संकुचन हो सकता है। एक सिगरेट में करीब चार हजार से अधिक घातक कैमिकल्स होते हैं। सर्दियों में सांस की समस्या से ग्रसित होने के बावजूद यदि आप धूम्रपान करते हैं तो आपके लक्षणों के बढ़ने की संभावनाएं अधिक होती हैं। धूम्रपान के कारण सीओपीडी की समस्या हो सकती है, शुरुआत में परेशानी और आगे चलकर मरीज की मौत तक हो सकती है। यदि आप सीओपीडी, अस्थमा और अन्य सांसों से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित हैं तो बेहतर यही होगा कि आप स्मोकिंग छोड़ दें। ऐसा कर आप क्वालिटी लाइफ जी सकते हैं। ऐसा कर सर्दियों में आप सामान्य लोगों के समान रह पाएंगे।
घर के अंदर ही रहकर करें एक्सरसाइज (Exercise while staying indoors)
सीओपीडी, अस्थमा और अन्य सांस से जुड़ी समस्या झेल रहे लोगों को सुझाव दिया जाता है कि एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल करें, लेकिन सर्दियों के मौसम में उनकी कोशिश यही होनी चाहिए कि इनडोर एक्सरसाइज को तवज्जों दें। इनडोर एक्सरसाइज में आप चाहें तो अपने ही घर में या फिर जिम में एक्सरसाइज करना सकते हैं। बाहर एक्सरसाइज तब करें जब आप घर पर अच्छे से वार्मअप कर लें। उसके बाद ही बाहर निकलें व एक्सरसाइज करें। घर पर करीब 15 से 20 मिनटों तक वार्मअप करना जरूरी होता है।
योगा को दिनचर्या में कर सकते हैं शामिल, जानने के लिए एक्सपर्ट की लें राय
और पढ़ें : कफ की समस्या से हैं परेशान, जानिए क्या हैं कफ निकालने के उपाय ?
सर्दियों में गर्म कपड़े जरूर पहनें
सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव के लिए नाक से ही सांस लेना बेहतर होता है। ऐसा करने से श्वांसनलियों तक सांस जाने से पहले ही वो गर्म हो जाती हैं। इस कारण सांस फूलने की समस्या नहीं होती। सर्दियों की ठंड हवा एयरवेज को इरीटेट कर सकती है। इस वजह से सांस फूलने की समस्या हो सकती है। इससे बचाव के लिए आप गर्म कपड़ें पहनें। मुंह पर मास्क व स्कार्फ या मफलर का इस्तेमाल करें।
और पढ़ें : सर्दी-जुकाम के लिए इस्तेमाल होने वाली विक्स वेपोरब कितनी असरदार
एक्सपर्ट की लें मदद
देखा गया है कि सर्दियों में अस्पतालों में सामान्य दिनों की तुलना में सांस संबंधी मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि सर्दियों में बचाव के इंतेजाम किए जाएं। नहीं तो हल्की सी लापरवाही के कारण बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यदि आपको सांस की बीमारी है तो बेहतर यही होगा कि सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव के लिए बताए गए एहतियात को बरतें। इसके अलावा डॉक्टरी सलाह जरूर लें। एक्सपर्ट की मदद से सर्दियों में सांस की समस्या से बचाव किया जा सकता है। यदि सर्दियों के दौरान ऐसा लगे कि सांस लेने में परेशानी हो रही है तो डॉक्टर से तत्काल संपर्क करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और सर्दियों में सांस की बीमारियों से बचाव कैसे करें इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।