टीबी का इलाज: क्या है फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन? (Fixed dose combination – FDC)
टीबी के इलाज में अलग-अलग तरह की दवाओं को मिलाकर डोजेज तैयार किये जाते हैं, जिन्हे फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) का नाम दिया गया है।
टीबी दवाओं और डॉट्स (DOTS) की डिलीवरी को आसान बनाने के लिए फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (Fixed dose combination) की मदद ली जा सकती है। जिन पेशंट की स्थिति गंभीर मानी जाती है या जिनके केस में कॉम्प्लिकेशन होते हैं, उन्हें ये मेडिसिन इंडीवीज्युवली दी जाती हैं।
फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन में चार दवाओं (आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन, पाइराजिनमाइड और एथेमब्युटोल), तीन दवाओं (आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन और एथेमब्युटोल) और दो दवाओं (आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन) के कॉम्बिनेशन का समावेश होता है।
इस तरह भारत में टीबी (TB) के मरीजों को हाल की स्थिति में ट्रीटमेंट उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। चलिए अब जानते हैं टीबी के निदान के लिए कौन से टेस्ट्स भारत में उपलब्ध हैं।
टीबी के लिए टेस्ट्स : ये है उपलब्धता (Testing and Diagnosis of TB)
टीबी के निदान के लिए भारत में विभिन्न तरह के टेस्ट्स उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जा सकता है। ये टेस्ट्स आपकी स्थिति को बेहतर ढंग से समझने और टीबी के संभावित इलाज में मददगार साबित होते हैं। ये टेस्ट तीन तरह के हैं –
स्किन टेस्ट (Skin Test)
संक्रमण है कि नहीं इसका पता लगाने के लिए पीपीडी (प्यूरिफ़ाइड प्रोटीन डेरिवेटिव) स्किन टेस्ट किया जाता है।
ब्लड टेस्ट (Blood Test)
डॉक्टर स्किन टेस्ट के आधार पर ब्लड टेस्ट करने के लिए भी कह सकते हैं।
एक्स रे (X-Ray)
इन दोनों टेस्ट के बाद डॉक्टर एक्स रे करने के लिए कह सकते हैं। एक्स रे करके यह देखा जाता है कि इंफेक्शन हुआ है कि नहीं।
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