ट्यूबरक्यूलॉसिस जब लंग्स को प्रभावित करता है, तब इसे पल्मोनरी ट्यूबरक्यूलॉसिस कहा जाता है और जब यह लंग्स के बाहर होता है, तब उसे एक्स्ट्रापल्मोनरी ट्यूबरक्यूलॉसिस कहते हैं। इसे एक्टिव या लेटेंट में भी वर्गीकृत किया जाता है। एक्टिव टीबी संक्रामक होता है और उसके कई लक्षण भी नजर आ सकते हैं। लेकिन, लेटेंट में कोई भी लक्षण नजर नहीं आते हैं और न ही यह संक्रामक होता है। जानिए ट्यूबरक्यूलॉसिस के प्रकार (Types of Tuberculosis) के बारे में विस्तार से:
एक्टिव ट्यूबरक्यूलॉसिस (Active Tuberculosis)
ट्यूबरक्यूलॉसिस के दो मुख्य प्रकार हैं प्रकार एक्टिव और लेटेंट टीबी। एक्टिव टीबी को कई बार टीबी डिजीज भी कहा जाता है। इसके होने पर रोगी में कई लक्षण नजर आते हैं और यह संक्रामक है। एक्टिव टीबी के लक्षण इस चीज पर निर्भर करते हैं कि यह पल्मोनरी है या एक्स्ट्रापल्मोनरी। एक्टिव टीबी के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं
- अचानक वजन का कम होना (Unexplained Weight Loss)
- भूख न लगना (Loss of Appetite)
- बुखार (Fever)
- ठण्ड लगना (Chills)
- थकावट (Fatigue)
- रात को पसीना आना (Night Sweats)
एक्टिव ट्यूबरक्यूलॉसिस का अगर अच्छे से उपचार न कराया जाए, तो यह जान के लिए जोखिम हो सकता है।
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लेटेंट ट्यूबरक्यूलॉसिस (Latent Tuberculosis)
इस ट्यूबरक्यूलॉसिस के प्रकार (Types of Tuberculosis) को लेटेंट टीबी कहा जाता है। अगर आपको लेटेंट टीबी इंफेक्शन है, इसका अर्थ है कि आपके शरीर में टीबी बैक्टीरिया तो हो सकता है, लेकिन यह इनएक्टिव होता है। यानी, आपको इसके कोई लक्षण महसूस नहीं होते। लेटेंट ट्यूबरक्यूलॉसिस एक्टिव ट्यूबरक्यूलॉसिस में बदल सकता है। यह जोखिम उन लोगों में अधिक होता है, जिन लोगों में किसी बीमारी या अंडरलाइंग कंडीशन के कारण इम्युनिटी कमजोर होती है। अब जानते हैं एक्टिव ट्यूबरक्यूलॉसिस के प्रकारों के बारे में:
पल्मोनरी ट्यूबरक्यूलॉसिस (Pulmonary Tuberculosis)
पल्मोनरी ट्यूबरक्यूलॉसिस एक एक्टिव टीबी है, जो लंग से संबंधित है। किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर हवा के माध्यम से आप इस टीबी का शिकार हो सकते हैं। क्योंकि इसके रोगाणु हवा में कई घंटों तक रहते हैं।
जानिए क्या हैं ट्यूबरक्युलॉसिस (symptoms of Tuberculosis) के लक्षण?
ट्यूबरक्युलॉसिस के संक्रमण के बाद शुरुआती दिनों में कोई लक्षण नजर नहीं आते। लेकिन जब यह संक्रमण बीमारी का रूप लेने लगता है, तब इसके लक्षण सामने आना शुरू हो जाते हैं। ये लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि टीबी ने किस अंग को प्रभावित किया है। जैसे- तीन हफ्तों तक खांसी होना, खून में कफ आना, सीने में दर्द होना, बुखार आना, रात को बहुत ज्यादा पसीना आना, वजन कम होना, भूख न लगना, कमजोरी आना, चक्कर आना आदि। इसके अलावा, टीबी के अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या है, तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।