के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
ट्यूबरक्युलॉसिस जिसे टीबी के नाम से भी जाना जाता है। टीबी बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। यह बैक्टेरिया मनुष्य के बॉडी टिशू पर हमला कर उन्हें नष्ट कर देता है। यह बीमारी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्युलॉसिस (Mycobacterium tuberculosis) नाम के बैक्टीरिया की वजह से होती है, जो हवा के जरिए एक से दूसरे लोगों में फैल सकती है। ऐसा नहीं है की ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव संभव नहीं है।
इस बारे में फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड के डॉ अंशु पंजाबी, सलाहकार.पल्मोनोलॉजिस्ट और स्लीप मेडिसिन विशेषज्ञ का कहना है कि ट्यूबरक्युलॉसिस के बैक्टीरिया उन पर तेजी से हमला करते हैं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। इसका खतरा एचआईवी या कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित रह चुके लोगों में होने की संभावना ज्यादा हो सकती है। टीबी की बीमारी ज्यादातर फेफड़ों में होती हैं। हालांकि यह हड्डियों, लिम्फ ग्रंथियों, आंतों, दिल, दिमाग के साथ-साथ अन्य अंगों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव संभव है सिर्फ कुछ बातों को ध्यान में रखा जाये तो। आज जानेंगे क्या है ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव के क्या हैं तरीके?
ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव से पहले ये समझने की कोशिश करते हैं की इस बीमारी का खतरा किन लोगों में ज्यादा होता? सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार निम्नलिखित बीमारियों के कारण टीबी का खतरा बढ़ सकता है। जैसे-
इन बीमारियों के साथ-साथ अन्य बीमारियों की वजह से भी ट्यूबरक्युलॉसिस का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि टीबी की बीमारी से डरें नहीं बल्कि ये समझिये की ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव कैसे संभव है।
डॉक्टर की सलाह के साथ-साथ सुरक्षा का भी ध्यान रखना चाहिए। क्या आपने कभी सोचा है कि ट्यूबरक्युलॉसिस जैसी खतरनाक बीमारी कैसे फैलती है और इससे कैसे बचा जा सकता है ? अगर नहीं तो इस आर्टिकल में जानें वो जरूरी बातें, जिनकी मदद से आप खुद की और दूसरों को ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव कर सकते हैं।
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बच्चों में टीबी के लक्षणों को समझना जरूरी है तभी इससे बचाव संभव है। इसलिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें। जैसे-
बच्चों को ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव निम्नलिखित तरीके से किया जा सकता है। जैसे-
ऊपर बातये गए लक्षण नजर आने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलें और कुछ आवश्यक टिप्स फॉलो करें।
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बड़ों या वयस्कों में टीबी के लक्षण निम्नलिखित हैं।
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बड़ों या वयस्कों में ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव करने का तरीका
कई बार टीबी का नाम सुनकर लोग यह समझने लगते हैं की अब इस बीमारी से बचना संभव नहीं है लेकिन, ऐसा नहीं है। ट्यूबरक्युलॉसिस या कैंसर जैसी अन्य जानलेवा बीमारियों से भी बचा जा सकता है। अगर आप ट्यूबरक्युलॉसिस के पेशेंट हैं तो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखें।
अगर आप कॉलेज में पढ़ाई करते हैं या वर्किंग हैं तो इस दौरान और कुछ हफ्ते तक घर में ही रहें
ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव के लिए कमरे को वेंटिलेट रखें। टीबी के जर्म्स आसानी से फैल सकते हैं। इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए ये उपाय जरूर अपनायें।
कोशिश करें की मास्क का प्रयोग करें या फिर खांसने के दौरान टिशू पेपर का इस्तेमाल करें।
समय पर दवाओं के सेवन के साथ-साथ आसान टिप्स को अपना कर अगर आप टीबी के पेशेंट हैं या ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव आसानी से हो सकता है।
इन उपायों के साथ-साथ आहार और साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखना चाहिए। ऐसा करने से इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है और आप बीमारी से बच सकते हैं। वैसे अगर आप ट्यूबरक्युलॉसिस से बचाव या इस बीमारी से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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