नॉकचर्नल अस्थमा का इलाज कैसे किया जाता है? (Nocturnal Asthma treatment)
नॉर्मल अस्थमा की तरह ही नॉकचर्नल अस्थमा (Nocturnal Asthma) का कोई क्योर नहीं है। यह एक क्रोनिक कंडिशन है। कुछ बातों का ध्यान रखकर इस कंडिशन को मैनेज किया जा सकता है। इसका पहला इलाज है इंहेल्ड स्टेरॉइड्स (Inhaled steroids) है। यह इंफ्लामेशन को कम करने के साथ ही दूसरे लक्षणों को कम करने में मदद करता है, लेकिन इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें। इसके साथ ही नेब्युलाइजर (Nebulizer) भी आपकी मदद कर सकते हैं। इसके अलावा निम्न टिप्स को फॉलो कर आप नॉकचर्नल अस्थमा से बच सकते हैं।

साइकोलॉजिकल स्ट्रेस को कम करें (Don’t take stress)
तनाव अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इसलिए अगर आप डिप्रेशन या एंग्जायटी डिसऑर्डर का सामना कर रहे हैं तो थेरेपिस्ट से मिलें। साथ ही योगा, रिलेक्सेशन एक्सरसाइज आदि का सहारा लें। इससे अच्छा महसूस होगा।
गर्ड का इलाज करें (Treat GERD)
अगर आपको बार-बार हार्ट बर्न का सामना करना पड़ता है तो इसका इलाज कराएं क्योंकि यह ब्रोंकियल स्पाज्म (Bronchial spasm) का कारण बनता है। दवाओं के अलावा आप गर्ड का इलाज खुद भी कर सकते हैं। इसके लिए हाय सैचुरेटेड फैट्स (High Saturated fats) जैसे कि फैटी मीट्स, फ्रायड फूड, होल मिल्क, चॉकलेट से दूरी बनानी होगी। कैफीन, स्पाइसी फूड्स, कुछ खट्टे जूस भी इसोफेगस को इरीटेट कर सकते हैं। इसलिए या तो इनसे दूर रहे या कम मात्रा में सेवन करें।
वजन को संतुलित रखें (Maintain Healthy Weight)
मोटापा नॉकचर्नल अस्थमा (Nocturnal Asthma) और गर्ड (GERD) दोनों के लिए रिस्क फैक्टर है। संतुलित डायट फॉलो करना बेहद जरूरी है। फैट की जगह प्रोटीन और फाइबर युक्त फूड्स का सेवन करें। साथ ही डॉक्टर की मदद से खुद के लिए एक एक्सरसाइज रूटीन सेट करें। जिसमें एरोबिक, कार्डियो और रेसिस्टेंस ट्रेनिंग एक्सरसाइज हों।
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स्मोकिंग से दूर रहें (Quit smoking is necessary)
स्मोकिंग अस्थमा के रिस्क को बढ़ाने का काम करती है। इसलिए इसे पूरी तरह दूरी बना लें। इसके साथ ही सेकेंड स्मोक से बचें।
एलर्जन को हटाएं (Clear out the allergens)
बिस्तर पर मौजूद धूल के कण नॉकर्चनल अस्थमा के लक्षणों को बिगाड़ सकते हैं। जरूरी है कि बेडशीट और ब्लैंकेट को अच्छी तरह साफ करें। इन्हें हफ्ते में या जब आपको जरूरी लगे जरूर धोएं। अगर आपको पैट से एलर्जी तो उसके साथ ना सोएं। उन्हें बेडरूम के बाहर रखना सही होगा।
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सिर को ऊंचा करके सोएं (Keep your head up)
अगर आपको कोल्ड या साइनस इंफेक्शन है तो सीधे होना नॉकचर्नल अस्थमा (Nocturnal Asthma) का कारण बन सकता है। इसलिए सोते वक्त सिर को थोड़ा ऊंचा रखें। अस्थमा का सामना कर रहे लोगों में स्लीप एप्निया (Sleep Apnea) का रिस्क बढ़ जाता है। इसके कारण सोते वक्त बार-बार ब्रीदिंग प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है। जिससे अस्थमा के लक्षण बिगड़ सकते हैं। इस बारे में डॉक्टर से बात करें और ट्रीटमेंट लें।
इस प्रकार आप नॉकर्चनल अस्थमा को मैनेज कर सकते हैं। अच्छी बात ये है कि इस बीमारी को डॉक्टर की मदद से मैनेज किया जा सकता है। इसलिए घबराएं बिना डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको नॉकचर्नल अस्थमा (Nocturnal Asthma) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।