अस्थमा फर्स्ट एड देने के लिए क्या करना चाहिए? (Things to do in Asthma First Aid)
अस्थमा अटैक के हल्के एपिसोड्स कुछ मिनटों तक रह सकते हैं जबकि गंभीर कुछ घंटों से दिनों तक रहते हैं। गंभीर अस्थमा अटैक्स में अगर रोगी को सही उपचार न मिले, तो वो बोलने में असमर्थ हो जाता है। उसके होंठ नीले पड़ जाते हैं। इसका अर्थ होता है कि उसके खून में कम ऑक्सीजन है। तत्काल उपचार न मिलने की स्थिति में रोगी बेहोश हो सकता है और यह उसके जीवन के लिए खतरा भी हो सकता है। ऐसे में अगर किसी को अस्थमा अटैक आए, तो लक्षणों को पहचानते हुए अस्थमा फर्स्ट एड (Asthma First Aid) के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करना चाहिए:
1.सबसे पहले व्यक्ति को सीधा बैठाएं।
2. उसे रिलीवर पफर के (Blue/Grey Reliever Puffer) 4 अलग पफ दें।
इसके लिए पफर को अच्छे से हिलाएं। एक पफ को स्पेसर में रखें। स्पेसर से रोगी को चार बार सांस लेने दें। इसे दोहराएं जब तक चार पफ न ले ले।
याद रखें- पफर को हिलाएं, एक पफ, चार बार सांस लें। या ब्रिकेनयल इनहेलर (Bricanyl Inhaler) की दो अलग-अलग डोज (6 साल और उससे अधिक) या सिम्बिकॉर्ट इनहेलर (Symbicort Inhaler) (over 12) भी दिए जा सकते हैं।
3. चार मिनटों तक इंतजार करें। अगर मरीज की स्थिति में कोई सुधार न हो, तो रिलीवर के चार अलग पफ्स उपर बताए तरीके से दें या एक और डोज ब्रिकेनयल या सिम्बिकॉर्ट (Bricanyl or Symbicort) इनहेलर की दें।
4. अगर फिर भी कोई सुधार न हो, तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। इसके अलावा इन स्थितियों में भी तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए, अगर :