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थेरेपिस्ट से बात करना है आसान
थेरेपिस्ट के साथ आपको किसी प्रकार का संकोच महसूस नहीं होगा। आप वही बता पाएंगे जो समस्या आपको होगी। आप उसके साथ आराम से अपनी हर समस्या को शेयर कर पाएंगे और आपको सही इलाज भी मिलेगा। जबकि, अपने दोस्त के साथ हो सकता है कि कुछ बातें शेयर करने में आपको शर्म महसूस हो। यह भी हो सकता है कि आप यह सोच कर अपने दोस्त से कुछ बातों को न बता पाएं ताकि वो आपसे दोस्ती न तोड़ दे या आपके बारे में गलत न सोचने लगे।
आप बन सकते हैं दोस्त की परेशानी की वजह
कुछ लोगों का यह सवाल होता है कि आपका दोस्त आपका थेरेपिस्ट हो सकता है(can your friend be your therapist) या नहीं लेकिन कई लोग यही मानते हैं कि मेरा थेरेपिस्ट मेरा सबसे अच्छा दोस्त है(My therapist is my best friend)। एक और फर्क हो सकता है आपके दोस्त और थेरेपिस्ट में, कि दोस्त आपकी बात सुनकर थक या परेशान हो सकते हैं। हो सकता है कि दोस्त आपकी मानसिक स्थिति को न समझ पाए। यही नहीं, दोस्तों के साथ आपको इस बात का भी ध्यान रखना पड़ेगा कि आप अपनी लव लाइफ, रिश्तेदारों या किसी भी अन्य बात को बार-बार न दोहराएं। क्योंकि, ऐसा करने पर वो आपको ड्रामा करने वाला, छोटी-छोटी बात पर रोने वाला या अन्य किसी रूप में संबोधित कर सकते हैं।
ऐसा भी हो सकता है कि एक समय के बाद वो आपको सुनने या आपसे बात करने से भी कतराएं। लेकिन, आपकी बात को बार-बार सुनना थेरेपिस्ट की नौकरी का एक हिस्सा है।, एक थेरेपिस्ट को आपकी हर बात को बार-बार सुनना और अपनी समस्या को हल करना पड़ेगा। ऐसे में न तो वो आपसे थकेंगे और न ही आपको छोड़ेंगे।
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गलत दोस्त से बात, बन सकती है मुसीबत
अपनी परेशानियों के बारे में अपने दोस्त या परिवार को बताने का आपका उद्देश्य यही होगा कि वो आपको समझते हुए आपकी इस परेशानी को हल करें। लेकिन, अगर आप किसी गलत दोस्त से इस बारे में बात करते हैं तो बाद में आपको बहुत बुरा महसूस हो सकता है। यह भी हो सकता है कि इसके कारण आपको कोई भारी कीमत भी चुकानी पड़े या आप अपना ही नुकसान कर लें।