थायराॅइड का नाम सुनते ही अक्सर लोगों को लगता है कि यह सिर्फ महिलाओं को होने वाली बीमारी है। यह बात सच है कि यह महिलाओं को अधिक होती है, लेकिन पुरुष भी इससे अछूते नहीं है। पुरुष भी थायराॅइड का शिकार हो रहे है, इसलिए इस बीमारी के कोई लक्षण दिखने पर उसे नजरअंदाज करने की भूल न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
क्या है थायराॅइड? What is thyroid?
दरअसलस यह गले के अंदर मौजूद एक ग्लैंड की समस्या है। यह ग्लैंड गले के अंदर और कॉलरबोन के ऊपर होता है। इस ग्लैंड में ट्राईआयोडोथायरोनिन और थायरोक्सिन नामक दो हार्मोन बनता है जो मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है। जब थायराॅइड ग्लैंड बहुत अधिक या कम एक्टिव होती है तो यही बीमारी का कारण बन जाती है। थायराॅइड दो तरह के होते हैं हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म। थायराॅइड के लक्षण वैसे तो पुरुषों और महिलाओं में तकरीबन समान ही होते हैं और यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सा थायराॅइड है।
” हाइपोथायरायडिज्म पुरुषों की तुलना में महिलाओं में 2-3 गुना आम है, 8 शहरों में हुए एक अध्ययन से पता चला है कि लगभग 5% वयस्कों में थायरॉयड की असामान्यता हो सकती है। पुरुषों में बीमारी का अक्सर देर से पता चलने के कारण निदान हो पाता है। जिन पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या है, त्वचा में रूखापना और तनाव महसूस करने जैसे लक्षण है, उनमें इस बीमारी की शिकायत हो सकती है। ऐसे लक्षण मधुमेह, हृदय रोग और उच्च कोलेस्ट्रॉल की शिकायत वाले लोगों में भी देखा जा सकता है। हाइपोथायरायडिज्म का आसानी से इलाज किया जा सकता है। “– डॉ अंबरीश मितल, अध्यक्ष और प्रमुख, एंडोक्रिनोलॉजी और मधुमेह, मैक्स हेल्थकेयर
पुरुषों में थायरॉइड के कारण (Causes of thyroid in Mens)
पुरुषों में थायरॉइड के लिए निम्न कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
हाॅर्मोंनल इंबैलेंस (Hormonal imbalance)
शरीर में जब हाॅर्मोंस का संतुलन बिगड़ जाता है तो यह थायराॅइड का कारण बन जाती है। दरअसल, थायराॅइड ग्लैंड ही इसके लिए जिम्मेदार होती है।
आयोडीन की असंतुलित मात्रा (Unbalanced amount of iodine)
आयोडाइड नमक के कम या ज्यादा सेवन से भी थायराॅइड का खतरा रहता है। अधिक सेवन से हाइपरथायराॅइड और आयोडाइड नमककम खाने से हाइपोथायराॅइडिज्म का खतरा बना रहता है।
और पढ़ें: थायराइड से हैं परेशान? ट्राई करें थायराइड के घरेलू उपाय
इंसुलिन का बिगड़ा संतुलन
पुरुषों में यदि इंसुलिन की मात्रा संतुलित नहीं है तो उन्हें थायराॅइड होने का जोखिम बना रहता है। इसलिए जिन पुरुषों को डायिबिटीज है उन्हें ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।
गलत आदतें
गलत जीवनशैली भी इसके लिए जिम्मेदार है। सिगरेट, शराब पीने वाले पुरुषों को इसका खतरा अधिक होता है, क्योंकि सिगरेट, शराब शरीर को कमजोर कर देती है।
पुरुषों में थायरॉइड के लक्षण (Symptoms of thyroid)
थायराॅइड के शुरुआती लक्षण बहुत गंभीर नहीं होते है, इसलिए शुरुआत में ही इस बीमारी को पड़ पाना मुश्किल हो जाता है। आमतौर पर पुरुषों में थायराॅइड के निम्न लक्षण दिखते हैं।
अवसाद– यदि किसी पुरुष को पिछले कुछ समय से अधिक तनाव रहता है और चीजें भूलने लगा है तो उसे थाइराइड ग्लैंड का चेकअप करवाना चाहिए, क्योंकि यह इसके अतंलुन की वजह से हो सकता है। शरीर में थायरॉक्सिन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ने से व्यक्ति को चिड़चिड़ापन होता है और वह सुस्त हो जाता है। यदि आपको कुछ ऐसा महसूस हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
कमजोरी महसूस होना
यदि आराम करने के बाद भी आपको लगातार कमजोरी महसूस होती रहती है और बहुत शारीरिक गतिविधि करने का मन नहीं करता, आपका प्लस रेट भी यदि कम हो जाता है तो इसे हल्के में लेने की भूल न करें, क्योंकि यह थायराॅइड का लक्षण हो सकता है। इसलिए तुरंत जांच करवाएं।
और पढ़ें: थायरॉइड का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? जानिए दवा और प्रभाव
अचानक से वजन बढ़ना या कम होना
यदि आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि पिछले कुछ समय से आपका वजन तेजी से बढ़ या घट रहा है तो एक बार थायराॅइड टेस्ट जरूर करवा लें, क्योंकि ऐसा अक्सर थायराॅइड के कारण होता है।
मसल्स में दर्द (Mussels pain)
यदि आपको अक्सर कमर, कंधे व पैरों में दर्द व ऐंठन की समस्या होती है तो यह थायराॅइड का संकेत हो सकता है। क्योंकि ऐसा थायरॉक्सिन हॉर्मोन के बढ़ने की वजह से हो सकता है। जरूरी है कि ऐसी समस्या होने पर आप थायराॅइड की जांच करवाएं।
कब्ज की समस्या (constipation)
शायद आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन कब्ज की समस्या भी पुरुषों में थायराॅइड का मुख्य संकेत है। इसके अलावा यदि सांस लेने में परेशानी हो रही है, शरीर का तापमान और ब्लड प्रेशर कम हो रहा है तो आपको तुरंत थायराॅइड टेस्ट करवाने की जरूरत है।
पुरुषों में थायरॉइड का उपचार (Thyroid treatment)
सिर्फ दवाओं से थायराॅइड का उपचार नहीं किया जाता, बल्कि दवाओं के साथ ही हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी बहुत जरूरी है। थायराॅइड की समस्या होने पर डॉक्टर आपको कुछ दवाएं तो देते हैं, लेकिन इसके साथ ही आपको खुद अपने खान-पान में बदलाव के साथ ही योग, एक्सरसाइज को नियमति रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा। दवाएं के जरिए थायराॅइड ग्लैंड की सक्रियता को कम किया जाता है।
और पढ़ें: पुरुषों का बॉडी चेकअप होता है जरूरी, क्या आप जानते हैं इस बारे में ?
पुरुषों में थायरॉइड को मैनेज करने के लिए हेल्दी डायट है जरूरी (Healthy diet is important)
साबूत अनाज खाएं
होल ग्रेन यानी साबूत अनाज में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है और थायराॅइड से बचने के लिए अपने खाने में डाइट्री फाइबर का होना जरूरी है। इसलिए अपनी डायट में अलग-अलग तरह के अनाज को शामिल करें।
ओमेगा 3 (omega 3) को न करें नजरअंदाज
ओमेगा 3 फैटी एसिडी से भरपूर चीजें जैसे अलसी, अखरोट आदि को अपनी डायट का हिस्सा बनाएं। मछली का तेल या तिल के तेल में भी ओमेगा 3 होता है। दरअसलस, यह थायराॅइड के कारण बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है। ओमेगा 3 दिल को भी स्वस्थ रखता है।
आयोडीन की संतुलित मात्रा
हाइपोथायरॉइडिज्म नामक बीमारी शरीर में आयोडीन की कमी से होती है। यदि आपको भी यह समस्या है तो खाने में आयोडीन युक्त नमक और सी फूड को शामिल करें।
सिलेनियम है जरूरी (Selenium is important)
थायराॅइड में शरीर को सिलेनियम नामक न्यूट्रिएंस की जरूरत होती है। दरअसल, यह थायराॅइड ग्लैंड को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। इसकी भरपाई के लिए अपनी डायट में अंडा, बीन्स, राजमा आदि शामिल करें।
और पढ़ें: Thyroid: थायराइड क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
पुरुषों में थायरॉइड के घरेलू उपाय (Home remedies)
थायराॅइड की वजह से जिन लोगों का वजन बढ़ गया है वह कुछ घरेलू तरीके अपनाकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
-
- साबूत धनिया को पीसकर चूरन बना लें और इसे पानी में उबालकर पीएं।
- लौकी का रस भी थायराॅइड के मरीजों के ले फायदेमंद होता है। लौकी को काटकर इसे अदरक के साथ मिक्सर में पीस लें और छानकर इसमें काला नमक और नींबू मिलाकर पीएं। दिन में दो बार पीना फायदेमंद होता है।
- कालीमिर्च भी वजन कम करने में मदद करता है। कालीमिर्च को पानी में उबालकर सुबह उठने के बाद इसे पीएं। लगातार 15 दिनों तक ऐसा करने पर फर्क नजर आएगा। कालीमिर्च में पिपेरिन नामक तत्व होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल की तरह काम करता है।
- अलसी भी थायराॅइड में लाभदायक होती है। इसके बीजों को पीसकर सुबह-शाम दूध या किसी फल के साथ खाने से फायदा होगा। अलसी में मैग्नीशियम और विटामिन-बी12 होताहै हाइपोथायराॅइड को कम करने में मदद करता है।
- डायट और घरेलू नुस्खों के साथ ही रोजाना एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन करना भी जरूरी है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पुरुषों में थायरॉइड से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।