मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) एक ऑटोइम्यून इंफ्लेमेटरी डिमाइलिनेटिंग डिजीज (Autoimmune inflammatory demyelinating disease) है। मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) की समस्या का सामना व्यक्ति को तब करना पड़ता है, जब सेंट्रल नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी हो जाती है। इस कारण से माइंड, स्पाइनल कॉर्ड और ऑप्टिक नर्व की कार्य प्रणाली भी प्रभावित होती है। हम सभी जानते हैं कि न्यूरॉन्स का हमारे दैनिक गतिविधियों में बेहद अहम रोल होता है। हमे क्या प्रतिक्रिया देनी है या फिर क्या बोलना है, इनके लिए न्यूरॉन्स मैसेन्जर की तरह काम करते हैं। सोचिए अगर किन्हीं कारणों से न्यूरॉन्स सही प्रकार से संदेश को मस्तिष्क तक न पहुंचा पाएं, तो हमे सुनने, बोलने या फिर सोचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ये बीमारी अनुवांशिक यानी जेनेटिक भी हो सकती है। कई बार वायरस का संक्रमण भी इस बीमारी को जन्म देता है। डॉक्टर मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों को नियंत्रित कर इस बीमारी का इलाज करते हैं। मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) का रोजाना अभ्यास आपको बीमारी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करता है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) कैसे अपना असर दिखा सकते हैं।
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मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis)
मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) के रोग में योग करने से डिप्रेशन के लेवल में कमी, थकान से छुटकारा, न्यरोजेनिक ब्लैडर डिस्फंक्शन और लाइफ क्वालिटी में सुधार होता है। यू एस स्थित रटगर्स यूनिवर्सिटी (Rutgers University) में एक स्टडी के दौरान ये बात सामने आई कि जिन महिलाओं में मल्टिपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) के हल्के या मध्यम लक्षण थे, उनमें योग का सकारात्मक असर देखने को मिला। महिलाओं ने करीब आठ सप्ताह तक योग का अभ्यास किया था। यानी मल्टिपल स्क्लेरोसिस से जूझ रहे लोगों को एक्सर्ट के परार्श के अनुसार योग करना चाहिए। यहां हम आपको कुछ योग के बारे में जानकारी दे रहे हैं। जानिए मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) किस तरह से किया जाए।
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ताड़ासन (Tadasana or Mountain Pose)
मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) की शुरुआत करना चाहते हैं, तो आप ताड़ासन से शुरुआत कर सकते हैं। ताड़ासन के दौरान ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पड़ती है। यानी इस योग के दौरान माइंड को काम करना पड़ता है। ताड़ासन को खड़े होकर करते हैं लेकिन अगर आपको कोई समस्या हो, तो आप इसे कुर्सी में बैठकर भी कर सकते हैं। जानिए कैसे करें इस आसन को।
- सबसे पहले आप सीधी मुद्रा में खड़े हो जाएं। पैरो को जमीन में अच्छी तरह से रखें और बैलेंस मेंटेन करें।
- अब अपने शरीर के सेंटर से खुद को उठाएं। स्पाइन (Spine) को सीध में रखकर अपनी कमर को ऊपर की ओर ऊठाएं।
- सांस लेते हुए अपने एक हाथ को ऊपर उठाएं। आप जितना सक्षम हो, उतना ऊपर की ओर हाथ उठा सकते हैं।
- अब सांस छोड़ें। कुछ सेकेंड बाद सांस लें और फिर दूसरे हाथ को ऊपर की ओर उठाएं और दोनों हाथों को मिला लें। कुछ मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।
- आप इस मुद्र में तभी तक रहें, जब तक आपको परेशानी महसूस न हो।
- अब वापस हाथों को नीचे कर लें। आप इस मुद्रा को पांच बार दोहरा सकते हैं।
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मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग: उत्तानासन (Uttanasana)
मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) करने के दौरान आपको उत्तानासन (Uttanasana) का अभ्यास करने में थोड़ी दिक्कत महसूस हो सकती है। जिन लोगों को डिप्रेशन की समस्या होती है या फिर मस्तिष्क शांत नहीं रहता है, उनके लिए उत्तानासन का अभ्यास फायदेमंद साबित होता है। इस योग से कूल्हों में खिचांव भी पैदा होता है। अगर आपको कमर संबंधी कोई समस्या है, तो बेहतर होगा कि बिना एक्सपर्ट के परामर्श के इसे न करें।
- आप एक कुर्सी को अपने सामने रखें। अब जमीन में सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दोनों पैरों को जोड़ लें और सांस अंदर की ओर खींचे।
- अब दोनों हाथों को ऊपर की ओर ऊठाएं और एक-दूसरे के ऊपर फोल्ड कर लें।
- सांस छोड़ते हुए अपनी स्पाइन की सहायता से शरीर को आगे की ओर झुकाएं।
- आपको आगे की ओर झुकते हुए हाथों को सिर के ऊपर रखें।
- आप कुर्सी में हाथों की सहायता से सिर को कुछ समय के लिए टिकाएं।
- अगर आप कुर्सी का सहारा नहीं लेना चाहते हैं, तो नीचे की ओर झुककर हाथों की उंगलियों से पैरों को छुएं।
- आप अपनी सुविधा के अनुसार ये योग कर सकते हैं, ताकि आपको ज्यादा समस्या महसूस न हो।
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वीरभद्रासन (Virabhadrasana)
वीरभद्रासन अगर आप पहली बार कर रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आसान तरीका ही अपनाएं, वरना आपको समस्या हो सकती है। वीरभद्रासन शरीर के ऊपरी हिस्से के साथ ही निचले हिस्से की स्ट्रेचिंग करता है। स्पाइनल कॉर्ड के आसपास की मसल्स को बेहतर बनाने में वीरभद्रासन का महत्वपूर्ण योगदान है। जानिए इसे कैसे किया जा सकता है।
- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।
- आपको दोनों पैरों के बीच में कुछ दूरी बनानी चाहिए।
- अब दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं और जोड़ लें।
- अब राइट साइड के पैर को 90 डिग्री पर ले जाएं और लेफ्ट पैर को 45 डिग्री पर ले जाएं।
- अब सिर को राइट पैर की ओर ले जाएं और ऊपर की ओर हाथों को जितना ले जा सकते हैं, उतना ले जाएं।
- आप कुछ समय तक इसी अवस्था में रहें और फिर वापस उसी पुजिशन में आ जाएं।
- आप पुजिशन चेंज भी कर सकते हैं। अगर बैलेंस नहीं कर पा रहे हैं, तो पहले अभ्यास जरूर करें।
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भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन (Bhujangasana) को कोबरा पोज भी कहा जाता है। अगर आप सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते हैं, तो आपको भुजंगासन के बारे में जानकारी जरूर होगी। सूर्य नमस्कार के दौरान आंठवा आसन भुजंगासन कहलाता है। मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) करते समय अगर आप सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) करे हैं, तो ये भी आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
- इस आसन के दौरान मैट में पेट के बल लेट जाएं।
- दोनों हथेलियों को जांघों के सीध में रखें। फिर हथेलियों को कंधे के पास लाएं।
- अब सांस को अंदर खींचे और हाथों की सहायता से शरीर के आगे के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं।
- फिर धीरे-धीरे सिर को पीछे की ओर ले जाएं, जितना आप आसानी से कर सकें।
- आप इस समय चेस्ट को आगे की ओर रखना है। आप इस पुजिशन में कुछ सेकेंड तक रहें।
- फिर वापस अपनी पुजिशन में आ जाएं।
- अगर आपको पीठ में चोट या गर्दन में किसी प्रकार की समस्या हो, तो बेहतर होगा कि इसे न करें।
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मेडिटेशन (Meditation) भी है जरूरी
योग के साथ ही रोजाना मेडिटेशन भी आपको बहुत से लाभ पहुंचा सकती है। मेडिटेशन (Meditation) की रोजाना प्रैक्टिस करने से आपके मन को शांती मिलेगी और साथ ही आपका मन विचलित नहीं होगा। योग के फिजिकल पोज के साथ ही मेडिटेशन का भी सहारा लें। आप बैठकर या फिर लेट कर भी ध्यान कर सकते हैं। यानी मेडिटेशन को कोई एक निश्तिच तरीका नहीं है। आप किसी एक वस्तु को चुन कर उसपर भी ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। ध्यान के दौरान आपको सांसों को धीरे-धीरे लंबी सांस खींचना है और छोड़ना है। ध्यान यानी मेडिटेशन चिंता को कम करता है और साथ ही मेमोरी संबंधी समस्या को भी दूर करता है। आप मेडिटेशन का अभ्यास रोजाना कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप एकांत स्थान का चुनाव करें। मेडिटेशन (Meditation) के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप मेडिटेशन एक्सपर्ट से भी सलाह ले सकते हैं।
अगर आपको मल्टिपल स्क्लेरोसिस की समस्या है और आप योगाभ्यास करना चाहते हैं, तो योगा एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। कई बार शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द, चोट या अन्य परेशानी होने पर योग नुकसान भी पहुंचा सकता है। बेहरतर होगा कि आप इन बातों का ध्यान जरूर रखें। हम उम्मीद करते हैं कि आपको मल्टिपल स्क्लेरोसिस के लिए योग (Yoga for Multiple Sclerosis) से संबंधित ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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