इसका ट्रीटमेंट लगभग एक साल तक चलता है, जिससे कि, लोअर जॉ सही पोजीशन में आ सके। इस ट्रीटमेंट में रिजल्ट आने में थोड़ा समय लगता है। - हेडगियर- इसमें क्रूक्ड टीथ को सीधा करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। इसमें ऊपरी दांत और जॉ पर एक प्रेशर बनाया जाता है, ताकि दांत और जॉ अपनी सही पोजीशन में आ जाए।
- बेहतर रिजल्ट के लिए बताए गए समय तक के लिए रोजन हेडगियर को लगाए रखना होता है।
- कंपोजिट बॉन्डिंग- इस ट्रीटमेंट में टूथ-कलर्ड रेजिन मटेरियल का इस्तेमाल होता है, जिसे दांत के ऊपर शेप देकर चिपकाया जाता है। इसे दांत सीधे करने के लिए लगाया जाता है।
- यह एक मामूली या फिर कहे काम चलाऊ ट्रीटमेंट हैं।
- इसमें दांतों में अन्य समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती हैं। जैसे, मुंह में इरिटेशन और दांतों में चिपचिपाहट।
- गम लिफ्टिंग- दांतों के लिए गम लिफ्टिंग ट्रीटमेंट मुस्कान में चार चांद लगाने का काम करता है। इसे दांतों को सुंदर बनाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। यह गम लाइन को बढ़ाकर उसे स्केल करता है। जिनके दांतों में हल्के गम हैं तो, वे गम लिफ्टिंग ट्रीटमेंट ले सकते हैं।
- यह ट्रीटमेंट सभी के लिए नहीं है।
- यह ट्रीटमेंट बहुत महंगा है। इसमें एक दांत के लिए 25 हजार से 50 हजार रुपये तक खर्च करने होते हैं।
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ऑर्थोडोंटिक्स ट्रीटमेंट कितने समय तक चलता है?
सामान्यत ऑर्थोडोंटिक ट्रीटमेंट 18 से 24 महीने का होता है। यह ट्रीटमेंट खत्म होने के बाद दांतों में रिटेनिंग ब्रेसेस लगाया जाता है। यह एक रिमूवल ब्रेस होता है और इसे रात को सोते समय जरूर पहनना होता है। ताकि क्रूक्ड टीथ में सुधार हो सके। रिमूवल ब्रेस का कोर्स तकरीबन एक साल का होता है, लेकिन यह भी दांतों की कंडीशन पर निर्भर करता है। कई मामलों में दांतों को परमानेंटली शेप देने के लिए बहुत पतला तार फिट किया जाता है।
ऑर्थोडोंटिक्स ट्रीटमेंट (Orthodontic Treatment) में कितना खर्च होता है?
भारत में ऑर्थोडोंटिक ट्रीटमेंट (Orthodontic Treatment) का खर्च ब्रेसेस की क्वालिटी पर निर्भर करता है। अगर कोई मेटल ब्रेस लगवाना चाहता है तो उसके लिए 18 से 35 हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे। दांतों में सिरेमिक ब्रेस लगवाने का खर्च तकरीबन 30 से 55 हजार रुपये का होगा। वहीं, लिंगुअल और इन्कॉग्निटो ब्रेस लगवाने के लिए 72 हजार से 1 लाख 90 हजार रुपये का खर्च आएगा। आखिर में इन्विसअलाइन में 60 हजार रुपये से शुरुआत होती है।
ना करें ये काम
- होममेड और डीआईवाई ट्रीटमेंट्स दांतों के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकते हैं, क्योंकि बहुत अनसेफ हैं।
- चबाने में कड़क फूड्स न खाएं।
- दांतों से कोई मजबूत चीज को दबाने या मोड़ने की गलती न करें।
- बिना डॉक्टर की सलाह से दांतों को चमकाने के लिए किसी केमिकल का इस्तेमाल न करें।
- दांतों में किसी भी तरह की समस्या आने पर उसे नजरअंदाज न करें, सीधे डॉक्टर के पास जाएं।
निष्कर्ष
दांतों की ऐसी समस्या के लिए सर्टिफाइड ऑर्थोडॉन्टिस्ट से ही सलाह लेकर इलाज करवाएं। ऑर्थोडॉन्टिस्ट के बताए समय तक इलाज को पूरा करें। ट्रीटमेंट बीच में न छोड़ें। रिटेनर को बताए गए समय तक ही लगाए रखें। दांतों को सीधा करने के लिए किसी भी ऐसी तकनीक का इस्तेमाल न करें जो आपके लिए परेशानी बन जाए।