परिचय
नासूर (Canker sores) क्या है?
नासूर एफथोउस अल्सर (aphthous ulcers) भी कहा जाता है, नासूर मुंह के छोटे घाव होते हैं, जो मुंह में कोमल ऊत्तकों या मसूड़ों के आधार पर विकसित हो जाते हैं। नासूर उथले घाव होते हैं। मुंह के छालों के उलट नासूर होठ की सतह पर विकसित नहीं होते हैं और यह संक्रामक भी नहीं होते हैं। हालांकि, नासूर में दर्द हो सकता है और इससे आपको खाने और बोलने में परेशानी हो सकती है। ज्यादातर नासूर के घाव अपने आप एक या दो हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। यदि आपके मुंह में असामान्य बड़े नासूर के घाव बन गए हैं या नासूर ठीक होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं तो चिकित्सा परामर्श लें।
नासूर होना कितना सामान्य है?
नासूर बेहद ही सामान्य है। यह किसी भी आयु वर्ग के मरीजों को प्रभावित कर सकते हैं। इसके जोखिम के कारकों को कम करके नासूर से बचा जा सकता है। इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से विस्तृत जानकारी ले सकते हैं।
लक्षण
नासूर के लक्षण क्या हैं?
नासूर के लक्षण निम्नलिखित हैं:
- सेंटीमीटर से भी छोटे गोल और आमतौर पर मुंह की लाइनिंग पर उथले हुए छाले।
- अक्सर नासूर के उभरने पर सिहरन का अहसास होता है।
- सफेद या पीले भूरे गोलाकार दिखने वाले इनफ्लेमेटरी लाल हाशिए से घिरे हुए।
- अक्सर समय के हिसाब से भूरे हो जाने वाले।
- आमतौर पर मुंह के सामने वाले हिस्से, इसके अस्तर, होठ के भीतर, गालों के भीतर या सामने के हिस्से के नीचे या जुबान के एक तरफ होने वाले छाले।
- कई बार मसूड़ों को प्रभावित करने वाले और आमतौर पर मुंह के पिछले हिस्से के अस्तर पर असामान्य छाले।
- ठीक होने से पहले यह मुश्किल से एक से दो हफ्तों तक रह सकते हैं।
नासूर के कई गंभीर मामलों में इनके लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- सुस्ती का अहसास।
- लिंफ नोड्स की सूजन
- बुखार
- छोटे, गोलाकर सफेद या पीले छाले
- मुंह के भीतर लाल हिस्से में दर्द होना
- मुंह के भीतर सिहरन का अहसास
उपरोक्त लक्षणों के अलावा भी नासूर के कुछ अन्य लक्षण या संकेत हो सकत हैं। यदि आप नासूर के लक्षणों को लेकर चिंतित हैं तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
निम्नलिखित स्थितियों में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
- बड़े छाले होने की स्थिति हैं
- छालों के फैलने पर
- अत्यधिक दर्द
- तेज बुखार
- डायरिया
- रैश पड़ने पर
- सिर दर्द
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कारण
नासूर का क्या कारण है?
- मुंह में नासूर क्यों बनते हैं, इस संबंध में शोधकर्ताओं ने अभी तक कोई वैज्ञानिक तर्क नहीं दिया है। हालांकि, मुंह में नासूर बनने में वायरल इंफेक्शन जैसे कुछ कारक शामिल हैं। नासूर का दोबारा होना को रिकरंट ओरल एफथोउस अल्सर (aphthous ulcers) के नाम से भी जाना जाता है या रिकरंट एफथोउस स्टोमाटाइटिस (aphthous stomatitis) भी अभी तक अस्पष्ट हैं। हालांकि, ऐसे फैमिली मेडिकल हिस्ट्री को मिलाकर ऐसे कई कारक हैं, जिनका एफथोउस अल्सर्स और एलर्जी से संबंध है।
- कई बार छालों का संबंध कुछ अन्य मेडिकल कंडिशन से होता है, जिसमें चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। इनमें इनफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, इम्यूनिटी कम होना, एलर्जी और पोषण की कमी को शामिल किया जाता है।
निम्नलिखित कारकों से नासूर की समस्या होती है:
- हार्मोन्स में बदलावा
- शारीरिक आघात (डेंटल ट्रीटमेंट जैसे इलाज के दौरान मुंह की लाइनिंग का क्षतिग्रस्त होना)
- दवाइयां
- भोजन के प्रति अतिसंवेदनशीलता- उदाहरण के लिए खट्टे फल और टमाटर या नासूर का बदतर होना।
- आयरन, फोलिक एसिड, जिंक और विटामिन बी12 को मिलाकर पोषक तत्वों की कमी।
- स्ट्रेस
युनाइटेड स्टेट्स सर्जन जनरल की एक रिपोर्ट के अनुमान के मुताबिक, 25 % सामान्य जनसंख्या दोबारा होने वाले नासूर से प्रभावित है। हेल्थ प्रोफेशनल स्टूडेंट्स जैसे चयनित समूहों में इनकी संख्या अधिक हो सकती है।
जोखिम
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किन कारकों से मुझे नासूर का खतरा बढ़ता है?
निम्नलिखित कारकों से नासूर होने का खतरा बढ़ता है:
- स्ट्रेस
- ऊत्तक की चोट जैसे धारदार दांत से कटना या डेंटल एप्लायंस से चोट लगना।
- कुछ भोज्य पदार्थ जैसे साइट्रस या एसिडिक फल और सब्जियां (नींबू, संतरा, अनानास, सेब, अंजीर, टमाटर और स्ट्रॉबैरी) को मिलाकर।
- नॉनस्टेरॉयडल एंटी-इनफ्लेमेटरी दवा जैसे आइबुप्रोफेन।
- भोजन में किसी पदार्थ से एलर्जी या टूथपेस्ट या माउथवॉश से एलर्जी।
- हेलीकोबैक्टर पाइलोरि (Helicobacter pylori), एक बैक्टीरिया होता है, जो पेप्टिक अल्सर का कारण बनता है।
निम्नलिखित चीजों से गंभीर या जटिल नासूर हो सकता है:
- इम्यून सिस्टम का कमजोर होना, एचआईवी/ एड्स, ल्यूपस (Lupus) या बेहसेट्स डिजीज (Behcet’s disease)।
- पोषण की समस्याएं जैसे विटामिन बी12, जिंक, फोलिक एसिड या आयरन की कमी या जठरांत्र की बीमारियां जैसे सिलिएक या क्रोहन रोग।
करीब पांच लोगों में से एक व्यक्ति को नियमित रूप से नासूर की समस्या होती है। महिलाओं में नासूर की समस्या अधिक सामान्य होती है, चूंकि उनके शरीर के हार्मोन्स में अंतर होता है। संभवतः उन्हें पारिवारिक रूप से यह समस्या हो।
उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
नासूर का निदान कैसे किया जाता है?
आमतौर पर डॉक्टर नासूर का पता लगाने के लिए इसकी जांच करता है। डॉक्टर इसके लिए ब्लड टेस्ट या यदि यह गंभीर है तो बायोप्सी करा सकता है या डॉक्टर को लगता है कि आपको निम्नलिखित चीजें हैं:
- वायरस
- विटामिन या खनिजों की कमी
- हार्मोन की समस्या
- इम्यून सिस्टम में समस्या
- गंभीर ब्रेकआउट
कैंसर का घाव नासूर के छालों या घाव के रूप में उभकर सामने आ सकता है, लेकिन यह बिना इलाज के ठीक नहीं होते हैं। ओरल कैंसर के कुछ लक्षण नासूर के समान होते हैं जैसे छालों में दर्द और गर्दन में सूजन। हालांकि, ओरल कैंसर कुछ विशिष्ट लक्षणों का संकेत देता है:
- मुंह या मसूड़ों से ब्लीडिंग
- दांत गिरना
- निगलने में परेशानी
- कान में दर्द
यदि आपको उपरोक्त लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें, चूंकि यह ओरल कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं।
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नासूर का इलाज कैसे किया जाता है?
निम्नलिखित तरीकों से डॉक्टर नासूर का इलाज कर सकता है:
- एंटीबायोटिक दवाइयां दी जा सकती हैं। यह दवाइयां बैक्टीरियल इंफेक्शन या बिना इसके होने वाली इनफ्लेमेशन जलन को कम करती हैं।
- दर्द और जलन को कम करने के लिए एनेस्थेटिक्स दवाइयां दी जा सकती हैं। चूंकि यह मार्केट में नासूर के कंज्यूमर प्रोडक्ट के रूप में उपलब्ध हैं।
- अन्य स्थितियों का इलाज करने वाली दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। अमेरिकन अकेडमी ऑफ ओरल एंड मैक्सिललोफेसियल पैथोलॉजी ने नासूर के बार-बार होने और ओवरएक्टिव इम्यून सिस्टम के बीच में संबंध बताया है। इस स्थिति में इम्यूनोसप्रेसेंट दवाइयों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- ऐसे ही टॉपिकल कोर्टिकोस्टेरॉयड्स दवा अक्सर डॉक्टरों द्वारा इस्तेमाल की जाती हैं। इसमें क्लोबेटासोल मलहम (clobetasol ointment) , डेक्सामेथासोन रिंस (dexamethasone rinse) और फ्लूओसिनोनाइड जेल (लिडेक्स) (fluocinonide gel) (Lidex) शामिल हैं। नासूर के इलाज में कोर्टिकोस्टेरॉयड का इस्तेमाल करने से मुंह में फंगल इंफेक्शन साइड इफेक्ट्स के रूप में हो सकता है।
घरेलू इलाज
जीवन शैली में होने वाले बदलाव क्या हैं, जो मुझे नासूर को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
निम्नलिखित घरेलू उपाय आपको नासूर में राहत प्रदान करने में मदद करेंगे:
- नमक के पानी या बेकिंग सोडा से मुंह को रिंस करें।
- मिल्क ऑफ मेग्नीशिया को हल्की मात्रा में लगाना।
- नासूर के छालों पर बर्फ लगाना।
- दांतों को कोमलता से साफ करें।
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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